'हमने अमेरिका और पश्चिम के लिए गंदा काम किया है', पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का चौंकाने वाला कबूलनामा- VIDEO
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने एक इंटरव्यू में यह कबूल किया कि उनके देश ने तीन दशकों तक अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए 'गंदा काम' किया है. ब्रिटिश न्यूज़ चैनल Sky News को दिए इंटरव्यू में जब उनसे पूछा गया कि क्या पाकिस्तान ने आतंकवादी संगठनों को समर्थन, ट्रेनिंग और फंडिंग दी है.

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने एक इंटरव्यू में यह कबूल किया कि उनके देश ने तीन दशकों तक अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए 'गंदा काम' किया है. ब्रिटिश न्यूज़ चैनल Sky News को दिए इंटरव्यू में जब उनसे पूछा गया कि क्या पाकिस्तान ने आतंकवादी संगठनों को समर्थन, ट्रेनिंग और फंडिंग दी है, तो उन्होंने साफ कहा कि हमने अमेरिका, पश्चिम और यूनाइटेड किंगडम के लिए तीन दशक तक यह गंदा काम किया है.'
हालांकि, उन्होंने इसे एक 'भूल' बताया और कहा कि पाकिस्तान को इस नीति का भारी खामियाज़ा भुगतना पड़ा है. उनके मुताबिक, अगर पाकिस्तान सोवियत-अफगान युद्ध और 9/11 के बाद तालिबान के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व वाले युद्ध में शामिल न होता, तो उसका ट्रैक रिकॉर्ड 'बिलकुल सा' होता.
पाकिस्तान और आतंक का इतिहास
सोवियत-अफगान युद्ध के दौरान पाकिस्तान ने अमेरिका का साथ दिया और अफगानिस्तान में सोवियत सेनाओं के खिलाफ लड़ने के लिए आतंकियों को ट्रेनिंग और शरण दी. यह एक प्रॉक्सी वॉर था, जिसमें पाकिस्तान एक केंद्रीय भूमिका में था. इसके बाद अफगानिस्तान में गृहयुद्ध छिड़ गया, जिससे तालिबान सत्ता में आ गए.
2001 में जब अल-कायदा ने अमेरिका में 9/11 का हमला किया, जिसमें 2,996 लोग मारे गए, तो अमेरिका ने अफगानिस्तान पर हमला किया. पाकिस्तान ने एक बार फिर अमेरिका का साथ दिया. लेकिन इसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान खुद आतंक का शिकार बनता गया.
पहलगाम हमला और पाकिस्तान का कनेक्शन
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बईसारण वैली में हुए आतंकी हमले में 26 बेगुनाह नागरिकों की मौत हो गई. यह हमला ऐसे वक्त में हुआ जब कश्मीर में पर्यटन चरम पर था. इस हमले की जिम्मेदारी 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने ली है, जो भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकी हाफिज सईद के संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ही एक नया रूप है.