दोस्ती इम्तिहान लेती है! ट्रम्प के बदलते तेवर, US में पीएम मोदी की परीक्षा, कितना हो पाएंगे कामयाब?
PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति के गेस्ट हाउस ब्लेयर हाउस में ठहरे हैं. इस दौरान पीएम मोदी और ट्रम्प कई मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता करने वाले हैं. इसमे भारत-अमेरिका सहयोग को मजबूत करने और हाई टैरिफ से बचने पर कई समझौते की उम्मीद है.

PM Modi US Visit: फ्रांस की सफल यात्रा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दो दिन की अमेरिकी यात्रा पर वाशिंगटन पहुंच गए हैं. खास बात ये है कि प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प के साथ पीएम मोदी की ये चौथी मुलाकात है और 10वीं अमेरिकी यात्रा है. लेकिन इस बार ट्रम्प के बदलते तेवर पीएम मोदी के लिए चैलेंजिग हो सकता है.
पीएम मोदी की इस अमेरिकी यात्रा पर सबकी निगाहें टिकी हुई है. देखना ये होगा कि इस बार दोनों वर्ल्ड लिडर्स के बीच की पर्सनल केमिस्ट्री भारत की राह कैसे आसान बनाएगी? पीएम मोदी की यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब ट्रम्प के सत्ता में आने के बाद नए लागू किए गए 'अमेरिका फर्स्ट' व्यापार एजेंडे और अवैध इमिग्रेशन पर कार्रवाई हो रही है.
ट्रम्प के बदलते तेवर पर मोदी की कूटनीति कितनी कारगार?
भारत को लेकर ट्रम्प का रूख इस बार कड़े दिख रहे हैं. ट्रम्प ने भारत को 'टैरिफ किंग' और टैरिफ का दुरुपयोग करने वाला बताया है. इस बीच पीएम मोदी ने अपनी यात्रा से पहले हाई-एंड मोटरसाइकिलों और इलेक्ट्रिक बैटरियों पर शुल्क घटा दिया है. वहीं अमेरिका ने एल्युमीनियम और स्टील के आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ की घोषणा की गई है. ट्रम्प के टैरिफ एक्शन के बीच भारत के खिलाफ खुलकर बोलना पीएम मोदी की कूटनीति की बड़ी परीक्षा होगी.
ट्रम्प के साथ डिनर कर पीएम मोदी एक बार फिर से पर्सनल केमिस्ट्री बनाकर भारत के लिए कई रास्ते खोलने में कामयाब हो सकते हैं. बात द्विपक्षीय वार्ता की करें तो पीएम मोदी और ट्रम्प व्यापार, निवेश, ऊर्जा, रक्षा, टैक्नोलॉजी और इमिग्रेशन सहित भारत-अमेरिका संबंधों को प्रभावित करने वाले अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बैठक करेंगे.
पीएम मोदी के नेतृत्व को देख पॉलिटिकल एक्पपर्ट्स नवनीत कुमार का मानना है कि रास्ते मुश्किल जरूर है, लेकिन मोदी की कूटनीति को देखते हुए लगता है कि वह इसमें से बहुत कुछ निकालने में कामयाब होंगे. द्विपक्षीय वार्ता में भारत-अमेरिका सहयोग को मजबूत करने, हाई टैरिफ से बचने और व्यापार क्षेत्र का विस्तार करने के लिए व्यापार समेत समझौते किए जा सकते हैं.
हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मोदी और ट्रंप के बीच टैरिफ पर विशेष चर्चा होने की संभावना नहीं है, लेकिन दोनों नेता इस पर विचार-विमर्श कर सकते हैं. पिछले साल भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार करीब 130 अरब डॉलर था.
पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा भारत के लिए क्यों है खास?
ट्रम्प के अमेरिकी राष्ट्रपति का पदभार संभालने के बाद से किए गए बड़े बदलावों के बीच पीएम मोदी की उनसे मुलाकात महत्वपूर्ण है. पीएम मोदी की ये यात्रा ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल के दौरान भारत-अमेरिका संबंधों के लिए माहौल तैयार करेगी. अप्रवास और निर्वासन पर चर्चा से दोनों देशों के बीच पर्यटन और भविष्य में पढ़ाई या काम के लिए भारतीयों के अमेरिका जाने पर भी असर पड़ेगा.