Anurag Kayshap ने इंकार किया Virat Kohli की बायोपिक बनाने से इंकार, इस वजह से हटे पीछे
कश्यप ने यह भी साफ किया कि उनकी फिल्मों में अपराध का कभी महिमामंडन नहीं होता. उनके मुताबिक, मेरी कहानियों में अपराध के हमेशा नतीजे होते हैं. अनुराग कश्यप ने खुद को विराट कोहली की बायोपिक की इस रेस से बाहर रखा, लेकिन उन्होंने विराट कोहली के व्यक्तित्व की जमकर तारीफ भी की.;
भारतीय क्रिकेट स्टार विराट कोहली की लोकप्रियता इतनी ज्यादा है कि अक्सर लोग यह सवाल पूछते हैं कि उनकी ज़िंदगी पर कब कोई फिल्म बनेगी. लाखों फैंस चाहते हैं कि बड़े पर्दे पर कोहली की मेहनत, संघर्ष और सफलता की कहानी दिखाई जाए. लेकिन हाल ही में मशहूर फिल्ममेकर अनुराग कश्यप ने साफ कर दिया है कि वह इस चुनौती को लेने का इरादा बिल्कुल नहीं रखते.
अपनी आने वाली फिल्म 'निशानची' के प्रमोशन के दौरान अनुराग कश्यप से जब विराट कोहली की बायोपिक पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बड़ी साफगोई से जवाब दिया. कश्यप ने कहा, 'मैं विराट कोहली का बहुत बड़ा फैन हूं, लेकिन उनकी बायोपिक बनाना मेरा स्टाइल नहीं है. वह पहले से ही करोड़ों लोगों और बच्चों के लिए हीरो हैं. अगर मैं बायोपिक बनाऊं भी, तो किसी मुश्किल और जटिल किरदार पर काम करना चाहूंगा, न कि किसी ऐसे व्यक्ति पर जो पहले से ही सुपरस्टार और आदर्श है.'
वह बेहद सच्चे और इमोशनल शख्स हैं
हालांकि अनुराग कश्यप ने खुद को इस रेस से बाहर रखा, लेकिन उन्होंने विराट कोहली के व्यक्तित्व की जमकर तारीफ भी की. उन्होंने कहा, 'कोहली बहुत ही खूबसूरत इंसान हैं. मैं उन्हें व्यक्तिगत तौर पर जानता हूं वह बेहद सच्चे और इमोशनल शख्स हैं. उनकी इंसानियत ही उन्हें खास बनाती है.' अब बात करें अनुराग कश्यप की नई फिल्म 'निशानची' की, तो यह कहानी 2000 के शुरुआती दशक के उत्तर प्रदेश की बैकग्राउंड पर आधारित है. इस फिल्म से ऐश्वर्या ठाकरे अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत कर रहे हैं. दिलचस्प बात यह है कि ठाकरे इसमें जुड़वां भाइयों – बबलू और डबलू की भूमिकाएं निभाएंगे, जिनकी विचारधाराएं एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं. यही टकराव फिल्म की असली कहानी को आगे बढ़ाता है.
'निशानची' से ला रहे हैं फ्रेश कहानी
अनुराग कश्यप को अक्सर उनकी चर्चित फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' (2012) के लिए याद किया जाता है, इसलिए 'निशानची' की तुलना उस फिल्म से होना लाज़मी है. लेकिन कश्यप का कहना है कि यह एक बिल्कुल नई कहानी है. उन्होंने यह भी बताया कि इस फिल्म पर रूसी ऑथर दोस्तोयेव्स्की की मशहूर रचना 'क्राइम एंड पनिशमेंट' का असर ज़रूर है, लेकिन यह उसका सीधा रूपांतरण या कॉपी नहीं है.
अंत में निर्दोष नहीं बचता
कश्यप ने यह भी साफ किया कि उनकी फिल्मों में अपराध का कभी महिमामंडन नहीं होता. उनके मुताबिक, मेरी कहानियों में अपराध के हमेशा नतीजे होते हैं. मैंने हर फिल्म में यही दिखाने की कोशिश की है कि कोई भी किरदार अंत में निर्दोष नहीं बचता. इंसान चाहे कितना भी ताकतवर हो, लेकिन गलत काम का अंजाम उसे भुगतना ही पड़ता है.' इस तरह, एक तरफ जहां फैंस विराट कोहली की बायोपिक देखने का सपना देख रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ अनुराग कश्यप अपनी नई फिल्म 'निशानची' से दर्शकों के सामने एक और गहरी और सोचने पर मजबूर करने वाली कहानी लाने जा रहे हैं.