ऐसे ही नहीं सदाबहार थे Dev Anand, पढ़ें उनके पांच किस्से

देव आनंद का फिल्मी करियर एक एक्टर के रूप में 1946 में फिल्म 'हम एक हैं' से शुरू हुआ था, लेकिन पहली हिट फिल्म 'हम दोनो' (1961) थी. मगर उनके फिल्मी करियर की शुरुआत बहुत कठिन थी.;

Edited By :  रूपाली राय
Updated On : 3 Jan 2025 8:01 AM IST

देव आनंद (Dev Anand) भारतीय सिनेमा के एक महान एक्टर, प्रोड्यूसर और डायरेक्टर थे. उनकी फिल्में, स्टाइल और शख्सियत आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं. यहां देव आनंद के बारे में पांच दिलचस्प किस्से हैं, जो उनके जीवन के अनछुए पहलुओं को उजागर करते हैं. देव आनंद भारतीय सिनेमा के दिग्गज एक्टर थे, जिनकी छवि एक सदाबहार और रोमांटिक हीरो की थी. उनकी एक्टिंग, चार्म और स्टाइल आज भी लोगों को इंस्पायर्ड करते हैं. उनकी यहां देव आनंद के बारे में पांच दिलचस्प किस्से हैं जो उनके जीवन को और भी दिलचस्प बनाते हैं.

देव आनंद का फिल्मी करियर एक एक्टर के रूप में 1946 में फिल्म 'हम एक हैं' से शुरू हुआ था, लेकिन पहली हिट फिल्म 'हम दोनो' (1961) थी. मगर उनके फिल्मी करियर की शुरुआत बहुत कठिन थी. उन्हें शुरुआत में कई बार रिजेक्ट किया गया था. उन्होंने अपने जीवन के शुरुआती दिनों में बहुत संघर्ष किया और कभी हार नहीं मानी.

एक्टिंग और स्टाइल

देव आनंद को उनके दमदार के अलावा उनके यूनिक स्टाइल के लिए भी जाना जाता था. उनका चलने का तरीका, उनका हंसी-खुशी का व्यक्तित्व और उनकी रोमांटिक छवि ने उन्हें युवाओं के बीच एक आइकॉन बना दिया। उन्होंने फिल्मों में हमेशा एक कॉंफिडेंट और कूल हीरो का रोल किया, जो उनकी फिल्म दिल के जिज्ञासा में पूरी तरह से झलका। उनकी फिल्मों में रोमांस और स्टाइल को हमेशा एक नया मुकाम मिला. 

सुरैया से प्यार

देव आनंद का नाम एक्ट्रेस सुरैया से जुड़ा था. दोनों के बीच गहरा प्रेम था, लेकिन सुरैया के परिवार ने इस रिश्ते को मंजूरी नहीं दी. इसके बाद देव आनंद ने कभी सुरैया से शादी नहीं की. हालांकि, दोनों की लव स्टोरी बॉलीवुड के सबसे रोमांटिक और दुखद किस्सों में से एक मानी जाती है. हालांकि उन्होंने अपनी लाइफ पार्टनर कल्याणी को चुना और उसके साथ एक प्यारा सा परिवार बसाया। उनकी निजी जिंदगी से जुड़े किस्से भी उनकी जिंदगी की रोचकता को दर्शाते हैं. देव आनंद ने अपनी किताब 'रोमांसिंग विद लाइफ' में इस रिश्ते के बारे में डिटेल से लिखा था.

इस फिल्म से आया करियर में मोड़ 

1970 में आई फिल्म 'जॉनी मेरा नाम' ने देव आनंद के करियर को एक नई दिशा दी. इस फिल्म में देव आनंद ने एक जासूस का किरदार निभाया, और उनका यह नया अवतार दर्शकों को बहुत भाया. फिल्म का म्यूजिक भी बेहद लोकप्रिय हुआ और यह उनकी करियर की सबसे हिट फिल्मों में से एक बन गई. इस फिल्म के बाद देव आनंद ने अपने एक्टिंग और निर्देशन दोनों में नए आयाम स्थापित किए.

खाना बनाने के शौक़ीन 

देव आनंद को हमेशा नए-नए अनुभवों और शौक रखने का बहुत शौक था, और खाना बनाना भी उनमें से एक था. उन्हें खासतौर से भारतीय और अंतरराष्ट्रीय व्यंजनों को बनाने का शौक था. वे खुद भी समय-समय पर रेसिपी में प्रयोग करते रहते थे. उनके करीबी दोस्त और परिवार बताते हैं कि जब वे घर पर होते थे, तो कई बार वे खुद किचन में जाते और खाना पकाते थे. उनकी पसंदीदा रेसिपी में भारतीय मसालेदार खाने, जैसे बिरयानी, दाल, सब्जियां और कबाब शामिल थे. इसके अलावा, उन्हें वेस्टर्न और इटालियन खाने भी बनाने का शौक था, और कभी-कभी वे पिज्जा और पास्ता जैसी चीज़ें भी बनाते थे.

विदेश में पढ़ना चाहते थें

देव आनंद के कॉलेज के ज्यादातर छात्र आगे की पढ़ाई के लिए इंग्लैंड जा रहे थे. वह पढ़ने के लिए विदेश भी जाना चाहते थे, लेकिन घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, इसलिए उनके पिता उन्हें विदेश पढ़ने के लिए नहीं भेज सके, क्योंकि उन पर अपने बच्चों की जिम्मेदारी भी थी. उसी दौरान देव आनंद को भारतीय नौसेना की नौकरी से भी खारिज कर दिया गया था. इससे वह पूरी तरह टूट गये थे. इसके बाद उन्हें एक बैंक में क्लर्क की नौकरी मिल गई, लेकिन उनका सपना कुछ और था और वह मुंबई चले गए और यहां आजमाया उन्होंने एक्टिंग में हाथ. 

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