India is the Big Boy, Not a Schoolchild... अमेरिकी पत्रकार ने कहा- ट्रंप कौन होते हैं बताने वाले कि भारत तेल कहां से खरीदे
अमेरिकी पत्रकार Rick Sanchez ने कहा कि भारत किसी स्कूल के बच्चे जैसा नहीं है. अमेरिका उसे यह नहीं बता सकता कि कहां से तेल खरीदना है. उन्होंने ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 50% टैरिफ़ (भारतीय सामान और रूसी तेल पर) को 'असम्मानजनक और गलत' बताया. Sanchez ने कहा कि भारत का इतिहास, संसाधन और योगदान बहुत महत्वपूर्ण है. उसे बच्चों की तरह समझना सही नहीं है. उन्होंने इसे "महत्वपूर्ण और बदलाव लाने वाला पल' बताया, जिससे दुनिया की ताकत का संतुलन दक्षिणी देशों की ओर बढ़ रहा है.

US Journalist Rick Sanchez on Trump 50% Tariffs: अमेरिकी पत्रकार Rick Sanchez ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ़ की आलोचना की है. उन्होंने इसे 'असम्मानजनक और अज्ञानपूर्ण' बताया. Sanchez ने कहा कि भारत Big Boy है, स्कूल का बच्चा नहीं. उसने रूस से तेल खरीदने में अमेरिकी दबाव को नकारकर अपनी स्वतंत्रता दिखाई है.
Sanchez ने बताया कि ट्रंप द्वारा लगाए गए सेकेंडरी टैरिफ़, भारतीय सामान पर 25% और रूसी तेल पर अतिरिक्त 25%, यानी कुल 50%- अत्यंत हास्यास्पद हैं. इससे भारत को बच्चे की तरह मानने का संदेश जाता है, जबकि भारत का इतिहास, संसाधन और वैश्विक योगदान अनदेखा किया जा रहा है. उन्होंने इसे 'भूकंपजनक और बदलाव लाने वाला क्षण' करार दिया, जो वैश्विक शक्ति के संतुलन को दक्षिणी देशों की ओर झुका रहा है, जिसमें भारत, चीन, रूस, दक्षिण अफ्रीका और ब्राज़ील अग्रणी होंगे.
'Peter Navarro का बयान हास्यास्पद'
Sanchez ने हाल ही में अमेरिका द्वारा भारत पर की गई टिप्पणियों, जैसे कि व्हाइट हाउस ट्रेड सलाहकार Peter Navarro द्वारा रूस-यूक्रेन संघर्ष को 'PM मोदी की युद्ध' बताना, को 'बिलकुल हास्यास्पद' करार दिया और कहा कि अमेरिका भारत की भू-राजनीतिक महत्ता को समझने में असफल है.
'भारत वैश्विक मुद्दों पर अपने कदम खुद तय कर रहा है'
अमेरिकी पत्रकार ने यह भी कहा कि मोदी की चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ SCO शिखर सम्मेलन में मुलाकातें 'परिवर्तनकारी' हैं. यह दिखाती हैं कि भारत वैश्विक मुद्दों पर अपने कदम खुद तय कर रहा है, बावजूद इसके कि अमेरिका उसे प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है.
'ट्रंप की नीतियां कभी-कभी व्यक्तिगत प्रतिशोध पर आधारित होती हैं'
Sanchez ने यह भी कहा कि ट्रंप की नीतियां कभी-कभी व्यक्तिगत प्रतिशोध पर आधारित होती हैं, लेकिन भारत के मामले में उन्होंने यह समझ लिया कि गलत घोड़े को चुनना उनके लिए नुकसानदेह होगा, जो भारत की बढ़ती वैश्विक प्रभावशाली स्थिति को दर्शाता है. यह विश्लेषण दर्शाता है कि भारत आर्थिक और कूटनीतिक रूप से अमेरिका के दबावों के बावजूद अपनी स्वतंत्रता और वैश्विक महत्व बढ़ा रहा है.