पश्चिम के दलाल हो तुम! पाक अखबार में ऐसा क्या लिखा जिसे देख रूस ने लगाई पाक मीडिया को लताड़- गिरती नहीं, बढ़ती है हमारी GDP
पाकिस्तानी अखबार ने रूस की कमजोर अर्थव्यवस्था पर रिपोर्ट छापी तो इस्लामाबाद स्थित रूसी दूतावास भड़क गया. रूस ने अखबार पर पश्चिमी प्रोपेगेंडा फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा—“हमारी अर्थव्यवस्था गिर नहीं रही, उड़ रही है.”
पाकिस्तान में रूस और मीडिया के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है. दरअसल, एक पाकिस्तानी अखबार ने रूस की अर्थव्यवस्था को लेकर तीखा लेख छापा, जिसमें दावा किया गया कि पश्चिमी प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक हालत कमजोर हो रही है. इस रिपोर्ट के जवाब में इस्लामाबाद स्थित रूसी दूतावास ने ऐसा बयान जारी किया जिसने पूरे मीडिया गलियारों में हड़कंप मचा दिया.
रूसी मिशन ने अखबार पर “पश्चिम के इशारे पर चलने” और “रूस-विरोधी नैरेटिव” फैलाने का आरोप लगाया. दूतावास ने कहा कि अखबार के संपादकीय दफ्तर में बैठी “पश्चिमीकृत सोच” रूस की असली तस्वीर दिखाने से कतरा रही है.
'पश्चिमी झूठ दोहराता है अखबार'- रूसी दूतावास का पलटवार
रूसी दूतावास ने अपने बयान में साफ कहा कि 'यह रवैया अखबार के पश्चिमीकृत संपादकीय दफ्तर की रूस-विरोधी प्रवृत्ति को और उजागर करता है. यह मीडिया रूस की कमजोर अर्थव्यवस्था और प्रतिबंधों से प्रभावित होने जैसे पश्चिमी आख्यानों को दोहराता है. मिशन ने कहा कि इन दावों में ज़रा भी सच्चाई नहीं है. रूस की अर्थव्यवस्था न केवल स्थिर है, बल्कि कई मोर्चों पर जबरदस्त प्रगति कर रही है.
'गिरती नहीं, बढ़ती है रूस की GDP'
रूसी दूतावास ने आंकड़ों के साथ जवाब देते हुए बताया कि 2024 में रूस की जीडीपी 4.1 प्रतिशत बढ़ी, निर्माण क्षेत्र में 8.5 प्रतिशत की उछाल आई और बेरोजगारी दर मात्र 2.5 प्रतिशत रही. बयान में व्यंग्य करते हुए कहा गया कि 'अगर ये किसी देश की गिरती अर्थव्यवस्था के संकेत हैं, तो हमें ऐसे ‘पतन’ पर गर्व है!”
बुरेवेस्टनिक और पोसीडॉन का भी जिक्र, कहा- “सिर्फ अर्थव्यवस्था नहीं, रक्षा भी मजबूत”
रूस ने अपने बयान में अपनी सैन्य और तकनीकी क्षमता का भी उल्लेख किया. दूतावास ने कहा कि हाल ही में रूस ने अपनी दो हाई-टेक हथियार प्रणालियों — बुरेवेस्टनिक क्रूज मिसाइल और पोसीडॉन अंडरवाटर व्हीकल. के सफल परीक्षण किए हैं, जो उसकी सामरिक शक्ति के प्रतीक हैं.
“पाक जनता आंख मूंदकर पश्चिमी मीडिया पर भरोसा न करे”
अपने बयान के अंत में रूसी दूतावास ने पाकिस्तानी जनता से सीधी अपील की “जनता विभिन्न स्रोतों से जानकारी प्राप्त करे और उन मीडिया संस्थानों पर निर्भर न रहे जो विदेशी प्रायोजकों के संदिग्ध हितों की सेवा कर रहे हैं.” रूस का यह बयान सिर्फ एक अखबार पर हमला नहीं, बल्कि उस पूरे पश्चिमी नैरेटिव को चुनौती है जो उसे आर्थिक रूप से कमजोर दिखाने की कोशिश कर रहा है.





