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भाई दिक्कत क्या है! ट्रेन हाईजैक मामले में बिना सबूत भारत का नाम क्यों ले रहा पाकिस्तान?

पाकिस्तान ने बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस हमले के लिए भारत को अप्रत्यक्ष रूप से दोषी ठहराया, दावा किया कि हमलावरों के संचालक अफगानिस्तान में थे. अफगानिस्तान ने आरोपों को खारिज कर पाकिस्तान को आंतरिक सुरक्षा पर ध्यान देने की सलाह दी. इस घटना ने भारत-पाकिस्तान संबंधों में नई दरार पैदा कर दी है, जबकि भारतीय मीडिया पर भी गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया गया.

भाई दिक्कत क्या है! ट्रेन हाईजैक मामले में बिना सबूत भारत का नाम क्यों ले रहा पाकिस्तान?
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नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Published on: 14 March 2025 8:23 AM

कहा जाता है कि जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है. ये कविता हमारे पड़ोसी देश की मौजूदा स्थिति पर लागू होता है. एक ट्रेन हाईजैक होने से वह बौखला गया है कि वह बार बार भारत को टारगेट कर रहा है. उसने भारत को अप्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार ठहराया है.

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने कहा कि इस्लामाबाद के पास सबूत हैं कि हमलावरों के संचालक अफगानिस्तान में थे और उन्हें भारत का समर्थन प्राप्त था. उन्होंने दावा किया कि अपहरण से जुड़े फोन कॉल अफगानिस्तान से किए गए थे, हालांकि उन्होंने इस मामले में प्रत्यक्ष रूप से भारत का नाम नहीं लिया.

पाकिस्तना को अपनी गलती नहीं दिखती

इस हमले को लेकर पाकिस्तान की सेना, सरकार और मीडिया ने भारत की ओर इशारा किया है, लेकिन अपनी सुरक्षा एजेंसियों की विफलताओं पर कोई चर्चा नहीं की. पाकिस्तान लंबे समय से भारत पर बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) जैसे समूहों को समर्थन देने का आरोप लगाता रहा है, हालांकि भारत ने इन दावों को हमेशा खारिज किया है. इस हमले के बाद पाकिस्तान की ओर से लगाए गए नए आरोपों ने एक बार फिर दोनों देशों के बीच कूटनीतिक तनाव को हवा दी है.

जाफर एक्सप्रेस को BLA ने किया था हाईजैक

BLA ने 11 मार्च को जाफर एक्सप्रेस का अपहरण कर लिया था, जिसके बाद सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई झड़प में 58 लोग मारे गए, जिनमें 21 यात्री, चार सैनिक और 33 चरमपंथी शामिल थे. इस घटना ने पाकिस्तान की सुरक्षा चुनौतियों को उजागर किया है. कुछ विश्लेषकों का कहना है कि बलूचिस्तान में दशकों से जारी उग्रवाद स्थानीय शिकायतों और राजनीतिक हाशिए पर जाने से जुड़ा हुआ है, बजाय इसके कि इसमें बाहरी ताकतों का हाथ हो.

अफगानिस्तान पर भी अलाया आरोप

इस घटना के मद्देनजर अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है. अफगान सरकार ने कहा कि पाकिस्तान को अपनी सुरक्षा और आंतरिक समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए, बजाय इसके कि वह दूसरों पर दोष मढ़े. यह प्रतिक्रिया पाकिस्तान के लिए एक झटका है, क्योंकि वह अफगानिस्तान के जरिए भारत को घेरने की कोशिश कर रहा था.

मीडिया पर भी लगाया आरोप

इसके अलावा, पाकिस्तान की सेना ने भारतीय मीडिया पर गलत सूचनाएं फैलाने और तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि भारतीय मीडिया एआई-जनरेटेड फोटो और पुरानी फुटेज का उपयोग कर भ्रामक खबरें प्रसारित कर रहा है. साथ ही, उन्होंने पाकिस्तान के कुछ राजनीतिक और सामाजिक तत्वों पर भी आरोप लगाया कि वे आतंकवादी घटनाओं का उपयोग अपने स्वार्थ के लिए कर रहे हैं.

पुलवामा हमले के बाद से दोनों देशों के बीच है तनाव

इस पूरी घटना ने भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से तनावपूर्ण संबंधों को और अधिक जटिल बना दिया है. 2019 के पुलवामा हमले के बाद से दोनों देशों के बीच बातचीत लगभग ठप पड़ी है. जाफर एक्सप्रेस का यह हमला क्षेत्र में बढ़ती अस्थिरता और इस्लामाबाद-नई दिल्ली के बीच गहरी होती दरार की एक और कड़ी साबित हो रहा है.

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