पहले शादी के लिए मरी जा रही थी महिला, हो गई तो एक महीने में ही याद आने लगी 'नानी'; कहा- मैंने गलती कर दी
रात में जब महिला अभी भी उदास महसूस कर रही थी, तो उसने उन्हें मैसेज किया- क्या आप जाग रहे हैं? हम बात कर सकते हैं?.' लगभग एक घंटे बाद उनका जवाब आया- कोई खास जवाब नहीं, बल्कि दोस्तों के साथ बीयर पीते हुए अपनी तस्वीर भेजी.'
यह कहानी एक 31 साल की एक महिला है, जिसने कुछ समय पहले ही अपने ही हम उम्र के बॉयफ्रेंड से शादी की थी.शादी से पहले वह बेहद एक्साइटेड थी और सोचती थी कि यह रिश्ता उसकी जिंदगी का सबसे खूबसूरत सफर होगा. लेकिन अब, कुछ ही महीनों बाद, वह अपने फैसले पर सवाल उठाने लगी है. शादी के बाद से ही उसे अपने पति के प्यार की कमी महसूस होने लगी. शुरू-शुरू में उसने सोचा कि शायद समय के साथ चीज़ें बेहतर होंगी, लेकिन हालात उल्टे और बिगड़ते चले गए. उसके मुताबिक, उनके बीच इमोशनल डिस्टेंस इतनी बढ़ गई है कि अब उसे लगता है जैसे वह शादी में अकेली ही रिश्ते को निभा रही है. कुछ समय पहले उसके पति काम के सिलसिले में दूसरे शहर गए. वह जानती थी कि वह व्यस्त रहेंगे, इसलिए उसने दिन में उन्हें न फोन किया, न मैसेज. उसका मानना था कि वह उनके काम का सम्मान कर रही है.
लेकिन जब दिन के अंत में उन्होंने फोन किया, तो महिला ने अपने दिल का हाल बताया वह मानसिक रूप से बेहद परेशान थी. उसने चार दिनों से काम नहीं किया था, जो उसके लिए बहुत असामान्य था, क्योंकि वह ऐसी इंसान है जो अपनी शादी के दिन भी बाकी काम खत्म कर देती है. वह चाहती थी कि पति उसे थोड़ी हिम्मत दें, कॉन्सोलेशन दें, या कम से कम यह जताएं कि वे उसकी फीलिंग्स को समझते हैं. लेकिन इसके बजाय, उन्होंने बस कुछ बातें कीं और कहा कि वे बहुत थके हुए हैं, इसलिए आराम करने जा रहे है. फोन कॉल वहीं खत्म हो गया.
हालचाल पूछने के बजाए भेजी तस्वीरें
रात में जब महिला अभी भी उदास महसूस कर रही थी, तो उसने उन्हें मैसेज किया- क्या आप जाग रहे हैं? हम बात कर सकते हैं?.' लगभग एक घंटे बाद उनका जवाब आया- कोई खास जवाब नहीं, बल्कि दोस्तों के साथ बीयर पीते हुए अपनी तस्वीर भेजी.' इस पर महिला और भी आहत हो गई. उसने अपने पति को लिखा कि उसे थोड़ी दूरी चाहिए और फिलहाल बात नहीं करना चाहती. लेकिन असल में, वह चाहती थी कि पति तुरंत उसे कॉल करें या कम से कम एक मैसेज भेजकर हालचाल पूछें. इसके बजाय, अगले दो दिनों तक पति ने मुश्किल से ही उससे संपर्क किया, बस कुछ छोटे-छोटे मैसेज भेजे, जैसे फॉर्मेलिटी निभा रहे हों.'
भावनाओं की अनदेखी
महिला ने अपने पति को एक लंबा मैसेज भेजा, जिसमें लिखा, 'मैंने तुम्हें बताया था कि मैं कुछ दिनों से मानसिक रूप से ठीक नहीं हूं, फिर भी तुमने मेरे साथ उससे भी बुरा व्यवहार किया है जैसा कोई दुश्मन उस कॉन्फेशन के बाद करता है. मैं किसी को भी ऐसा साथी नहीं देना चाहती. अब मैं इस शादी को वैसे ही अपनाऊंगी जैसे मैं उन चीज़ों को अपनाती हूं जिनका मेरे लिए अब कोई महत्व नहीं है. मुझे उम्मीद है कि तुम्हारी उड़ान सुरक्षित होगी...मैं घर पर ही रहूंगी.' पति का जवाब था, 'ज़रूर, मेरे पास इन बड़े-बड़े शब्दों का कोई जवाब नहीं है. तुम्हारी अच्छी सेहत की कामना करता हूं.' उसके बाद, दो दिन हो गए, लेकिन उन्होंने न फोन किया, न मैसेज. महिला को लगने लगा जैसे वह उनके लिए कोई मायने ही नहीं रखती.
Reddit : r/InsideIndianMarriage•
प्यार की एकतरफा कोशिशें
महिला ने बताया कि उसके पास देने के लिए बहुत सारा प्यार है. वह हर छोटी-बड़ी चीज़ में एक्साइटेड होती है. शादी के पहले साल में वह हर महीने का जश्न मनाना चाहती थी. उसने तय किया था कि हर महीने अपनी शादी की तारीख पर पति को एक तोहफ़ा देगी. उसने पति से कहा था, 'मुझे तुमसे कोई तोहफ़ा नहीं चाहिए, बस एक गुलाब, एक नोट या सिर्फ़ एक साथ ही काफी है.' लेकिन पति ने इसे हंसकर टाल दिया. अब तक, शादी के महीनों बीत जाने के बाद भी, उन्होंने एक भी फूल या छोटा-सा नोट तक नहीं दिया.' एक बार जब उसने कहा, तो पति ने मजबूरी में एक नोट लिखा, 'लेकिन उस नोट में भी दिल से कोई फीलिंग नहीं थी. महिला को लगने लगा कि वह इस रिश्ते में अकेली ही मेहनत कर रही है और सामने वाला बिल्कुल प्रयास नहीं कर रहा.
मन में उठते सवाल
अब महिला सोच रही है कि क्या उसने इस शादी में बने रहकर गलती की है. उसके मुताबिक, अगर पति को उसकी मानसिक सेहत की परवाह नहीं, तो यह रिश्ता उसे केवल दर्द देगा. वह सोचती है कि कहीं कोई ऐसा इंसान होगा, जो उसे उतना ही प्यार करे जितना वह करती है, और जो उसकी फीलिंग्स की वैल्यू करे. धीरे-धीरे वह खुद को यह समझाने लगी है कि जो प्यार की कद्र नहीं करता, उसे प्यार देना बेकार है.
लोगों की प्रतिक्रियाएं
इस पोस्ट पर कई लोगों ने अपनी राय दी. एक यूज़र ने लिखा, 'कुछ पुरुष सिर्फ़ समाज में नेक दिखने के लिए शादी करते हैं. जब उन्हें पता होता है कि उनकी पत्नी अब उन्हें छोड़कर नहीं जाएगी, तो वे उसे हल्के में लेने लगते हैं.' दूसरे ने कहा, 'कुछ लोग इमोशनल नहीं होते, वे सिर्फ़ प्रैक्टिकल लाइफ जीते हैं और सेंसिटिविटी को नहीं समझते. आप दोनों को काउंसलिंग लेनी चाहिए.'





