व्हाइट हाउस की निगरानी में चला 'ऑपरेशन ईरान', सिचुएशन रूम से ट्रंप ने खुद दी हर पल की मंजूरी; Photos
ईरान-इजराइल युद्ध के 10वें दिन अमेरिका ने सीधे हस्तक्षेप करते हुए ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर जबरदस्त हवाई हमला किया. व्हाइट हाउस से ऑपरेशन की निगरानी करते हुए ट्रंप ने कहा, “अब शांति का समय है, पर ज़रूरत पड़ी तो बाकी ठिकानों पर भी हमला होगा.” ईरान ने इसे अंतरराष्ट्रीय शांति के खिलाफ बताया है.

ईरान-इजरायल युद्ध में अमेरिका ने पहली बार खुलकर हस्तक्षेप किया और ईरान की तीन प्रमुख परमाणु साइट्स फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर हमला कर दिया. अमेरिकी वायुसेना के B-2 बमवर्षक विमानों ने इन ठिकानों पर बंकर-बस्टर बम गिराए. इस दौरान व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम की तस्वीरें भी जारी की गईं, जिनमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ लाइव ऑपरेशन की निगरानी करते दिखाई दिए.
तस्वीरों में राष्ट्रपति ट्रंप के साथ उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, विदेश मंत्री मार्को रुबियो, रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ, नेशनल इंटेलिजेंस प्रमुख तुलसी गबार्ड, सीआईए डायरेक्टर जॉन रैडक्लिफ सहित ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ डैन केन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी ऑपरेशन की पल-पल की जानकारी लेते दिखे. व्हाइट हाउस की प्रेस टीम और सुरक्षा सलाहकारों की पूरी फौज सिचुएशन रूम में तैनात थी.
फोर्डो में बंकर बस्टर बमों से सबसे बड़ा हमला
अमेरिका ने फोर्डो को विशेष रूप से निशाना बनाया, जहां पांच सुरंगों के भीतर यूरेनियम संवर्धन का कार्य होता है. फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इस साइट पर 6 बंकर बस्टर बम गिराए गए. इसके अलावा इस्फहान और नतांज पर अमेरिकी पनडुब्बियों से 30 टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें दागी गईं, जो 400 मील दूर से लॉन्च की गई थीं.
हमले को बर्दाश्त नहीं करेंगे: ईरान
ईरान की परमाणु एजेंसी AEOI ने इस हमले को IAEA की निगरानी में हुई गंभीर आक्रमण की घटना बताया. ईरानी अधिकारियों ने कहा कि ये हमला अंतरराष्ट्रीय कानून और परमाणु संधियों का सीधा उल्लंघन है. ईरान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस हमले की खुलकर निंदा करने की अपील की है और स्पष्ट कहा है कि वे इस आक्रमण को चुपचाप नहीं सहेंगे.
अब शांति का समय है: ट्रंप
हमले के तुरंत बाद ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, “हमारे विमानों ने सफलतापूर्वक तीनों ठिकानों पर हमला किया और सभी एयरस्पेस से सुरक्षित बाहर निकल चुके हैं. यह अमेरिका की सैन्य ताकत का उदाहरण है, दुनिया में कोई और ऐसा नहीं कर सकता था. अब शांति का समय है.” हालांकि ट्रंप ने चेताया कि यदि ईरान जवाबी कार्रवाई करता है, तो अमेरिका फिर हमला करेगा- तेज़ी से और अचूकता के साथ.
अमेरिका की एंट्री से बदले समीकरण
इजरायल और ईरान के बीच जारी संघर्ष आज दसवें दिन में प्रवेश कर चुका है. इजरायल ने 13 जून को ऑपरेशन राइजिंग लॉयन शुरू किया था, जबकि ईरान ने 14 जून को जवाबी ट्रू ऑपरेशन 3 लॉन्च कर इजरायली शहरों पर मिसाइल हमले किए. अब अमेरिका की सीधी एंट्री के बाद यह संघर्ष तीन-देशीय युद्ध की ओर बढ़ता दिख रहा है, जिससे पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र में तनाव चरम पर पहुंच चुका है.