Panchayat Season 4: सीज़न हिट हुआ, लेकिन सैलरी तभी बढ़ेगी जब... प्रह्लाद चा ने खोली इंडस्ट्री की पोल
हाल ही में 'पंचायत' के मशहूर किरदार प्रह्लाद चा को निभाने वाले फैसल मलिक एक पॉडकास्ट "द रौनक पॉडकास्ट" में पहुंचे. बातचीत शुरू हुई, तो बातें एक्टिंग से होते हुए पैसों तक आ पहुंचीं. अब ज़ाहिर है, हर किसी के मन में यही सवाल था कि भाई, प्रह्लाद चा को आखिर कितना पैसा मिलता है? लेकिन फैसल मलिक ने न तो रकम बताई, न कोई बड़ी डीटेल दी.;
पंचायत उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव फुलेरा की कहानी है, जहां एक इंजीनियरिंग पास लड़का अभिषेक त्रिपाठी (जिसे जितेंद्र कुमार ने निभाया) अनिच्छा से ग्राम सचिव बन जाता है. वो नौकरी जिसे उसने सिर्फ टाइम पास समझा था, वो ही उसकी जिंदगी की सबसे खास जर्नी बन गई और वहीं से शुरू हुआ पंचायत" का जादू.
अब तक शो के चार सीज़न आ चुके हैं और हर सीज़न में गांव की मिट्टी की खुशबू, दिल छू लेने वाली दोस्ती, हल्के-फुल्के झगड़े, और असली भारत की झलक देखने को मिली है. लेकिन एक ओर जहां लोग सीज़न 5 का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग पर्दे के पीछे की मसालेदार खबरों में भी दिलचस्पी ले रहे हैं. फैंस जानना चाहते हैं कि भाई ये एक्टर्स कितना कमाते हैं? सीरीज़ हिट हुई तो सैलरी बढ़ी क्या?. अब इस सवाल के जवाब से प्रह्लाद चा ने पर्दा उठा दिया है.
फैसल मलिक को मिलती इतनी फीस
हाल ही में 'पंचायत' के मशहूर किरदार प्रह्लाद चा को निभाने वाले फैसल मलिक एक पॉडकास्ट "द रौनक पॉडकास्ट" में पहुंचे. बातचीत शुरू हुई, तो बातें एक्टिंग से होते हुए पैसों तक आ पहुंचीं. अब ज़ाहिर है, हर किसी के मन में यही सवाल था कि भाई, प्रह्लाद चा को आखिर कितना पैसा मिलता है? लेकिन फैसल मलिक ने न तो रकम बताई, न कोई बड़ी डीटेल दी. बस हल्की सी मुस्कान के साथ इतना कह दिया सब अच्छा है. यानी ना ज़्यादा बोले, ना कम, लेकिन साफ़ इशारा दे दिया कि पैसों को लेकर दिल पूरी तरह से खुश है.
कलाकारों की फीस कैसे तय होती है?
फैसल मलिक ने जब पेमेंट की बात छेड़ी, तो मामला बड़ा दिलचस्प हो गया. उन्होंने बड़े मज़े से बताया कि कलाकारों को पैसे देने का तरीका कोई सीधा-सपाट खेल नहीं है. इसमें भी एकदम फ़िल्मी ट्विस्ट होता है. कुछ एक्टर्स को तो हर दिन के हिसाब से पेमेंट मिलता है. यानी जितने दिन कैमरे के सामने आए, उतने दिन की गिनती कर लो और पैसे पकड़ लो. लेकिन कुछ को मिलती है एक मोटी रकम, यानी एकमुश्त पैसा, पर टुकड़ों में. लेकिन असली खेल यह है कि आजकल ज़्यादातर शो में पेमेंट ऐसे बंटता है जैसे कोई सीरियल की स्क्रिप्ट हो. पहली किस्त जब आप कॉन्ट्रैक्ट साइन करते हैं. दूसरी किस्त जब कैमरा ऑन होता है यानी शूटिंग शुरू होती है. तीसरी किस्त जब शूटिंग बीच में पहुंचती है, थोड़ा और काम बाकी होता है. चौथी किस्त जब शूटिंग पूरी हो जाती है, मतलब रैपअप का टाइम. आखिरी किस्त, डबिंग के बाद और शो की रिलीज़ के समय, यानी जब आप स्क्रीन पर चमकने वाले होते हैं. और मज़े की बात ये है कि जब तक शो रिलीज़ नहीं होता, आपकी आखिरी किस्त जेब में नहीं आती है. यानि शो चले या रुके. आप तब तक इंतज़ार करो साहब.
सीज़न की सफलता से फीस बढ़ती है या नहीं?
इस सवाल पर फैसल ने सच्चाई से जवाब दिया. फीस तभी बढ़ती है जब आपने इसे अपने कॉन्ट्रैक्ट में पहले ही लिखवा लिया हो. शो हिट हो जाने से अपने आप कुछ नहीं बदलता है. एक्टर ने बताया कि उन्होंने अपने कॉन्ट्रैक्ट में ये शर्त रखी थी. इसलिए उनकी फीस बढ़ी. अगर आपने अभी तक यह सीरीज़ नहीं देखी है, तो इसके सभी चार सीज़न प्राइम वीडियो पर अवलेबल है. यह शो अपनी सादगी, दिल को छू लेने वाली कहानी और मज़ेदार डायलॉग के लिए जाना जाता है.