इतनी पतली और काली ये हीरोइन कैसे बन जाएगी? Smita Jaykar ने Priyanka Chopra को लेकर किया खुलासा

प्रियंका चोपड़ा खुद भी कई बार यह बात साझा कर चुकी हैं कि कैसे उन्हें रंग को लेकर टिप्पणियां झेलनी पड़ी. उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि शुरुआत में उन्हें 'गोरी' हीरोइन नहीं माना जाता था, और बहुत से निर्देशकों ने उनके रूप को लेकर सवाल उठाए थे.;

( Image Source:  Instagram : priyankachopra )
Edited By :  रूपाली राय
Updated On : 5 July 2025 4:59 PM IST

बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक, प्रियंका चोपड़ा आज एक ऐसा नाम बन चुकी हैं जो किसी पहचान का मोहताज नहीं. एक्टिंग, खूबसूरती, कॉन्फिडेंस और स्ट्रगल की जीती-जागती मिसाल बन चुकी प्रियंका न सिर्फ भारत में बल्कि दुनियाभर में अपनी खास जगह बना चुकी हैं. एक समय था जब लोगों ने उनकी काबिलियत पर सवाल उठाए, उनके रंग और शरीर की बनावट पर टिप्पणियां कीं, लेकिन आज वही प्रियंका चोपड़ा दुनिया के सबसे प्रभावशाली कलाकारों में गिनी जाती हैं. 

बहुत से लोग यह मानते हैं कि प्रियंका चोपड़ा ने फिल्म अंदाज़ (2003) से बॉलीवुड में डेब्यू किया था, लेकिन असल में उन्होंने 'द हीरो: लव स्टोरी ऑफ़ ए स्पाई' (2003) से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा था. इस फिल्म में उन्होंने सनी देओल और प्रीति जिंटा के साथ सपोर्टिव भूमिका निभाई थी. हालांकि 'अंदाज़' को उनके करियर की असली लॉन्चिंग माना जाता है, क्योंकि इसी फिल्म के लिए उन्हें पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड फॉर बेस्ट फिमेल डेब्यू भी मिला. 

बॉलीवुड से हॉलीवुड 

इसके बाद प्रियंका ने एक के बाद एक कई बेहतरीन फिल्में की 'मुझसे शादी करोगी', 'ऐतराज़', 'ब्लफमास्टर', 'डॉन', 'फैशन', 'कमीने', 'बर्फी', 'मैरी कॉम' और 'बाजीराव मस्तानी' जैसी फिल्मों ने उन्हें बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेसेज़ की कतार में ला खड़ा किया. फिर उन्होंने हॉलीवुड का रुख किया, जहां Quantico जैसी हिट सीरीज़ और Baywatch, Isn’t It Romantic, Love Again जैसी फिल्मों ने उन्हें एक ग्लोबल पहचान दिलाई. 

लोग इसे हीरोइन कैसे बना सकते हैं 

आज भले ही प्रियंका को पूरी दुनिया एक ग्लोबल स्टार के रूप में जानती हो, लेकिन एक समय ऐसा भी था जब उन्हें लगातार उनकी स्किन की कलर और बॉडी शेप के लिए जज किया जाता था. हाल ही में, अनुभवी एक्ट्रेस स्मिता जयकर ने एक इंटरव्यू में उस दौर की एक सच्चाई शेयर की, जो प्रियंका के शुरुआती दिनों से जुड़ी है. स्मिता ने बताया कि जब उन्होंने 2004 में फिल्म 'किस्मत' के सेट पर पहली बार प्रियंका को देखा, तो उन्हें यकीन नहीं हुआ कि यह लड़की हीरोइन बनने की ख्वाहिश रखती है. उनके शब्दों में, 'वो बहुत पतली, दुबली और सांवली थी. जब मुझे बताया गया कि वो मेरी बेटी का किरदार निभाएगी, तो मैंने सोचा – ये लोग इसे हीरोइन कैसे बना सकते हैं? वो उस वक्त कुछ भी नहीं लग रही थी.' लेकिन समय के साथ प्रियंका ने अपनी मेहनत, अनुशासन और कॉन्फिडेंस से पूरी दुनिया को गलत साबित कर दिया. स्मिता आगे कहती हैं, 'आज जब मैं प्रियंका को देखती हूं तो हैरान रह जाती हूं. वो एक कमाल की दिवा बन चुकी है. इससे ये साबित होता है कि आप किसी को उसकी शुरुआती इमेज से नहीं आंक सकते. किस्मत और मेहनत कब इंसान को कहां पहुंचा दे, कुछ कहा नहीं जा सकता.'

निगेटिव सोच से हार नहीं मानी

प्रियंका चोपड़ा खुद भी कई बार यह बात साझा कर चुकी हैं कि कैसे उन्हें रंग को लेकर टिप्पणियां झेलनी पड़ी. उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि शुरुआत में उन्हें 'गोरी' हीरोइन नहीं माना जाता था, और बहुत से निर्देशकों ने उनके रूप को लेकर सवाल उठाए थे. लेकिन प्रियंका ने इस निगेटिव सोच से हार नहीं मानी. उन्होंने न सिर्फ अपनी जगह बनाई, बल्कि यह साबित कर दिया कि असली खूबसूरती आत्मविश्वास, हार्ड वर्क और डेडिकेशन में होती है. वह हमेशा से बॉडी पॉजिटिविटी की वकालत करती आई हैं और आज वह उन लाखों लड़कियों के लिए प्रेरणा हैं जो रंग या शरीर को लेकर सेल्फ-डाउट का शिकार होती हैं. 

प्रियंका का वर्क फ्रंट 

काम की बात करें तो प्रियंका चोपड़ा जल्द ही भारतीय सुपरस्टार महेश बाबू के साथ बड़े प्रोजेक्ट SSMB29 में नजर आएंगी. यह फिल्म 'बाहुबली' और 'आरआरआर' फेम निर्देशक एस.एस. राजामौली द्वारा निर्देशित की जा रही है. बताया जा रहा है कि यह फिल्म दो पार्ट में रिलीज़ होगी – पहली किस्त 2027 में और दूसरी 2029 में. प्रियंका ने हाल ही में इस फिल्म की शूटिंग शुरू करने से पहले बालाजी मंदिर में दर्शन किए, जिसकी तस्वीरें उन्होंने इंस्टाग्राम पर शेयर की थी. यह फिल्म भारतीय सिनेमा की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक मानी जा रही है, और इसमें प्रियंका की भूमिका बेहद खास बताई जा रही है. 

Similar News