Begin typing your search...

टैरिफ पर ट्रम्प की सख्‍ती कहीं अमेरिका को ही न पड़ जाए भारी, जानिए कैसे?

Donald Trump Tariff Plan: ट्रम्प ने कहा, 'हम मेक्सिको और कनाडा पर 25% की दर से कर लगाने के बारे में सोच रहे हैं, क्योंकि वे बड़ी संख्या में लोगों को सीमा पार जाने की अनुमति दे रहे हैं.' उन्होंने इसे 1 फरवरी से लागू करने की बात भी कही है.

टैरिफ पर ट्रम्प की सख्‍ती कहीं अमेरिका को ही न पड़ जाए भारी, जानिए कैसे?
X
Donald Trump Tariff Plan
सचिन सिंह
Edited By: सचिन सिंह

Published on: 22 Jan 2025 3:14 PM

Donald Trump Tariff Plan: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अपने एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. उन्होंने ब्रिक्‍स देशों को डायरेक्ट वार्निंग दे दी है कि वह इन इसमें शामिल देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) पर 100 फीसदी टैरिफ लगाएंगे, लेकिन ट्रम्प की सख्ती खुद उन पर ही भारी न पड़ जाए.

अमेरिका अपने बाजार में बेचे जाने वाले अधिकतर प्रोडक्ट्स के लिए दूसरे देशों पर निर्भर है, जहां से वह इम्पोर्ट करवाता है. अब अगर अमेरिका इन प्रोडक्ट्स पर टैरिफ चार्ज बढ़ाता है, तो जाहिर सी बात है कि अमेरिकी लोगों को इन प्रोडक्ट्स को महंगे दामों पर खरीदना होगा.

ट्रम्प ने बढ़ाया टैरिफ तो महंगे होंगे ये प्रोडक्ट्स

अमेरिका में बिकने वाले स्नीकर्स, टी-शर्ट्स, अधिकतर दवाएं, ज्वेलरी, बीयर और अन्य सैंकड़ों घरेलू प्रोडक्ट्स के लिए यूएसए ब्रिक्‍स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका), मैक्सिको और कनाडा जैसे देश से आते हैं. ट्रम्प ने कहा है कि अमेरिका इन देशों पर 10% से 100% तक शुल्क बढ़ाने की तैयारी में है.

PWC की रिपोर्ट के मुताबिक, एक सर्वे में पाया गया कि 67% अमेरिकी मानते हैं कि टैरिफ बढ़ाने पर इसका असर कस्टमर्स पर ही होगा. एवोकाडो से लेकर बच्चों के खिलौने, चॉकलेट, कपड़े, ज्वेलरी और कार की कीमतों में बेतहाशा वृद्धी देखने को मिलेगी, जो कि डेढ दगुना से अधिक हो सकती है.

ट्रम्प के टैरिफ सस्पेंस से भारतीय शेयरों पर असर

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रम्प के इस टैरिफ सस्पेंस के बाद भारत इस मोर्चे पर तटस्थ रहेगा. भारत पर इसका असर घरेलू केंद्रित क्षेत्रों पर नहीं पड़ेगा. जहां तक ​​टैरिफ का सवाल है, मोटे तौर पर अमेरिका के साथ भारत का व्यापार आईटी सेवाओं और फार्मा के संबंध में अधिक है.

अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मजबूती के कारण आईटी को लाभ होगा. वहीं भारत के निवेशक रेलवे क्षेत्र में बीईएमएल, बुनियादी ढांचे में एफकॉन और मध्यम से लंबी अवधि के लिए एलएंडटी जैसे शेयरों को जोड़ सकते हैं, जिसपर ट्रम्प के टैरिफ सस्पेंस का कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है.

वर्ल्‍ड न्‍यूज
अगला लेख