हिजबुल्लाह की मदद करता था सलमान रुश्दी का हमलावर, लगाए फिलिस्तीन के नारे; कोर्ट ने सुनाई 32 साल की सजा
न्यू जर्सी के हादी मतार को 2022 में न्यूयॉर्क में लेखक सलमान रुश्दी पर चाकू से हमला करने के मामले में दोषी करार देते हुए 32 साल की सजा सुनाई गई. इस हमले में रुश्दी की एक आंख की रोशनी चली गई थी. अदालत में मतार ने सफाई देने से इनकार कर दिया और कई बार फलस्तीन की मुक्ति के नारे लगाए.

प्रसिद्ध लेखक सलमान रुश्दी पर हमला करने वाले आरोपी हादी मतार को अदालत ने 32 साल की सजा सुनाई है. न्यू जर्सी के रहने वाले 27 वर्षीय मतार ने 2022 में न्यूयॉर्क में एक साहित्यिक कार्यक्रम के दौरान मंच पर पहुंचकर रुश्दी पर चाकू से कई वार किए थे. शुक्रवार को अदालत ने उसे हत्या के प्रयास का दोषी करार दिया.
यह मामला चौटाउक्वा काउंटी अदालत में चला, जहां करीब दो घंटे तक सुनवाई हुई. जज ने सभी सबूतों और गवाहों के बयानों के आधार पर हादी मतार को दोषी ठहराया. कोर्ट ने यह भी माना कि इस हमले से सलमान रुश्दी को गंभीर क्षति हुई, जिससे उनका जीवन हमेशा के लिए प्रभावित हो गया.
हमले में गई थी आंख की रोशनी
12 अगस्त 2022 को चौटाउक्वा इंस्टीट्यूशन के मंच पर जब सलमान रुश्दी बोलने वाले थे, तभी मतार ने उन पर 10 से ज्यादा बार चाकू से हमला कर दिया. यह हमला इतना गंभीर था कि रुश्दी की एक आंख की रोशनी चली गई, और उनका एक हाथ भी स्थायी रूप से क्षतिग्रस्त हो गया. इस हमले में उनके साथ स्टेज पर मौजूद राल्फ हेनरी रीज़ भी घायल हो गए थे.
आरोपी ने नहीं दी कोई सफाई
कोर्ट में जब मतार से पूछा गया कि क्या वह अपने बचाव में कुछ कहना चाहता है, तो उसने कोई जवाब देने से इनकार कर दिया. उसके वकीलों ने बिना किसी गवाह को बुलाए ही अपनी दलीलें समाप्त कर दीं. न्यायाधीश डेविड फोले के बार-बार पूछने के बावजूद मतार ने कोई सफाई नहीं दी.
लगाए फिलिस्तीन की मुक्ति के नारे
जब भी मतार को अदालत में लाया जाता, वह फिलिस्तीन की मुक्ति के नारे लगाता था. इस बार भी उसने मीडिया के सामने नारे लगाए. इसके अलावा, मतार पर बफेलो में एक अन्य मामले में भी सुनवाई चल रही है, जहां आतंकी संगठन हिजबुल्लाह की मदद करने के प्रयास के आरोप लगाए गए हैं.