Bigg Boss 18: पहले से ही तय था टाइम गॉड, मिले ये सबूत, जनता ने मेकर्स की लगाई क्लास
बिग बॉस के घर यानी ड्रामा. यह शो बिना लड़ाई-झगड़े के अधूरा है. यहां खाने से लेकर सोने तक के लिए लड़ाई होती है. पिछले सीजन में कैप्टन बनाए जाते थे. अब कैप्टन के टैग को बदलकर टाइम गॉड कर दिया गया है.;
बिग बॉस का शो जनता को काफी एंटरटेन कर रहा है. आए दिन शो में कुछ न कुछ ड्रामा देखने को मिल जाता है. शो में कई वाइल्ड कार्ड कंटेस्टेंट की एंट्री हुई है. इसके चलते बिग बॉस के घर में धमाके थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. जहां एक तरफ पहले दिन से विवियन और रजत के बीच तकरार थी. वहीं, अब दोनों के बीच अच्छा बॉन्ड बन गया है. दूसरी ओर रजत और दिग्विजय दोस्त से दुश्मन बन गए हैं.
हमेशा से शो के मेकर्स पर पक्षपाती होते के सवाल उठाए जाते हैं. इस बार भी कुछ ऐसा हुआ. हर हफ्ते घर में नए टाइम गॉड के लि टास्क होता है. पिछले हफ्ते ईशा को यह पावर मिली थी. इस बार टाइम गॉड का टास्क देख लगा कि चीजें पहले से ही तय थीं. चलिए जानते हैं कैसे.
टास्क जीत पाना था नामुमकिन
यह बात हम अपने मन से नहीं कह रहे हैं. टाइम गॉड के टास्क में कंटेस्टेंट को ब्लॉक्स खड़े करके फिनिशिंग लाइन तक ले जाने थे. वहीं, दूसरे कंटेस्टेंट को ब्लॉक्स को गिराना था. अब आप खुद सोचिए अगर लगातार कोई कंटेस्टेंट ब्लॉक्स को गिराते रहेंगे, तो भला फिनिशिंग लाइन तक कैसे पहुंचा जा सकता है? ये टास्क चलता रहा. ऐसे में जब बिग बॉस को दिखने लगा कि इस तरह से कोई भी टाइम गॉड नहीं बन पाएगा, तो उन्होंने गेम खेल दिया.
टास्क के लिए ऐसे चुने टॉप 2
बिग बॉस ने चाल तब चली जब करणवीर मेहरा भी ब्लॉक्स नहीं खड़े कर पाए. इसके बाद बिग बॉस ने करण वीर का नाम लेते हुए पूरा टास्क बदल दिया. इसके बाद स्पिनिंग व्हील में रजत और दलाल का नाम आया, जहां दोनों को अपने ब्लॉक्स खड़े करने थे.
ईशा ने किया दिग्विजय को टास्क से बाहर
इस टास्क में ईशा सिंह संचालक थीं. ऐसे में यह साफ था कि ईशा किसे टाइम गॉड के लिए चुनती हैं. इस टास्क में ईशा दिग्विजय को डिस्क्वालिफाई कर देती हैं. इसका कारण करणवीर मेहरा थे. ऐसे में रजत दलाल घर के नए टाइम गॉड बन जाते हैं.