'सेक्स डॉल' में किया AI का इस्तेमाल, इतने प्रतिशत तक बढ़ गई कंपनी की सेल
AI टेक्नोलॉजी के लॉन्च होने के बाद से ही कई कंपनियों ने इसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. वहीं अब चीन की एडल्ट टॉय बनाने वाली एक कंपनी ने अपने प्रोडक्ट्स में AI का इस्तेमाल किया. दावा है कि इसके बाद उनकी सेल्स 30 प्रतिशत तक बढ़ गई. यहां तक की प्रोडक्ट इस्तेमाल करने वाले यूजर्स का भी एक्सपीरिएंस बढ़ा है.

चीन की एक फेमस कंपनी WMDolls जो एडल्ट टॉयस को बनाती है. उसने ये दावा किया कि AI का इस्तेमाल कर उन्होंने अपने प्रॉडक्ट 'सेक्स डॉल' की सेल्स बढ़ा ली. साउथ चाइना मॉर्निंग पॉस्ट की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने इस एआई मॉडल को इंटीग्रेट किया और प्रोडक्ट को इंप्रूव किया. इससे यूजर के एक्सपीरिएंस को भी बढ़ाने में मदद मिली और प्रोडक्ट पर 30 प्रतिशत तक की लीड्स जनरेट कर ली गई.
कंपनी के फाउंडर और सीईओ का दावा है कि इस AI को इंटीग्रेट करने से उनके प्रोडक्ट काफी रिस्पॉन्सिव और इंटरैक्टिव हो गए हैं, जो यूजर्स के एक्सपीरिएंस को शानदार बना रहे हैं.
सेक्स डॉल्स में AI का इस्तेमाल
इस कंपनी ने अपने एंथ्रोपोमॉर्फिक सेक्स डॉल्स में चैटजीपीटी जैसी एड्वांस टेक्नोलॉजी को इंटीग्रेट करना शुरू कर दिया है. साल 2022 में AI रिलीज होने के बाद से ही कंपनी ने तुरंत ही इसपर रिसर्च और काम करना शुरू कर दिया था. वहीं इस रिसर्च के एक साल बीत जाने के बाद कंपनी ने 100 एलएलएम पावर्ड मेटाबॉक्स सीरीज को पेश किया.
वहीं बता दें कि ये डॉल में ये AI टूल इंटीग्रेट करना कंपनी के लिए फायदेमंद हुआ क्योंकी ये पहले से और भी ज्यादा एक्सप्रेसिव और पहले से कहीं अधिक पेशकश करती हैं. वहीं ये नई डॉल्स रियल टाइम में आपसे बातचीत कर सकती हैं. हालांकि इसे लेकर सुरक्षा पर सवाल किए गए जिस पर लियू ने कहा कि सभी डेटा को स्टोर किया जाता है. बता दें कि ये डेटा उस कंट्री का होता है जहां इन डॉल्स का इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है. हालांकि इस डेटा को इस्तेमाल करने का एक्सेस उनके पास नहीं है.
फ्यूचर बदल रहा एआई
इस तरह के एआई न सिर्फ इनसानों का नहीं बल्कि रोबोट्स का भी फ्यूचर बदल देने वाली है. हाल ही में एक इवेंट में रियलबॉटिक कंपनी ने गर्लफ्रेंड रोबोट को पेश किया था. इस रोबोट ने भी सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था. कंपनी का कहना था कि वो इस तरह के रोबोट्स को तैयार कर रही है, जो आपका पार्टनर बनने का काम करेगा. कंपनी का दावा था कि जो हम कर रहे हैं, वो इस समय दुनिया में कोई नहीं कर रहा.