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स्‍ट्रैटेजिक बिटकॉइन रिजर्व क्‍यों बनाना चाहते हैं डोनाल्ड ट्रम्प?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 'स्ट्रैटेजिक बिटकॉइन रिजर्व' बनाने का एलान किया है. यह फैसला एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन करने के बाद लिया गया है. इस रिजर्व में Bitcoin के साथ-साथ पांच प्रकार के डिजिटल Assets क्रिप्टो एथर, XRP, Solana और कार्डानो को शामिल किया जाने वाला है.

स्‍ट्रैटेजिक बिटकॉइन रिजर्व क्‍यों बनाना चाहते हैं डोनाल्ड ट्रम्प?
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( Image Source:  Social Media: X )
सार्थक अरोड़ा
Edited By: सार्थक अरोड़ा

Updated on: 7 March 2025 1:39 PM IST

साल 2024 नवंबर महीने में अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने क्रिप्टो करेंसी को लेकर वादा किया था. जिसे उन्हें अब पूरा किया है. ट्रंप ने हाल ही में एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किया है. इसी साइन के साथ उन्होंने 'स्ट्रैटेजिक बिटकॉइन रिजर्व' बनाने का एलान भी किया है. अब ऐसे में आइए पहले समझते हैं कि आखिर 'स्ट्रैटेजिक बिटकॉइन रिजर्व' है क्या?

क्या है 'स्ट्रैटेजिक बिटकॉइन रिजर्व'

अमेरिका के राष्ट्रपति ने एलान करके बिटकॉइन को रिजर्व कर लिया है. यानी स्टोर कर लिया है. दरअसल भविष्य में किसी भी स्टॉक का स्ट्रेटेजिक रिजर्व इस उद्देश्य से बनाते हैं कि जब कभी उस स्टॉक की सप्लाई में बहुत उतार-चढ़ाव हो तो उस रिजर्व से स्टॉक निकालकर उसे कंट्रोल किया जा सके. क्योंकि बिटकॉइन भी डिजिटल करंसी है तो उसके लिए सरकार ने ये जरूरी ऐलान किया है.

स्‍ट्रैटेजिक बिटकॉइन रिजर्व क्‍यों बनाना चाहते हैं डोनाल्ड ट्रम्प?

अब बात करें कि आखिर ट्रंप ऐसा करना क्यों चाहते हैं, तो बता दें कि यह कदम क्रिप्टो इंडस्ट्री के सपोर्ट में लिया जा रहा है. ट्रंप क्रिप्टोकरेंसी को तेल या सोने जैसी राष्ट्रीय और आर्थिक सुरक्षा संपत्ति मानते हैं. और इसलिए इसका रिजर्व बना रहे हैं. वहीं रिजर्व में सिर्फ Bitcoin को ही शामिल नहीं किया जाएगा. राष्ट्रपति ने कहा था कि क्रिप्टो के पांच प्रकार के डिजिटल Assets हो सकते हैं. जिसे मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एथर, XRP, Solana और कार्डानो शामिल होंगे.

वहीं रिजर्व टैक्स पेयर्स के पैसों से नहीं तैयार किया जाने वाला है. इसे जिन लोगों के पास आपराधिक तौर से क्रिप्टोकरेंसी जब्त की गई है. उन्हें ही रिजर्व बनाया जाने वाला है. अब कुछ लोग इसका समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ ऐसे भी है जो इसका विरोध जता रहे हैं. जो विरोध कर रहे हैं, उन्हें डर है कि ट्रंप अपना फैसला न बदल लें. अगर ट्रंप ने किसी वक्त अपना आदेश बदला और बिटकॉइन बेचना शुरू कर दिया तो दाम नीचे चला जाएगा और निवेशकों को जबरदस्त घाटा होगा.

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