Haq X Review : झकझोर देने वाली एक औरत के 'हक' की लड़ाई, धमाकेदार है Emraan Hashmi और Yami Gautam की कोर्ट ड्रामा
7 नवंबर 2025 को इमरान हाश्मी और यामी गौतम की फिल्म हक़ सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. फर्स्ट डे फिल्म को पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिला है. हर कोई फिल्म की तारीफ कर रहा है. खासकर यामी की एक्टिंग सबके दिलों पर छा गई है. वहीं इमरान का काम भी काबिले तारीफ है.;
सुपर्ण वर्मा के निर्देशन में बनी यामी गौतम (Yami Gautam) और इमरान हाश्मी (Emraan hashmi) स्टारर 'हक़' (Haq) 7 नवंबर 2025 को थिएटर्स में रिलीज हो चुकी है. ये एक पावरफुल कोर्टरूम ड्रामा है, जो रियल लाइफ के मशहूर शाह बानो केस (1985) से इंस्पायर्ड है. डायरेक्टर सुपर्ण एस वर्मा ने इसे बहुत संवेदनशील तरीके से बनाया है. लीड रोल में हैं यामी गौतम धर (शाजिया बानो) और इमरान हाशमी (अब्बास खान/अहमद खान). फिल्म करीब 2 घंटे 20 मिनट है, और ये महिलाओं के अधिकारों, धर्म, कानून और समाज की लड़ाई पर गहरा मैसेज देती है.
दर्शकों के मुताबिक, यामी के करियर का उनका बेस्ट परफॉर्मेंस है. शाजिया के किरदार को उन्होंने जिया है - दर्द, गुस्सा, हिम्मत सब नेचुरल लगता है. कोर्ट सीन में उनके डायलॉग्स रोंगटे खड़े कर देंगे. लोग कह रहे हैं कि यामी ने किरदार नहीं, उसे जीवंत कर दिया. वहीं लंबे समय बाद इमरान हाश्मी इतने मजबूत रोल में नजर आ रहे हैं. उनका वकील का किरदार ग्रे शेड वाला है न हीरो, न विलेन. कोर्ट में उनकी दलीलें दमदार हैं, इमोशनल सीन में भी अच्छे लगे.
क्या रहा पॉजिटिव रिएक्शन?
अब बात करते हैं कि फिल्म को आखिर कैसे प्रतिक्रिया मिली है. तो शुरुआत करते हैं पहले कुछ पॉजिटिव रिव्यू से. बॉलीवुड एक्ट्रेस मीरा चोपड़ा अपने एक्स हैंडल पर लिखती है, '#हक़ आपको याद दिलाता है न्याय दिया नहीं जाता, लिया जाता है. चाहे इसके लिए सब कुछ क्यों न चुकाना पड़े. यह सिर्फ़ एक औरत की लड़ाई नहीं है, यह हर उस औरत की लड़ाई है जिसने न्याय मांगने की हिम्मत दिखाई. 'हक़' सिर्फ़ एक फ़िल्म नहीं है, यह व्यवस्था पर करारा हमला है. शाहबानो का मामला भले ही दशकों पुराना हो, लेकिन यह जिस मानसिकता को उजागर करता है? वह अभी भी ज़िंदा और सक्रिय है. इसे देखें और खुद से पूछें कि क्या हम वाकई बदल गए हैं.'
पूर्व एक्टर और खुद को फिल्म क्रिटिक कहने वाले कमाल रशीद खान लिखते हैं, 'फिल्म #HAQ सभी मुस्लिम महिलाओं के लिए ज़रूर देखने लायक है. यामी गौतम ने अपना बेस्ट एक्टिंग किया है. निर्देशक #सुपर्नवर्मा ने बेहतरीन काम किया है. इमरान हाशमी का विग उनकी एक्टिंग जितना ही खराब है. वर्तिका सिंह ने बहुत ही प्रभावशाली काम किया है. इसके निर्माता #संदीपसिंह और #विक्कीजैन हैं! मुझे यह बहुत पसंद आई.'
एक यूजर लिखते है, 'मैंने #हक मूवी देखी दिल्ली स्क्रीनिंग में.. 2-3 दिन पहले. शब्द नहीं हैं... @यमीगौतम और @इमरानहाशमी का काम है मेरे क्रिटिक करियर की अब तक की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक @suparnverma सर @bawejastudios@जंगलीपिक्चर्स सरकार से गुजारिश है टैक्स फ्री किया जाए फिल्म को..सैल्यूट.'
एक अन्य ने कहा, '#हक़ का हर फ्रेम साबित करता है कि #यामीगौतम क्यों बेमिसाल हैं. कोई हाइप नहीं, बस प्योर टैलेंट और स्ट्रांग कॉन्फिडेंस वह लगातार अवार्ड विनिंग परफॉरमेंस से भारतीय सिनेमा पर राज कर रही हैं. वह अगले साल एक बेस्ट नेशनल अवार्ड की हक़दार हैं!.'
क्या फिल्म की कमी
हालांकि फिल्म को लेकर अभी तक निगेटिव रिव्यू नहीं मिले हैं, हां लेकिन यह कहना है कि स्पीड थोड़ी स्लो है, कुछ लोग बोर फील कर सकते हैं. कुछ सीन लंबे लगते हैं, अगर आप मसाला एक्शन चाहते हैं, तो ये आपके लिए नहीं है. लेकिन जो लोग समाजिक मुद्दों को पसंद करते है वह इस फिल्म को देख सकते है.
कहानी क्या है? (प्लॉट समरी - स्पॉइलर फ्री)
फिल्म की शुरुआत 1960-70 के दशक के उत्तर प्रदेश के एक छोटे से कस्बे से होती है. शाजिया बानो (यामी गौतम) एक आम घरेलू महिला है, जो अपने पति अब्बास खान (इमरान हाशमी) से बेइंतहा मोहब्बत करती है. अब्बास एक सफल वकील है, दोनों की जिंदगी खुशी-खुशी चल रही है, तीन बच्चे हैं, सब कुछ परफेक्ट लगता है. लेकिन एक दिन अब्बास दूसरी शादी कर लेता है और नई बीवी को घर लाता है. शाजिया की दुनिया उजड़ जाती है, वो बच्चों को लेकर घर छोड़ देती है. अब्बास पहले तो गुजारा भत्ता (मेंटेनेंस) देने का वादा करता है, लेकिन बाद में ट्रिपल तलाक देकर सब बंद कर देता है. शाजिया अकेली लड़ती है - पहले लोकल कोर्ट, फिर हाई कोर्ट और आखिर में सुप्रीम कोर्ट तक. ये सिर्फ एक औरत की पर्सनल लड़ाई नहीं, बल्कि पूरे देश में महिलाओं के हक, धर्म और कानून की बहस छिड़ जाती है. फिल्म दिखाती है कि कैसे एक आम औरत अपनी इज्जत और बच्चों के लिए तूफान बन जाती है. कहानी इमोशनल है, लेकिन ओवर ड्रामेटिक नहीं - रियल लगती है। क्लाइमेक्स में कोर्ट के सीन आपको सीट से चिपका देंगे!.