महाकालेश्वर मंदिर में नया नियम, पुजारियों के लिए अनिवार्य ड्रेस कोड लागू आखिर क्यों पहनना होगा गले में आईडी कार्ड?

उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में अब भक्तों को ठगी से बचाने के लिए एक बड़ा और सराहनीय कदम उठाया जा रहा है. मंदिर प्रबंध समिति ने फैसला लिया है कि जल्द ही मंदिर के सभी अधिकृत पुजारी, पुरोहित और उनके प्रतिनिधि एक ही तरह की खास ड्रेस कोड में नजर आएंगे और उनके गले में फोटो युक्त पहचान पत्र (आईडी कार्ड) लटकाना अनिवार्य होगा.;

( Image Source:  Create By AI Sora )
Edited By :  रूपाली राय
Updated On : 11 Dec 2025 9:46 AM IST

मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में अब बहुत जल्द एक नया और अच्छा बदलाव देखने को मिलेगा. मंदिर प्रबंध समिति ने फैसला किया है कि अब मंदिर में पूजा कराने वाले सभी पुजारी, पुरोहित और उनके प्रतिनिधि एक ही तरह का ड्रेस कोड पहनकर आएंगे. इससे भक्तों को असली पुजारी की आसानी से पहचान हो जाएगी और ठगी करने वाले फर्जी लोग पकड़े जाएंगे. मंदिर के प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि अभी मंदिर में 16 रजिस्टर्ड पुजारी, 22 पुरोहित और करीब 45 उनके अधिकृत प्रतिनिधि हैं.

इन सभी लोगों के लिए अब एक समान ड्रेस पहनना अनिवार्य होगा. साथ ही हर व्यक्ति के गले में एक खास पहचान पत्र (आईडी कार्ड) भी लटकाना जरूरी होगा. इस आईडी कार्ड में व्यक्ति का फोटो, नाम, पता, मोबाइल नंबर और ब्लड ग्रुप भी लिखा होगा. इससे कोई भी श्रद्धालु दूर से ही देखकर समझ जाएगा कि सामने वाला व्यक्ति मंदिर का असली पुजारी या पुरोहित है. 

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ठगों से बच पाएंगे भक्त 

अभी तक बहुत से भक्त इसलिए ठग लिए जाते थे क्योंकि मंदिर परिसर में सामान्य कपड़ों में घूमने वाले कुछ लोग खुद को पुजारी या पुरोहित बताकर पैसे ऐंठ लेते थे. भक्तों को समझ ही नहीं आता था कि असली पुजारी कौन है और फर्जी कौन. अब जब सब एक ही ड्रेस में होंगे और गले में आईडी कार्ड होगा, तो फर्जी लोग आसानी से पकड़े जाएंगे और भोले-भाले श्रद्धालुओं के साथ ठगी रुक जाएगी. 

नियम सख्ती से लागू होंगे

मंदिर प्रबंध समिति ने साफ कहा है कि ड्रेस कोड और आईडी कार्ड का पालन सभी को करना ही होगा. अगर किसी का आईडी कार्ड खो जाता है तो तुरंत महाकाल थाने में इसकी सूचना देनी होगी, ताकि कोई उसका दुरुपयोग न कर सके।इस नए नियम से महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले लाखों भक्तों को ज्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक अनुभव मिलेगा और बाबा महाकाल की पूजा-अर्चना भी पूरी निष्ठा और शांति से हो सकेगी. 

महाकालेश्वर मंदिर की महिमा  

श्री महाकालेश्वर मंदिर भारत के सबसे पवित्र और शक्तिशाली मंदिरों में से एक है। यह 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में क्षिप्रा नदी के किनारे स्थित है. भगवान शिव के 12 सबसे बड़े स्वयंभू (खुद प्रकट हुए) लिंगों में महाकालेश्वर तीसरे नंबर पर है. यहां भगवान शिव 'कालों के भी काल' महाकाल के रूप में विराजमान हैं. दुनिया का एकमात्र दक्षिण दिशा की ओर मुख वाला ज्योतिर्लिंग यही है. मान्यता है कि यहां पूजा करने से अकाल मृत्यु का भय खत्म हो जाता है. 

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