Begin typing your search...

रूसी बच्चों को गोद लेना अब आसान नहीं! लिंग परिवर्तन का समर्थन करने वाले देशों पर पुतिन ने लगाया बैन

रूसी सरकार के नए कानून के मुताबिक जिस देश में लिंग परिवर्तन की अनुमति है, वहां के लोग किसी भी रूसी बच्चे को गोद नहीं ले सकते हैं. पुतिन ने ऐसे कानून भी बनाए हैं जो बच्चों को जन्म न देने को बढ़ावा देने वाली सामग्रियों के वितरण पर प्रतिबंध लगाते हैं. यह फैसला यौन अल्पसंख्यकों को दबाने वाले कानूनों का एक हिस्सा है.

रूसी बच्चों को गोद लेना अब आसान नहीं! लिंग परिवर्तन का समर्थन करने वाले देशों पर पुतिन ने लगाया बैन
X
( Image Source:  @EuropeInvasions )

Vladimir Putin: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पिछले कुछ समय से यूक्रेन के साथ चल रहे युद्द को लेकर चर्चा में बने हुए हैं. वह लगातार बड़े-बड़े फैसले ले रहे हैं. अब उन्होंने लिंग परिवर्तन से जुड़े मामलों को लेकर बड़ा फैसला लिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को पुतिन ने एक कानून पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत लिंग परिवर्तन का समर्थन करने वाले देशों के नागरिकों द्वारा रूसी बच्चों को गोद लेने पर रोक लगाई गई है.

रूसी सरकार के नए कानून के मुताबिक जिस देश में लिंग परिवर्तन की अनुमति है, वहां के लोग किसी भी रूसी बच्चे को गोद नहीं ले सकते हैं. पुतिन ने ऐसे कानून भी बनाए हैं जो बच्चों को जन्म न देने को बढ़ावा देने वाली सामग्रियों के वितरण पर प्रतिबंध लगाते हैं.

पोस्ट में दी जानकारी

रूस की संसद के निचले सदन के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन ने इस नए कानून के संबंध में अहम जानकारी दी. उन्होंने एक टेलीग्राम पोस्ट में कहा, "इन देशों में गोद लिए गए बच्चों के सामने लिंग परिवर्तन के रूप में उत्पन्न होने वाले संभावित खतरों को समाप्त करना बहुत महत्वपूर्ण है." इस प्रस्ताव को रूस की संसद के दोनों सदनों द्वारा पहले ही मंजूरी मिल चुकी है. यह फैसला यौन अल्पसंख्यकों को दबाने वाले कानूनों का एक हिस्सा है.

क्या है नया कानून?

रूसी निचले सदन के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन ने नए विधेयक के बार में जुलाई में एक टेलीग्राम पोस्ट में कहा था. जिसमें लिखा था कि "लिंग परिवर्तन के रूप में संभावित खतरों को समाप्त करना अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसका सामना इन देशों में गोद लिए गए बच्चों को करना पड़ सकता है." गोद लेने पर प्रतिबंध कम से कम 15 देशों पर लागू होगा. जिनमें से अधिकतर यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना और कनाडा शामिल हैं. बता दें कि साल 2012 में अमेरिकी नागरिकों द्वारा रूसी बच्चों को गोद लेने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.

कितना लगेगा जुर्माना?

रूसी सरकार ने अन्य विधेयकों में बच्चे न पैदा करने के प्रचार पर प्रतिबंध लगाया गया. ऐसा करने वाले पर 5 मिलियन रूबल (लगभग 50,000 डॉलर) तक का जुर्माना लगाया गया है. इसके समर्थकों ने तर्क दिया कि बच्चे पैदा करने के खिलाफ सार्वजनिक तर्क जनसंख्या में गिरावट को बढ़ावा देकर रूस को कमजोर करने के पश्चिमी प्रयासों का हिस्सा हैं. रूस की जनसंख्या में गिरावट के साथ, पुतिन ने पिछले साल बड़े परिवार होने के बारे में कहते हुए देश की महिलाओं से 8 बच्चे पैदा करने का आग्रह किया था. बता दें कि रूस ने 2023 में लिंग-परिवर्तन चिकित्सा प्रक्रियाओं पर प्रतिबंध लगा दिया था.

अगला लेख