'शर्म आनी चाहिए!', आखिर फ्रांसीसी राष्ट्रपति पर क्यों भड़क उठे PM नेतन्याहू? बोले- 'सात मोर्चों पर युद्ध लड़ रहा इजरायल'
PM Benjamin Netanyahu to French President Macron: फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने गाजा में चल रहे युद्ध के बीच इजरायल को हथियारों की आपूर्ति रोकने की मांग की है और वहां चल रहे संकट का कूटनीतिक समाधान निकालने की बात कही है. राष्ट्रपति मैक्रों की बात से नाराज पीएम नेतन्याहू ने उन्हें करारा जवाब दिया है और अकेले ही युद्ध जीतने का दावा किया है.

PM Benjamin Netanyahu French President Macron: मिडिल ईस्ट में तनाव के बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इजरायल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. फ्रांस ने इजरायल के खिलाफ हथियार प्रतिबंध लगाने की बात कही है, जिसे इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शर्मनाक बताया है. नेतन्याहू ने कहा कि सभी देशों को ईरान के खिलाफ युद्ध में इजरायल का समर्थन करना चाहिए. फ्रांसीसी राष्ट्रपति के कदम की आलोचना करते हुए नेतन्याहू ने पूछा कि क्या ईरान ने हिजबुल्लाह, हौथिस या हमास पर कोई प्रतिबंध लगाया है?
नेतन्याहू ने शनिवार को एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा, 'इजरायल, ईरान के नेतृत्व वाली बर्बर ताकतों (हिजबुल्लाह, हौथिस या हमास) से लड़ रहा है. ऐसे में सभी सभ्य देशों को इजरायल के पक्ष में मजबूती से खड़ा होना चाहिए. इसके बाद भी राष्ट्रपति मैक्रों और कुछ अन्य वेस्टर्न लीडर अब इजरायल के खिलाफ हथियार प्रतिबंध लगाने की बात कर रहे हैं. उन पर शर्म आनी चाहिए.'
पीएम नेतन्याहू ने की फ्रांसीसी राष्ट्रपति की मांग की निंदा
नेतन्याहू ने मैक्रों को दिए अपने जवाब में कहा, 'आतंक की धुरी एक साथ खड़ी है, लेकिन जो देश इस आतंकियों का विरोध करते रहे हैं. वे इजरायल पर हथियार प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं. यह कितनी शर्मनाक बात है.' नेतन्याहू ने जोर देकर कहा कि इजरायल 7 मोर्चों पर लड़ाई लड़ रहा है और उन्होंने ये भी कहा कि उनका देश वेस्टर्न देशों के समर्थन के साथ या उसके बिना भी जीत हासिल करेगा.
मैक्रों ने की थी हथियारों की आपूर्ति पर प्रतिबंध की मांग
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने गाजा में इस्तेमाल के लिए इजरायल को हथियारों की आपूर्ति रोकने और कूटनीतिक समाधान की मांग की. उन्होंने लेबनान में जमीनी अटैक के लिए सैनिकों को भेजने के नेतन्याहू के फैसले की भी आलोचना की है. मैक्रों ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के साथ मिलकर इजरायल-लेबनान सीमा पर 21 दिन के युद्ध विराम का प्रस्ताव रखा था, ताकि युद्ध को बढ़ने से रोका जा सके और वहां तथा गाजा में कूटनीति को मौका मिल सके. हालांकि, इजरायली पीएम नेतन्याहू ने यह कहते हुए प्रस्ताव को खारिज कर दिया था कि उनकी सेना पूरी ताकत से लड़ाई जारी रखेगी.