अपने पड़ोसी को जोरदार थप्पड़ मारना चाहते हैं एक्टर और कॉमेडियन Vir Das, सह नहीं पाए डिलीवरी बॉय की इंसल्ट
एक्टर और कॉमेडियन वीर दस उस वक्त अपने पड़ोसी पर भड़क गए जब उन्होंने एक डिलीवरी एजेंट के साथ हुए दुर्व्यवहार करते देखा। जो सिर्फ मुश्किल से दस मिनट लेट आया था. जिसके बाद वीर ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने अपने पड़ोसी को थप्पड़ मारने का जिक्र किया है.;
एक्टर और कॉमेडियन वीर दास ने हाल ही में एक डिलीवरी एजेंट के साथ हुए दुर्व्यवहार पर सोशल मीडिया पर नाराज़गी ज़ाहिर की. उन्होंने एक ट्वीट के ज़रिए बताया कि उनके पड़ोसी ने एक डिलीवरी बॉय को सिर्फ इसलिए डांट दिया क्योंकि वह 10 मिनट देर से पहुंचा था. वीर ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, 'अगली बिल्डिंग में किसी को डिलीवरी करने वाले लड़के से झगड़ते सुना. वह आदमी सिर्फ 10 मिनट देर से आया था. इससे ज़्यादा किसी को थप्पड़ मारने का मन पहले कभी नहीं हुआ. मुंबई में जो डिलीवरी बॉय ई-स्कूटर से आता है, वह रास्ते में मंगल ग्रह की सतह को पार करने जैसा अनुभव करता है..प्लीज थोड़ा पेशंस रखें.'
उनके इस ट्वीट को काफी सपोर्ट मिला, एक यूज़र ने जवाब में लिखा, 'मुंबई की आधी सड़कें खोदी हुई हैं. ऐसे में जल्दी डिलीवरी की उम्मीद करना अमानवीय है.' दूसरे ने लिखा, 'जो लोग आपके जीवन को आसान बनाते हैं, उनके लिए थैंकफुल रहें। बिना तमीज के इंसान हमेशा बदतमीज़ ही रहेगा. 'एक अन्य और ट्वीट में कहा गया कि इन लोगों में इतनी हिम्मत नहीं होती कि असली कारणों से लड़ें, इसलिए अपनी हताशा इन गरीब गिग वर्कर्स पर निकालते हैं। ऐसे निवासियों पर शर्म आती है.'
एयर इंडिया का अनुभव
वीर दास ने हाल ही में एयर इंडिया के खिलाफ भी नाराज़गी जताई थी. उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी शिवानी माथुर, जो पैर के फ्रैक्चर से उबर रही हैं, उनके लिए व्हीलचेयर पहले से बुक थी लेकिन फिर भी एयर इंडिया ने समय पर व्हीलचेयर Available नहीं कराई। वीर ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि उन्होंने मुंबई से दिल्ली की फ्लाइट में दो टिकटों के लिए 50,000 प्रति सीट खर्च किए, लेकिन यात्रा के दौरान उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
व्हीलचेयर सेवा में देरी
उन्होंने लिखा कि व्हीलचेयर सेवा ‘प्रणाम सेवा’ के तहत बुक की गई थी, फिर भी उनकी पत्नी को इंतज़ार करना पड़ा। एयर इंडिया ने वीर की शिकायत के कुछ घंटे बाद प्रतिक्रिया दी. एयरलाइन के मैनेजर ने माना कि ये अनुभव उनकी उम्मीदों के अनुसार नहीं था और स्वीकार किया कि व्हीलचेयर सेवा में देरी हुई थी, लेकिन इसे पूरी तरह अस्वीकार नहीं किया गया था. वीर का यह पोस्ट और उनके अनुभव ने सोशल मीडिया पर यात्रियों के लिए ज़रूरी सहूलियतों और गिग वर्कर्स के साथ सम्मानजनक व्यवहार पर एक बड़ी बहस शुरू कर दी है.