GST Rate Cut 2025: नवरात्रि से पहले बड़ी राहत, सस्ते होंगे AC, फ्रिज, दूध-घी और रोजमर्रा की चीजें
जीएसटी रेट कट 2025 रात 12 बजे से लागू हो रहा है. अब AC, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, जूते, साइकिल, टूथपेस्ट, साबुन, घी, दूध, मक्खन और पैकेज्ड वॉटर जैसी रोजमर्रा की चीजें सस्ती होंगी. अमूल और मदर डेयरी समेत बड़ी कंपनियों ने कीमतें घटा दी हैं. वहीं, सिन गुड्स जैसे तंबाकू और शराब पर 40% टैक्स जारी रहेगा. नवरात्रि से पहले आम जनता को बड़ी राहत मिलेगी. जानें नई दरें और क्या-क्या सस्ता हो रहा है.;
22 सितंबर की मध्यरात्रि से भारत के टैक्स सिस्टम में बड़ा बदलाव लागू होने जा रहा है. जीएसटी काउंसिल द्वारा हाल ही में लिए गए फैसले के बाद नई जीएसटी दरें लागू होंगी. इसका सीधा असर आपके जेब पर पड़ेगा क्योंकि रोजमर्रा की कई जरूरी चीजें अब पहले से सस्ती हो जाएंगी. त्योहारों के मौसम में आने वाला यह बदलाव आम जनता के लिए किसी तोहफ़े से कम नहीं है.
नई व्यवस्था में जीएसटी को दो प्रमुख स्लैब में बांटा गया है – 5% और 18%. वहीं तंबाकू, शराब और एरेटेड ड्रिंक्स जैसे ‘सिन प्रोडक्ट्स’ पर 40% जीएसटी लागू रहेगा. इसका मकसद है टैक्स सिस्टम को सरल बनाना, खपत को बढ़ावा देना और उद्योगों पर बोझ कम करना.
घरेलू उपकरणों पर सबसे ज्यादा राहत
अगर आप इस नवरात्रि नए इलेक्ट्रॉनिक्स या घरेलू उपकरण खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो यह सबसे सही समय है. वोल्टास, डायकिन, गोदरेज, पैनासोनिक और हायर जैसी कंपनियों ने अपने AC, फ्रिज और डिशवॉशर की कीमतों में 4,000 से 8,000 रुपये तक की कटौती की है. 28% से घटाकर 18% टैक्स होने के कारण इन प्रोडक्ट्स पर करीब 7–8% तक सस्ता असर देखने को मिलेगा.
डेयरी प्रोडक्ट्स भी होंगे किफायती
अमूल और मदर डेयरी ने भी अपने 700 से ज्यादा प्रोडक्ट्स की कीमत घटाने का ऐलान किया है. मक्खन, घी, आइसक्रीम, पनीर, बेकरी आइटम्स और स्नैक्स अब पहले से सस्ते मिलेंगे. उदाहरण के तौर पर अमूल मक्खन (100 ग्राम) ₹62 से घटकर ₹58 और घी ₹650 से घटकर ₹610 प्रति लीटर हो गया है. मदर डेयरी का मक्खन अब ₹305 की जगह ₹285 में मिलेगा.
रेलवे का पैकेज्ड वॉटर भी सस्ता
रेलवे यात्रियों के लिए भी खुशखबरी है. ‘रेल नीर’ पैकेज्ड पानी की कीमतें घटा दी गई हैं. एक लीटर की बोतल अब ₹15 के बजाय ₹14 में और आधा लीटर की बोतल ₹10 की जगह ₹9 में मिलेगी. यह बदलाव रेलवे स्टेशन और ट्रेनों दोनों जगह लागू होगा.
रोजमर्रा की चीजों पर सीधी राहत
नए जीएसटी नियमों के तहत कई ऐसे प्रोडक्ट्स अब 12% की जगह 5% स्लैब में आ गए हैं. इनमें टूथपेस्ट, साबुन, शैम्पू, बिस्किट, पैकेज्ड स्नैक्स, दूध पिलाने की बोतलें, कपास-जूट के बैग, मोमबत्तियां, लकड़ी-लौहे के घरेलू बर्तन और साइकिल जैसी रोजमर्रा की चीजें शामिल हैं. इससे आम आदमी की जेब पर सीधा असर होगा.
ऑटो सेक्टर को भी बड़ा फ़ायदा
छोटी कारें और टू-व्हीलर इस कटौती से काफी सस्ते होंगे. 1200cc से कम इंजन वाली कारों पर टैक्स 28% से घटाकर 18% कर दिया गया है. इससे गाड़ियों की कीमतों में 5–10% तक की कमी आ सकती है. टू-व्हीलर भी अब और सस्ते मिलेंगे, जिससे मिडिल क्लास फैमिली को बड़ा लाभ होगा.
बीमा और वित्तीय सेवाएं होंगी किफायती
अभी तक बीमा प्रीमियम पर 18% जीएसटी लगता था, लेकिन नई दरों में इसे कम किया गया है. इससे जीवन और स्वास्थ्य बीमा की प्रीमियम राशि घट जाएगी. यह बदलाव मिडिल इनकम परिवारों को सुरक्षा कवच देगा और ज्यादा लोग इंश्योरेंस लेने के लिए प्रोत्साहित होंगे.
लेकिन ये चीजें रहेंगी महंगी
सरकार ने साफ किया है कि ‘सिन प्रोडक्ट्स’ पर 40% टैक्स जारी रहेगा. यानी तंबाकू, शराब, पान मसाला और ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म महंगे बने रहेंगे. इसके अलावा पेट्रोलियम उत्पाद और लग्जरी सामान जैसे हीरे व कीमती रत्न भी राहत सूची से बाहर हैं.
त्योहारों से पहले राहत की सौगात
त्योहारों के सीजन में यह रेट कट आम आदमी के लिए एक राहत भरा कदम है. उपभोक्ताओं को जहां रोजमर्रा की चीजों पर सीधी राहत मिलेगी, वहीं उद्योग जगत को भी बिक्री में इजाफा होने की उम्मीद है. साफ है कि नवरात्रि से शुरू हो रही यह नई व्यवस्था भारतीय अर्थव्यवस्था और लोगों दोनों के लिए फायदे का सौदा साबित होगी.