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US Election 2024: कैसे होता है अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव, नवंबर और मंगलवार का क्या है कनेक्शन?

एक तरफ डोनाल्ड ट्रंप के सपोर्ट में सबसे अमीर शख्स एलन मस्क हैं. वहीं, दूसरी तरफ कमला हैरिस के सपोर्ट में बराक ओबामा और मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन हैं. अगर कमला हैरिस जीतकर राष्ट्रपति बनती है तो वो भारतीय मूल की पहली शख्स होंगी जो अमेरिका की प्रेसिडेंट बनेंगी.

US Election 2024: कैसे होता है अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव, नवंबर और मंगलवार का क्या है कनेक्शन?
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( Image Source:  socialstudies )
नवनीत कुमार
Curated By: नवनीत कुमार

Published on: 24 Oct 2024 4:55 PM

दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने जा रहा है. यह चुनाव 5 नवंबर दिन मंगलवार को होना है. इस बार चुनावी मैदान में डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस उतरे हुए हैं. दोनों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. माना जाता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ही विश्व व्यवस्था को प्रभावित करता है, इसीलिए पूरी दुनिया को डोनाल्ड ट्रम्प या कमला हैरिस के राष्ट्रपति बनने का इंतजार कर रहा है।

एक तरफ डोनाल्ड ट्रंप के सपोर्ट में सबसे अमीर शख्स एलन मस्क हैं. वहीं, दूसरी तरफ कमला हैरिस के सपोर्ट में बराक ओबामा और मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन हैं. अगर कमला हैरिस जीतकर राष्ट्रपति बनती है तो वो भारतीय मूल की पहली शख्स होंगी जो अमेरिका की प्रेसिडेंट बनेंगी.

अमेरिकी राष्ट्रपति को कानून पारित करने का अधिकारी होता है. वह वैश्विक मंच पर देश का प्रतिनिधित्व करने और विदेश नीति तय करने के लिए स्वतंत्र होता है. अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव जीतने वाला उम्मीदवार व्हाइट हाउस में अगले चार वर्षों का कार्यकाल पूरा करेगा. यह कार्यकाल जनवरी 2025 से शुरू होगा.

राष्ट्रपति चुनाव की कार्य प्रणाली क्या है?

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में पूरे देश में सबसे ज्यादा वोट हासिल करने वाला उम्मीदवार विजेता नहीं होता. जैसे हिलेरी क्लिंटन ने 2016 में राष्ट्रीय स्तर पर सबसे ज्यादा वोट हासिल किए थे. लेकिन इलेक्टोरल कॉलेज के चुनावों में वो हार गईं. इसके बजाय दोनों पार्टियों के उम्मीदवार को पूरे 50 राज्यों में होने वाले चुनावों को जीतने के लिए प्रतिस्पर्द्धा करनी पड़ती है. इस तरह 538 इलेक्टोरल कॉलेज होते हैं. इनमें से 270 या इनसे अधिक में जीतने वाला ही विजेता होता है.

क्या है इलेक्टोरल कॉलेज?

यह एक बॉडी है जो जनता के वोट से बनती है ताकि अमेरिका में राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति चुने जा सकें. इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि जनता कुछ अधिकारियों को चुनती है, जो इलेक्टर्स होते हैं. ये मिलकर इलेक्टोरल कॉलेज बनाते हैं. फिलहाल अमेरिका में कुल 538 इलेक्टर्स हैं. उम्मीदवार को बहुमत के लिए इनमें से 270 का साथ चाहिए होगी. ये सदस्य भी स्टेट की आबादी के अनुसार चुने जाते हैं. कैलिफोर्निया से सबसे ज्यादा 54 इलेक्टर्स हैं. वहीं, अलास्का और डेलावेयर जैसे छोटे राज्यों के पास 3 ही इलेक्टर हैं.

किसके लिए वोट करते हैं नागरिक?

टीवी-9 की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी मतदाता अपने पसंदीदा राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान करता है. नवंबर में जब मतदान होगा तो वे अपने पसंदीदा राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और उसके साथी (उपराष्ट्रपति) को चुनेंगे. सीधे शब्दों में कहें तो जब लोग अपना वोट डालते हैं तो वे वास्तव में लोगों के एक समूह के लिए मतदान कर रहे होते हैं, जिन्हें निर्वाचक कहा जाता है.

मंगलवार को क्यों होता है चुनाव?

23 जनवरी 1845 को अमेरिकी कांग्रेस में एक अधिनियम पारित हुआ, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के लिए चुनाव कराने के लिए एक ही समय की बात कही गई थी. अधिनियम के अनुसार, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के निर्वाचकों को प्रत्येक राज्य में नवंबर के पहले मंगलवार को नियुक्त किया जाएगा. 1845 से पहले अमेरिका के प्रत्येक राज्य को दिसंबर के पहले बुधवार से पहले 34 दिन के भीतर किसी भी दिन चुनाव कराने की अनुमति थी.

नवंबर में ही क्यों बनाया गया इलेक्शन डे?

नवंबर में चुनाव कराने के पीछे कहा जाता है कि नवंबर महीने के शुरुआत तक किसान अपने खेतों से फ्री हो जाते हैं. वसंत और गर्मियों की शुरुआत में चुनाव होने से किसानों को खेती करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. ऐसे में अमेरिकी लोगों ने एकमत से नवंबर के पहले हफ्ते को फाइनल कर दिया.

अब मंगलवार का क्यों हो रहा विरोध?

पिछले कुछ सालों से मंगलवार को राष्ट्रपति चुनाव कराने का विरोध किया जाने लगा है. विरोध इतना बढ़ चुका है कि एक ग्रुप इसके खिलाफ सोशल मीडिया पर कैंपेन तक चला चुका है. इसके पीछे का का तर्क ये है कि मंगलवार को वर्किंग डे होता है. ऐसे में ज्यादातर युवाओं को काम के बीच वोटिंग के लिए समय निकालना मुश्किल होता है.

कौन दे सकता है वोट?

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी चुनाव में 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी नागरिक राष्ट्रपति चुनाव में वोट दे सकते हैं. सिर्फ नॉर्थ डेकोटा को छोड़कर सभी राज्यों में वोट देने से पहले वोटरों को रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है. हर राज्य में वोटर रजिस्ट्रेशन की अपनी प्रक्रिया और डेडलाइन होती है. विदेश में रहने वाले अमेरिकी नागरिक भी वोटिंग के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. वो फेडरल पोस्ट कार्ड एप्लीकेशन भर कर डाक मत पत्र मंगा सकते हैं.

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