Jolly LLB 3 Box Office : Akshay-Arshad की जोड़ी ने मचाई धूम, 3 दिन में 53.50 करोड़ की कमाई!
फिल्म की कहानी वकील जगदीश्वर 'जॉली' मिश्रा (अक्षय कुमार) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक बड़े राजनीतिक नेता के खिलाफ खड़ा होता है. यह नेता स्थानीय लोगों की जमीन हड़पने की शिकायतों में शामिल है. फिल्म ने पहले ही 50 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया है.;
बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार और अरशद वारसी की फिल्म 'जॉली एलएलबी 3' रिलीज होने के बाद से ही दर्शकों के बीच खूब धूम मचा रही है. यह फिल्म कोर्टरूम ड्रामा और कॉमेडी का शानदार मिश्रण है, और फैंस अक्षय कुमार और अरशद वारसी के बीच कोर्ट में होने वाले जोरदार टकराव को देखने के लिए बेहद एक्साइटेड थे. इसके साथ ही, पिछली फिल्मों के मूल कलाकारों की वापसी ने भी दर्शकों का उत्साह दोगुना कर दिया. जो बॉक्स ऑफिस पर भी साफ दिखाई दे रहा है, जहां फिल्म ने पहले तीन दिनों में ही 53.50 करोड़ रुपये की शानदार कमाई कर ली है.
सैकनिल्क की रिपोर्ट के अनुसार, 'जॉली एलएलबी 3' ने पहले दिन 12.5 करोड़ रुपये की कमाई की. इसके बाद शनिवार को फिल्म ने 20 करोड़ रुपये और रविवार को 21 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया. इस शानदार वीकेंड ने साबित कर दिया कि फिल्म दर्शकों को खूब पसंद आ रही है. आमतौर पर, इस तरह के प्रभावशाली आंकड़े सोमवार को भी अच्छी कमाई की उम्मीद जगाते हैं, जिससे यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर और भी ऊंचाइयों को छू सकती है.
शानदार स्टारकास्ट
'जॉली एलएलबी 3' में अक्षय कुमार और अरशद वारसी के अलावा कई दिग्गज कलाकार शामिल हैं. इनमें अमृता राव, सौरभ शुक्ला, हुमा कुरैशी, सीमा बिस्वास और गजराज राव जैसे बेहतरीन एक्टर्स हैं. इस फ्रैंचाइजी की पिछली फिल्मों की सफलता और अक्षय कुमार व गजराज राव के बीच कोर्टरूम में होने वाली रोमांचक जंग ने दर्शकों की उम्मीदों को और बढ़ा दिया था और फिल्म ने इन उम्मीदों पर खरा उतरते हुए बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार प्रदर्शन किया है.
क्या 'जॉली एलएलबी 3' की कहानी
फिल्म की कहानी वकील जगदीश्वर 'जॉली' मिश्रा (अक्षय कुमार) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक बड़े राजनीतिक नेता के खिलाफ खड़ा होता है. यह नेता स्थानीय लोगों की जमीन हड़पने की शिकायतों में शामिल है. दूसरी ओर, जगदीश 'जॉली' त्यागी (अरशद वारसी) उन शिकायतकर्ताओं का पक्ष लेता है, जो अपनी जमीन वापस पाने के लिए लड़ रहे हैं. दोनों वकीलों के बीच कोर्ट में तीखी नोकझोंक और टकराव होता है, जो दर्शकों को खूब एंटरटेनमेंट देता है. लेकिन कहानी तब और रोमांचक मोड़ लेती है, जब दोनों की मुलाकात जानकी नाम की एक किसान की विधवा से होती है. जानकी अपनी जमीन को एक बड़ी रियल एस्टेट कंपनी से वापस लेने के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रही है, जिसने उसकी जमीन को अवैध रूप से हड़प लिया है. इस मुलाकात के बाद दोनों वकीलों के नजरिए बदल जाते हैं, और कहानी गंभीर और भावनात्मक रास्ते पर बढ़ती है.