एक्ट्रेस-पॉलिटिशियन का दावा, शराब के आदी थे Rajiv Kapoor - 'निधन से एक दिन पहले...'
राजीव कपूर का निधन उनके बड़े भाई ऋषि कपूर के कैंसर के कारण निधन के एक साल बाद हुआ. खुशबू सुंदर ने कहा कि 2021 में उनके निधन से ठीक एक दिन पहले उन्होंने राजीव कपूर से बात की थी.;
दिवगंत ऋषि कपूर और रणधीर कपूर के सबसे छोटे भाई एक्टर राजीव कपूर का निधन हुआ. वह महज 58 साल के थे. ऋषि के कैंसर से निधन के एक साल बाद 2021 में उनका दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह दिग्गज एक्ट्रेस खुशबू सुंदर के बहुत अच्छे दोस्त थे, जिन्होंने हाल ही में उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी शेयर की.
पॉलिटिशियन-एक्ट्रेस खुशबू ने खुलासा किया कि शराब की लत राजीव की एक बड़ी समस्या थी, और इसने उनके स्वास्थ्य के अन्य पहलुओं को प्रभावित किया. उन्होंने कहा, 'उन्हें दिल की बीमारी थी, लेकिन शराब की लत के कारण, हम जानते थे कि यह एक बड़ी समस्या पैदा कर सकती है. हम उन्हें यह आदत छुड़वाने में सफल नहीं हुए.'
दोस्त का निधन एक बड़ा सदमा
विक्की लालवानी से बात करते हुए उन्होंने बताया, 'राजीव बहुत उदास रहते थे. उनके घुटने में गंभीर समस्या थी, इसलिए उन्होंने कुछ सर्जरी करवाई लेकिन इससे उन्हें कोई फायदा नहीं हुआ. हम निश्चित रूप से जानते थे कि चिम्पू अस्वस्थ थे. जब चिम्पू का निधन हुआ, तब मैं बॉम्बे में थी. मुझे बोनी कपूर ने उनके निधन के बारे में बताया था. उन्होंने मुझे फोन करके बताया, 'चिम्पू अब नहीं रहे.' यह मेरे लिए एक बड़ा सदमा था.'
अपनी हेल्थ को हल्के में ले रहे थे
खुशबू सुंदर ने बताया कि उन्होंने राजीव की मौत से एक दिन पहले उनसे बात की थी. एक्ट्रेस ने बताया, 'मैंने चिम्पू से उनकी मौत से ठीक एक दिन पहले बात की थी. उन्हें बहुत तेज़ बुखार था और यह कोविड-19 के दौरान की बात थी. अस्वस्थ होने के बावजूद, वह हमेशा की तरह ही थे... वह अपनी सेहत को हल्के में ले रहे थे और जल्द ही मिलने का वादा किया था.'
राजीव ने चलना सिखाया
खुशबू ने बताया कि वे दोनों इतने करीब थे कि उनके लिए उनसे मिलना और खाना खाना एक रस्म बन गई थी. उन्होंने कहा, 'उनकी मौत मेरे लिए एक सदमा थी. ऐसे लोगों को पाना बहुत मुश्किल है जो इतने जिंदादिल हों और अपने दोस्तों और दोस्ती के प्रति इतने कमिटेड हों. हमें अब भी लगता है कि वह हमारे साथ हैं.' खुशबू ने अभी भी राजीव का फ़ोन नंबर डिलीट नहीं किया है. हालांकि, उन्हें उनके परिवार के कॉन्टैक्ट में न रहने का अफ़सोस है, क्योंकि वह उनके लिए एकमात्र कनेक्शन था. अपनी दोस्ती के बारे में बात करते हुए, एक्ट्रेस ने शेयर किया, 'उन्होंने मुझे बहुत सी चीज़ें सिखाई हैं. मैं अपने पैरों पर सिर्फ़ वाइट नेल पेंट लगाती हूं क्योंकि चिम्पू ने एक बार मुझसे कहा था कि यह क्लासी है. उसने मुझे 1983 में यह बताया था, और आज तक, मैं सिर्फ़ वही पेंट लगाती हूं. उन्हें मेरा चलने का तरीका पसंद नहीं था, इसलिए उसने मुझे बिना आवाज़ किए हील्स पहनकर चलना सिखाया.'
इस फिल्म में होती खुशबू
खुशबू सुंदर और राजीव कपूर की दोस्ती फिल्म 'राम तेरी गंगा मैली' के निर्माण के दौरान हुई थी. राज कपूर ने पहले उन्हें 1985 की फिल्म से लॉन्च करने का फैसला किया था, लेकिन उस समय वह सिर्फ 14 साल की थीं, इसलिए फिल्म निर्माता-एक्टर ने उनकी जगह 'मंदाकिनी' को यह भूमिका दी.