मैं भारत-पाकिस्तान के करीब हूं, कश्मीर में वे 1000 साल से लड़ रहे... आखिर कहना क्या चाहते हैं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का अजीबोगरीब बयान सामने आया है, जिसमें वह कश्मीर की लड़ाई को हजारों साल पुराना बता रहे हैं. रोम जाते समय एयरफोर्स वन विमान में एक सवाल के जवाब में ट्रम्प ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच हमेशा तनाव रहा है और दोनों देश इसे आपस में ही सुलझा लेंगे.

Trump On Pahalgam Terror Attack: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को जम्मू एवं कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. हालांकि, ये प्रतिक्रिया भारत के लिए न तो संवेदना व्यक्त करने जैसा था और न ही साथ देने जैसा... यहां अमेरिका ने चालबाजी दिखाई. ट्रम्प ने भारत और पाकिस्तान दोनों को अपना करीबी बताया और उनके बयान से ऐसा लगा कि वह इतिहास से रूबरू नहीं है. उन्होंने जम्मू कश्मीर को 1500 साल पुराना विवाद बताया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'मैं भारत और पाकिस्तान के बहुत करीब हूं और कश्मीर में वे एक हजार साल से लड़ रहे हैं. कश्मीर एक हजार साल से चल रहा है, शायद उससे भी ज्यादा समय से... वह एक बुरा हमला था (आतंकवादी हमला). उस सीमा पर 1,500 साल से तनाव है. यह वैसा ही रहा है, लेकिन मुझे यकीन है कि वे इसे किसी न किसी तरह से सुलझा लेंगे. मैं दोनों नेताओं को जानता हूं. पाकिस्तान और भारत के बीच बहुत तनाव है, लेकिन हमेशा से रहा है.'
कश्मीर पर दिए बयान का क्या हो सकता है मतलब?
कश्मीर पर या तो ट्रम्प का अधूरा ज्ञान है, या फिर वो इसे 1947 से भी पहले हिंदू राजाओं और मुगलों से जोड़ रहे हैं, जिसे लेकर वे इसे 1500 साल की लड़ाई बता रहे हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि सीमा पर विवाद 1500 साल पुराना है, जिससे लगता है कि इतिहास से अनजान हैं और उनका ये कहना कि यह एक बुरा हमला था, जिसे लेकर भारत ने अमेरिकी राजदूत को सबूत भी दिखाए हैं, इसके बाद भी उन्होंने टेररिज्म पर पाकिस्तान को एक शब्द भी नहीं कहा... इससे साफ है कि बीते दिन अमेरिका पर जो पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने जो आरोप लगाए थे कि अमेरिका 3 दशक से हमसे ये गंदे काम यानी कि आतंकवाद करा रहा है, वो सच है.
अमेरिका फिर से बनना चाह रहा 'चौधरी'
ट्रम्प ने कहा कि वह दोनों देशों के बेहद करीब हैं. ऐसे में इस बयान से पता चलता है कि अमेरिका ये जानते हुए भी बीच में बने रहना चाहता है कि आतंकवाद पाकिस्तान से ही आ रहा है. जबकि अमेरिका खुद ओसामा बिन लादेन के हमले का भुक्तभोगी है. ट्रम्प ने कहा कि दोनों नेताओं को जानते हैं और वह इसे सुलझा लेंगे... ऐसे में एक ओर ट्रम्प इसे द्विपक्षिय भी बता रहे हैं और दुसरी ओर चौधरी बनने के मूड में भी दिख रहे हैं.
पहलगाम आतंकी हमला
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे. यह हमला 2019 के पुलवामा बम विस्फोट के बाद से जम्मू-कश्मीर में हुए सबसे घातक आतंकी हमलों में से एक है.
हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कदम उठाने की घोषणा की, जिनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना , पाकिस्तानी सैन्य अताशे को निष्कासित करना और अटारी भूमि-पारगमन चौकी को तत्काल बंद करना शामिल था.