चीन में 'डॉमिनेटिंग सीईओ' रोमांस शॉर्ट ड्रामा पर लगाम: NRTA ने जारी किए नए दिशानिर्देश; कहा- गलत धारणा मत बनाओ

चीन में शॉर्ट ड्रामा की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है, खासकर 'डॉमिनेटिंग सीईओ' थीम वाली कहानियां, जहां एक साधारण लड़की की रोमांस कहानी एक अमीर, ताकतवर और अट्रैक्टिव सीईओ के साथ दिखाई जाती है. ये ड्रामा आमतौर पर कुछ मिनट की एपिसोड वाली होती हैं और मोबाइल पर देखी जाती हैं. 2024 तक इनकी संख्या हजारों में पहुंच गई, और बाजार का आकार 50 अरब युआन से ज्यादा हो गया. लाखों दर्शक, खासकर युवा महिलाएं और मध्यम आयु वर्ग के लोग, इनकी दीवानी हो गईं क्योंकि ये त्वरित "रिफ्रेशमेंट" और फंतासी प्रदान करती हैं – बिना मेहनत के अमीरी, लग्जरी लाइफ और परफेक्ट रोमांस.;

( Image Source:  Create By AI Sora )
Edited By :  रूपाली राय
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हाल ही में चीन की सरकार ने छोटे-छोटे ड्रमों (जिन्हें शॉर्ट ड्रामा या मिनी-सीरीज भी कहते हैं) के लिए नए नियम जारी किए हैं.  ये नियम खास तौर पर उन कहानियों पर लागू होते हैं जिनमें अमीर और ताकतवर सीईओ के साथ रोमांस दिखाया जाता है. सरकार का कहना है कि ऐसी कहानियां नहीं बननी चाहिए जो यह मैसेज दें कि किसी बहुत अमीर या शक्तिशाली व्यक्ति या परिवार से शादी करना ही जीवन का सबसे बड़ा सपना है. इसके अलावा, जानबूझकर धन-दौलत, लग्जरी कारें, बड़े-बड़े घर और ताकत का दिखावा करके दर्शकों को लुभाने वाली सामग्री बनाने से भी मना किया गया है.

यह बात एक सरकारी मीडिया अकाउंट 'गुआंगडियानशिजी' ने सोमवार को अपने वीचैट पर बताई. राष्ट्रीय रेडियो और टेलीविजन प्रशासन (NRTA) ने ये दिशानिर्देश जारी किए हैं. इनमें साफ-साफ कहा गया है कि अगर कोई छोटा नाटक किसी बिजनेसमैन के जीवन को दिखाता है, तो उसमें असली जिंदगी जैसी बातें होनी चाहिए यानी कहानी रीयलिस्टिक होनी चाहिए, कल्पना की उड़ान भरने वाली नहीं. 

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ऐसा करना गलत धारणा बनाना है 

रचनाकारों को चेतावनी दी गई है कि वे रीयलिस्टिक के नाम पर भी बेतुकी और बेमानी कहानियां न बनाएं. न ही अजीब-अजीब फिल्मी तकनीकें इस्तेमाल करके बिना मतलब के प्लॉट बनाएं। ऐसा करने से लोगों के मन में चीनी उद्यमियों के बारे में गलत धारणा बन सकती है और पूरे बिजनेस समुदाय की इज्जत को नुकसान पहुंच सकता है. 

कहानी में प्यार-मोहब्बत से ज्यादा दिखाओ 

नियमों में यह भी कहा गया है कि बिजनेसमैनों की कहानियां बताते समय सिर्फ प्यार-मोहब्बत और परिवार के झगड़ों तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए. बल्कि चीन के पुराने और आज के बिजनेसमैनों की असली संघर्ष भरी कहानियां दिखानी चाहिए. खासकर, यह बिल्कुल नहीं दिखाना चाहिए कि किसी ताकतवर और अमीर व्यक्ति से शादी करना ही जीवन की सबसे बड़ी सफलता है. 

ऐसी सीरीज की संख्या कम करें 

सीईओ रोमांस वाली इन छोटी सीरीज को बेहतर तरीके से कंट्रोल करने के लिए कुछ खास कदम उठाने को कहा गया है जैसे: ऐसी सीरीज की संख्या कम करनी होगी. जो बनें, उनकी क्वालिटी अच्छी होनी चाहिए. दर्शकों को अट्रैक्ट करने के लिए 'दबंग सीईओ', 'अरबपति बॉस का प्यार' जैसे चटकदार और लुभावने टाइटल नहीं इस्तेमाल करने चाहिए. 

कोई रातोंरात अमीर नहीं बनता 

साथ ही, इन सीरीज या ड्रमों में जानबूझकर भौतिकवाद (मटेरिअलिस्म), पैसों की चमक-दमक, ताकत का घमंड या मौज-मस्ती वाले जीवन को बढ़ावा नहीं देना चाहिए. मुख्य किरदारों का कैरेक्टर और उनकी सोच समाज के मुख्य मूल्यों से अलग नहीं होनी चाहिए. इन कहानियों में यह मैसेज बिल्कुल नहीं जाना चाहिए कि बिना मेहनत किए सब कुछ मिल जाता है, रातोंरात अमीर बना जा सकता है या बहुत जल्दी सफलता हासिल की जा सकती है. 

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