यात्रीगण हो जाएं टेंशन फ्री! अब ऑनलाइन बदल सकेंगे कन्फर्म टिकट की जर्नी डेट, नहीं बर्बाद होंगे आपके पैसे
Indian Railway: हाल ही में IRCTC ने जनवरी 2026 से एक नई सुविधा शुरू करने की घोषणा की है, अब यात्री अपनी कन्फर्म ई-टिकट की यात्रा डेट ऑनलाइन बदल सकेंगे. हालांकि नई तिथि पर सीट उपलब्धता और अगर किराया ज्यादा है, तो यात्री को एक्स्ट्रा किराया देना पड़ सकता है.;
Indian Railway: भारतीय रेलवे की ओर से यात्रियों के सफर को आसान और टेंशन फ्री बनाने के लिए हमेशा नए-नए बदलाव किए जाते हैं. हाल में तत्काल टिकट बुकिंग के नियमों में बदलाव किया गया था. अब कंफर्म टिकट को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है.
IRCTC ने जनवरी 2026 से एक नई सुविधा शुरू करने की घोषणा की है, जिसके तहत अब यात्री अपनी कन्फर्म ई-टिकट की यात्रा डेट ऑनलाइन बदल सकेंगे. इसके लिए यात्रियों को एक रुपये में नहीं देने होंगे. यानी पूरा प्रोसेस फ्री होगा.
क्या हुआ बदलाव?
कन्फर्म टिकट की तारीख बदलवाने की सुविधा अब तक रेलवे काउंटरों पर उपलब्ध है, लेकिन अब इसे ऑनलाइन बदल सकते हैं. इस सुविधा को IRCTC की वेबसाइट और मोबाइल ऐप के जरिए से भी लागू किया जाएगा.
इस नई बदलाव के तहत, अगर कोई यात्री अपनी यात्रा की डेट बदलना चाहता है, तो उसे अपनी मौजूदा टिकट को कैंसिल करने और नई टिकट बुक करने की आवश्यकता नहीं होगी.इसके बजाय वह सीधे ऑनलाइन यात्रा की तारीफ बदल सकेगा. हालांकि नई तिथि पर सीट उपलब्धता और अगर किराया ज्यादा है, तो यात्री को एक्स्ट्रा किराया देना पड़ सकता है.
क्या बोले रेल मंत्री?
इस नई सुविधा पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, यह कदम यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, जिससे उन्हें यात्रा डेट बदलने में किसी प्रकार की कठिनाई न हो. उन्होंने इसे यात्रियों के हित में एक सकारात्मक सुधार बताया.
इस नई सुविधा से यात्रियों को समय और धन की बचत होगी, क्योंकि उन्हें टिकट रद्द करने और फिर से बुकिंग करने की प्रक्रिया से गुजरने की आवश्यकता नहीं होगी. यह कदम भारतीय रेलवे की डिजिटल पहल को और मजबूत करेगा और यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाएगा.
तत्काल टिकट बुकिंग का नया नियम
रेलवे ने 1 जुलाई 2025 से तत्काल (Tatkal) टिकट बुकिंग के नियम में बड़ा बदलाव किया. नए नियमों के अनुसार अब केवल वे यात्री ही तत्काल टिकट ऑनलाइन बुक कर पाएंगे जिनका IRCTC अकाउंट आधार से लिंक और वेरिफाइड हो. 15 जुलाई से टिकट बुकिंग के समय आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर भेजे गए OTP (वन-टाइम पासवर्ड) का सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया. इसका उद्देश्य एडेंट के टिकटों की कालाबाजारी को रोकना था.