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अगर यूक्रेन के साथ जंग को नहीं रोका तो... ट्रंप ने पुतिन को दी चेतावनी, क्या अमेरिका की धमकी का रूस पर असर होगा?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 15 अगस्त को अलास्का में होने वाली मुलाकात से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चेतावनी दी कि यदि रूस यूक्रेन युद्ध रोकने पर सहमत नहीं होता, तो 'बहुत गंभीर परिणाम' भुगतने होंगे. यह चार साल में अमेरिका-रूस के बीच पहली आमने-सामने बैठक होगी, जिसमें संभावित संघर्षविराम और ब्लैक सी में 30 दिन के हमले रोकने के प्रस्ताव पर चर्चा होगी.

अगर यूक्रेन के साथ जंग को नहीं रोका तो... ट्रंप ने पुतिन को दी चेतावनी, क्या अमेरिका की धमकी का रूस पर असर होगा?
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( Image Source:  Social Media )
स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Published on: 14 Aug 2025 12:03 AM

US-Russia Meeting, Trump Putin Alaska Summit: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि अगर रूस ने यूक्रेन युद्ध रोकने पर सहमति नहीं दी, तो उसे 'बेहद कड़े परिणाम' भुगतने होंगे. यह चेतावनी उन्होंने 15 अगस्त को अलास्का में होने वाली अपनी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात से पहले दी.

ट्रंप ने वॉशिंगटन के कैनेडी सेंटर में एक पत्रकार के सवाल पर कहा, "हां, परिणाम होंगे. मैं यह नहीं कहूंगा कि किस तरह के होंगे, लेकिन वे बेहद गंभीर होंगे."

दोनों नेताओं की मुलाकात अलास्का के एंकोरेज स्थित ज्वाइंट बेस एलमेंडॉर्फ-रिचर्डसन में होगी, जहां यूक्रेन युद्ध में संभावित युद्धविराम पर चर्चा होगी. यह बैठक अमेरिका और रूस के राष्ट्रपतियों के बीच पिछले चार साल में पहली सीधी वार्ता होगी.

"अगर पहली बैठक ठीक रहती है, तो मैं तुरंत दूसरी बैठक करना चाहूंगा"

ट्रंप ने संकेत दिया कि अगर पहली बैठक सकारात्मक रही, तो जल्दी ही दूसरी बैठक भी हो सकती है, जिसमें यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की भी शामिल होंगे. उन्होंने कहा, "अगर पहली बैठक ठीक रहती है, तो मैं तुरंत दूसरी बैठक करना चाहूंगा. इसमें पुतिन, ज़ेलेंस्की और मैं शामिल हो सकते हैं... लेकिन अगर मुझे मनचाहे जवाब नहीं मिले, तो दूसरी बैठक नहीं होगी." रिपोर्ट्स के मुताबिक, युद्धविराम के लिए 30 दिन तक ऊर्जा अवसंरचना पर हमले रोकने और ब्लैक सी में संघर्ष विराम की शर्तों पर बातचीत शुरू करने का प्रस्ताव है.

"यह बाइडन का काम है, मेरा नहीं"

ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया कि यह संघर्ष राष्ट्रपति जो बाइडन की नीतियों का नतीजा है. उन्होंने कहा, "यह बाइडन का काम है, मेरा नहीं. अगर मैं राष्ट्रपति होता, तो यह युद्ध कभी शुरू नहीं होता, लेकिन अब मैं इसे खत्म करने आया हूं. अगर हम हजारों जानें बचा सके, तो यह बड़ी जीत होगी." अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया कि पिछले छह महीनों में उन्होंने पांच युद्ध रोके और ईरान की परमाणु क्षमता को पूरी तरह खत्म कर दिया.

जेलेंस्की ने पुतिन की मंशा पर जताया संदेह

उधर, ज़ेलेंस्की ने पुतिन की मंशा पर संदेह जताते हुए कहा कि रूस अब भी युद्ध को लंबा खींच रहा है और किसी भी प्रस्ताव पर स्पष्ट और ठोस गारंटी जरूरी है. वहीं, क्रेमलिन ने युद्धविराम की शर्तों में विदेशी सैन्य मदद और यूक्रेन को खुफिया सहयोग बंद करने की मांग रखी है.

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