चिता की राख... जा दे दिया सिंदूर! ब्लॉग पर लौटे Amitabh Bachchan, कविता के जरिए ऑपरेशन सिंदूर पर लिखा नोट

अमिताभ बच्चन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार की कड़ी प्रतिक्रिया की सराहना करते हुए बताया कि कैसे भारत ने 7 मई को पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर जवाब दिया. उन्होंने ऑपरेशन का नाम 'सिंदूर' रखने को एक बेहद सटीक और इमोशनल फैसला बताया.;

Edited By :  रूपाली राय
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बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ दी है और जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले और उसके बाद शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर सोशल मीडिया और ब्लॉग पर बेहद इमोशनल और डीप रिएक्शन दिया है. हाल के हफ्तों में अमिताभ ने अपने ब्लॉग और सोशल मीडिया पर कुछ भी स्पष्ट रूप से शेयर नहीं किया था, लेकिन अब उन्होंने इस त्रासदी के दर्द को शब्दों में ढालकर राष्ट्र के साथ अपना दुख और सपोर्ट शेयर किया है.

अमिताभ ने बताया कि कैसे पहलगाम में छुट्टियां मना रहे निर्दोष जोड़े पर हमला हुआ. आतंकवादियों ने खुद को गाइड बताकर पति-पत्नी को बाहर खींचा, पति की धार्मिक पहचान की पुष्टि करने के लिए उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया और उन्हें गोली मार दी. पत्नी के सामने उसका सिंदूर, उसका संसार छिन गया. जब पत्नी ने अपने पति की जान की भीख मांगी तो आतंकी ने निर्दयता से कहा – 'जा मोदी को बता देना.'

बाबूजी की कविता से जुड़ी भावना

इस दर्दनाक घटना को अमिताभ ने अपने पिता हरिवंश राय बच्चन की कविता से जोड़ा – है चिता की राख कर, मैं मांगती हूं सिंदूर दुनिया उन्होंने कहा कि कैसे एक विधवा अपने पति के लहू की राख लेकर प्रधानमंत्री के पास गई और नरेंद्र मोदी ने जवाब में कहा – 'जा, मैंने सिंदूर दे दिया है.' अमिताभ ने इस लाइन को नारी शक्ति के सम्मान और समर्पण की रक्षा की भावना से जोड़ा.

ऑपरेशन सिंदूर की तारीफ 

अमिताभ बच्चन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार की कड़ी प्रतिक्रिया की सराहना करते हुए बताया कि कैसे भारत ने 7 मई को पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर जवाब दिया. उन्होंने ऑपरेशन का नाम 'सिंदूर' रखने को एक बेहद सटीक और इमोशनल फैसला बताया – एक ऐसा ऑपरेशन जो न केवल बदला था, बल्कि विधवाओं के माथे से मिटे सिंदूर को फिर से स्थापित करने की भावना का प्रतीक था. उन्होंने अपनी पोस्ट का ख़त्म करते अपनी कविता 'अग्निपथ" की पंक्तियों के साथ किया – 'तुम रुकोगे नहीं, तुम झुकोगे नहीं, तुम पीछे नहीं हटोगे – अग्निपथ, अग्निपथ, अग्निपथ!' उन्होंने इसे भारत की सेना और सभी देशवासियों को एक प्रेरणा के रूप में समर्पित किया.

भारत-पाक का तनाव 

22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोग मारे गए थे, जिनमें से कुछ हनीमून मनाने आए जोड़े भी थे. इस हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत की, जिससे पाकिस्तान स्थित नौ आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया गया। भारत ने स्पष्ट कर दिया कि अब वह आतंकी गतिविधियों के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरतेगा.

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