गुलजार के पास नौकरी मांगने गए थे Jimmy Shergill, डायरेक्टर ने ऑफर कर दी थी यह फिल्म
स्क्रीन के साथ एक इंटरव्यू में जिमी शेरगिल ने अपने स्ट्रगलिंग के दिनों और अपनी पहली फिल्म 'माचिस' मिलने के पीछे की कहानी को याद किया. उन्होंने शेयर किया वह नौकरी की तलाश में गुलजार साहब के पास गए थें.;
जिमी शेरगिल (Jimmy Shergill) ने 1996 की फिल्म 'माचिस' से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की. जिसमें तब्बू, चंद्रचूड़ सिंह, ओम पुरी, कुलभूषण खरबंदा और कंवलजीत सिंह जैसे कलाकार थे. गुलज़ार की निर्देशित इस फिल्म को पॉजिटिव रिव्यू मिला और यह कमर्सिअल रूप से सफल रही. इस फिल्म को दो नेशनल फिल्म अवार्ड भी मिले.
इस फिल्म के लिए तब्बू को बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल फिल्म अवार्ड मिला था. जबकि फिल्म को पूरे भारत में पसंद किया गया. शेरगिल की कास्टिंग कई लोगों के लिए हैरानी की बात थी, जिसमें खुद एक्टर भी शामिल थे. जिमी, 'सिकंदर का मुकद्दर' के अपने को-एक्टर्स तमन्ना भाटिया और अविनाश तिवारी के साथ गुरुवार को स्क्रीन लाइव में शामिल हुए.
नौकरी की तलाश में गए थें एक्टर
बातचीत के दौरान एक्टर ने अपने स्ट्रगलिंग के दिनों को याद किया. जिमी ने बताया कि कैसे वह असिस्टेंट डायरेक्टर की नौकरी पाने की उम्मीद में वह गुलज़ार के पास गए थे. हालांकि डायरेक्टर की प्लानिंग कुछ और ही थी. जिमी शेरगिल, जो कॉंफिडेंट थे कि अपना पहला ब्रेक पाने से पहले किसी को एडी के रूप में कम से कम सात साल तक काम करना होगा. जब गुलज़ार ने उन्हें अपनी फिल्म 'माचिस' में एक भूमिका ऑफर की तो वह अपनी कुर्सी से गिर गए.
कुर्सी से गिर गए थे जिमी
एक्टर ने कहा, 'मुझे लगता है कि अब इसे हसल कहा जाता है. हमारे समय में इसे स्ट्रगल कहा जाता था. इसलिए हसल जारी है. जब मैं पहली बार गुलज़ार साहब से मिला, तो मुझे लगा कि वह मुझे अपना असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में जॉब देंगे. लेकिन उनकी कुछ और ही प्लानिंग थी. उन्होंने मुझसे पूछा कि आपको इन तीनों भूमिकाओं में से कौन सा किरदार सबसे अच्छा लगता है? मैंने कहा कि तीनों ही बेहतरीन हैं. उन्होंने कहा, 'लेकिन, अगर आपको कोई एक चुनना पड़े तो वह कौन होगा?' एक महान डायरेक्टर के सामने बैठना और एक किरदार चुनने में सक्षम होना एक सपने जैसा था. मैंने कहा, 'अगर ऑप्शन दिया जाए, तो मैं जयमल सिंह को चुनूंगा.' उन्होंने पूछा, 'क्यों?' मैंने कहा, 'उसका नाम जिमी है और यही मेरा निक नेम भी है. अब तक, गुलज़ार साहब मुझे जसजीत शेरगिल के नाम से जानते थे. उन्होंने कहा, 'ओह, ठीक है, मेरा एक एहसान करो, अपनी दाढ़ी और बाल बढ़ाओ क्योंकि तुम वह भूमिका कर रहे हो. मैं लगभग कुर्सी से गिर गया। इस तरह से यह सब शुरू हुआ.' 'माचिस' के बाद, जिमी शेरगिल ने 'मोहब्बतें', 'दिल विल प्यार व्यार', 'मुन्ना भाई एमबीबीएस', 'तनु वेड्स मनु' और 'माई नेम इज़ खान' जैसी फिल्मों में काम किया.