कनाडा में हिन्दुओं को टारगेट करने का प्लान! चुनाव जीतने के लिए जगमीत सिंह की राह पर ट्रूडो
सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री ट्रूडो राजनीतिक फायदे के लिए कनाडाई हिंदुओं को निशाना बनाने की तैयारी में हैं. ट्रूडो ने अपने कट्टरपंथी सिख समर्थकों को ध्यान में रखते हुए फाइव आईज एलायंस को भारत के साथ कूटनीतिक तनातनी के बारे में जानकारी दी है और एंग्लो-सैक्सन पश्चिम का समर्थन भी मांगा है.

India Canada Clash: भारत और कनाडा के बीच संघर्ष बढ़ता जा रहा है. कनाडा ने सिख नेता निज्जर की हत्या का आरोप भारत में लगाया, जिसे भारत ने खारिज कर दिया. लेकिन कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो अब तुष्टिकरण की राजनीति करने पर उतर आए हैं.
कनाडा में हिन्दुओं पर निशाना बनाने के लिए खालिस्तान समर्थक न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जगमीत सिंह के मनाने की कोशिश कर रहे हैं. चुनाव में जीत हासिल करने और खालिस्तानी वोट बैंक को अपनी ओर करने के लिए वह ऐसा कर रहे हैं.
ट्रूडो ने की सारी हदें पार
सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री ट्रूडो राजनीति फायदे के लिए कनाडाई हिंदुओं को निशाना बनाने के तैयारी में हैं. ट्रूडो ने अपने कट्टरपंथी सिख समर्थकों को ध्यान में रखते हुए फाइव आईज एलायंस को भारत के साथ कूटनीतिक युद्ध के बारे में जानकारी दी है और एंग्लो-सैक्सन पश्चिम का समर्थन भी मांगा है. जगदीप सिंह ने पंजाब को भारत से अलग करके उसे खालिस्तानी नाम का देश बनाने की मांग की थी. पिछले महीने सिंह ने ट्रूडो से अपना समर्थन वापस ले लिया था.
सिखों को लुभाने की कोशिश
कनाडा में अगले साल चुनाव होने वाले हैं. ट्रूडो अपनी जीत के लिए वह निज्जर की हत्या के मामले को उछाल रहे हैं और भारत पर झूठे आरोप लगा रहा है. उनका मित्र खालिस्तानी समर्थक जगमीत सिंह उनसे नाराज है, जिसे मनाने के लिए ट्रूडो पूरी कोशिश कर रहे हैं. उन्हें डर है कि कनाडा में जो 2 फीसदी सिख वोटर्स हैं, वो चुनावों में उनकी पार्टी का साथ छोड़ सकते हैं. वह उन्हें खुश करने के लिए खालिस्तानियों का ध्यान अपनी ओर खिंचना चाहते हैं.
ट्रूडो सरकार ने भारत को किया बदनाम
कनाडा ने निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाया है. वह लगातार इस संबंध में बेबुनियाद बयान दे रहा है. इस संबंध में राजनयिक ने कहा, "अगर निज्जर पर यह इतना साफ मामला था, जैसा कि जस्टिन ट्रूडो कह रहे हैं, तो जांच एजेंसी रॉयल माउंटेड कैनेडियन पुलिस ने आज तक आरोप-पत्र क्यों नहीं दायर किया है?
कनाडा सरकार ने खालिस्तान टाइगर फोर्स आतंकवादी की हत्या में भारतीय एजेंटों को जोड़ने वाले कोई सबूत क्यों नहीं साझा किए हैं?" वहीं एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा, "यह एकतरफा जांच है, एक दिखावा और पूरा मकसद भारत और उसकी सरकार को बदनाम करना है."