'दिल में पाकिस्तान', तुर्की के राष्ट्रपति ने ये कहकर भारत को क्या दिए संदेश? दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे पाक
तुर्की के राष्ट्रपति एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ दो दिवसीय दौरे पर पाकिस्तान की राजधानी पहुंचे हैं, जहां वह दोनों देशों के बीच व्यापार और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने पर चर्चा करेंगे. इस दौरान तुर्की भारत के दुश्मन पाकिस्तान की रक्षा ताकत बढ़ा सकता है.

Turkey president arrives in Pakistan: तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन दो दिवसीय दौरे पर पाकिस्तान पहुंचे हैं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ के निमंत्रण पर पाक पहुंचे अर्दोआन ने कहा कि तुर्की के दिल में पाकिस्तान की ख़ास जगह है. ऐसे में भारत के लिए इसमें क्या संदेश है, ये एक बड़ा सवाल है.
पीएम मोदी ने आज तक तुर्की की यात्रा नहीं की है. इसके पीछे भी पाकिस्तान रहा है. अर्दोआन कश्मीर को लेकर पाकिस्तान का समर्थन करते रहे हैं. ऐसे में ये दौरा और उनका संदेश भी उन्हें भारत के साथ कटुता को दर्शाता है. तुर्की ने न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप (NSG) में भारत की सदस्यता का विरोध किया था. ऐसा तुर्की ने पाकिस्तान के दबाव और इशारे में ही किया था.
कई समझौते और भारत की खिलाफत
इस दौरे के दौरान दोनों देश व्यापार, निवेश, बैंकिंग, रक्षा, ऊर्जा, परिवहन, स्वास्थ्य, विज्ञान, शिक्षा और पर्यटन जैसे अलग-अलग क्षेत्रों पर भी चर्चा करेंगे. तुर्की ने लगातार डिफेंस, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और हथियारों के ज्वाइंट प्रोडक्शन के जरिए पाकिस्तान की डिफेंस इंडस्ट्री की मदद की है. इस बार उम्मीद की जा रही है कि भारत के दुश्मन पाकिस्तान को तुर्की 5th जेनरेशन लड़ाकू विमान दे सकता है.
2017 में अर्दोआन राष्ट्रपति के रूप में भारत आए, लेकिन ये दौरा कुछ खास नहीं रहा. 2010 में भी अफगानिस्तान पर तुर्की के लिडर में होने वाली मीटिंग से भारत को हटा दिया गया था. ये बाते दर्शाती है कि पाकिस्तान के साथ खड़ा तुर्की भारत की यात्रा तो करता है लेकिन ये जगजाहिर है कि उसके दिल में पाकिस्तान बसता है.