Begin typing your search...

ऑपरेशन 'BAAM' क्या है, जिससे दहल उठा पाकिस्तान? बीएलएफ ने क्यों शुरू किया ये अभियान

पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक बार फिर बलूच लड़ाकों का पाक सेना पर जबरदस्त हमला बोला है. 'ऑपरेशन बाम' के नाम से चलाए गए इस हमले में बलूचियों ने पाकिस्तान आर्मी और सरकारी ठिकानों को निशाना बनाया है. यह हमला न सिर्फ सैन्य प्रतिष्ठानों पर भारी पड़ा बल्कि बलूचिस्तान की आजादी की मांग को लेकर पूरी दुनिया का ध्यान खींचने में भी सहायक साबित हुआ.

ऑपरेशन BAAM क्या है, जिससे दहल उठा पाकिस्तान? बीएलएफ ने क्यों शुरू किया ये अभियान
X

पिछले कुछ समय से पाकिस्तान यूएन में दुनिया को शांति और कश्मीर पर भाषण दे रहा है, उसी दौर में उसके अपने घर में एक के बाद एक कई बारूद फटने का सिलसिला जारी है. दरअसल, बलूच लड़ाकों (बीएलएफ) ने 'ऑपरेशन बाम' के नाम से पाकिस्तानी सेना और उससे जुड़े लोगों पर ऐसा हमला किया कि इस्लामाबाद से लेकर रावलपिंडी तक हलचल मच गई. बीएलएफ की ओर से लगातार जारी हमलों के बाद से इस बात की चर्चा है कि आखिर कौन हैं ये बलूच लड़ाके?

इसके अलावा, बलूचियों के हमलों के बीच इस बात की भी चर्चा है कि क्या पाकिस्तान एक और गृहयुद्ध की तरफ बढ़ रहा है? जानिए क्या है ऑपरेशन बाम और क्यों यह पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द बन गया है?

दरअसल, बुधवार को बलूचिस्तान के तुर्बत में हुए एक ग्रेनेड हमले में महिलाओं और बच्चों समेत कम से कम पांच लोग घायल हो गए. प्रतिबंधित अलगाववादी समूह बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) द्वारा ऑपरेशन बाम शुरू किए जाने के बाद पूरे प्रांत में हिंसा बढ़ गई. पुलिस और स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार मोटरसाइकिल सवार अज्ञात हमलावरों ने दक्षिणी बलूचिस्तान के जिले के अंतर्गत तुर्बत के अबसार इलाके में मुहम्मद यूनिस के घर पर एक हथगोला फेंका था.

पाकिस्तानी अखबार डॉन के अनुसार घर के पिछवाड़े में विस्फोट हुआ, जिसमें हाजरा, महलाब, फातिमा, नाज गुल और मुहम्मद इब्राहिम घायल हो गए. सभी को इलाज के लिए तुर्बत के जिला अस्पताल ले जाया गया. उसी दिन सिबी में एक पुलिस चौकी को भी इसी तरह के ग्रेनेड हमले का निशाना बनाया गया. हालांकि, किसी के घायल होने की खबर नहीं है. ये घटनाएं मंगलवार देर रात बलूचिस्तान में समन्वित हमलों की एक व्यापक श्रृंखला के बाद हुईं, जिसे बीएलएफ "ऑपरेशन बाम" कहता है, जिसका अर्थ है 'भोर'.

बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट ने इसी तरह पंजगुर, सुरब, केच और खरान जिलों में कम से कम 17 अलग-अलग हमले हुए, जो हाल के वर्षों में प्रांत में सबसे महत्वपूर्ण विद्रोही अभियानों में से एक हैं. बीएलएफ के अनुसार, ऑपरेशन बाम सैन्य प्रतिष्ठानों, पुलिस चौकियों, संचार अवसंरचना और प्रशासनिक सुविधाओं को निशाना बनाकर किया गया एक रणनीतिक रूप से समन्वित आक्रमण है.

न्यूज जेंसी एएनआई के अनुसार बीएलएफ प्रवक्ता मेजर ग्वाराम बलूच ने इस अभियान की जिम्मेदारी लेते हुए कहा, "प्रतिरोध एक नए चरण में प्रवेश कर गया है. ऑपरेशन बाम का मकसद यह प्रदर्शित करना है कि बलूच लड़ाके विशाल भूगोल में बड़े पैमाने पर समन्वित अभियान चलाने में सक्षम हैं."

बीएलएफ ने आगे कहा कि इस अभियान का उद्देश्य पाकिस्तानी सुरक्षा बलों को 'मानव और भौतिक दोनों तरह का नुकसान' पहुंचाना था. हालांकि, हताहतों और नुकसान को लेकर अभी पुख्ता जानकारी सामने नहीं आई है.

केच और पंजगुर में ब्लैकआउट

सूत्रों और मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक बीएलएफ के हमलों ने दूरसंचार नेटवर्क को बड़े पैमाने पर ध्वस्त कर दिया है. खासकर केच और पंजगुर में, जहां आंशिक रूप से ब्लैकआउट की सूचना मिली है. सुरक्षा बलों ने प्रभावित क्षेत्रों में तलाशी और निकासी अभियान शुरू कर दिया है, लेकिन गुरुवार सुबह तक संघीय सरकार की ओर से नुकसान की मात्रा या हताहतों की संख्या के बारे में कोई बयान नहीं आया है.

क्या है बबीएलएफ?

बीएलएफ उन कई बलूच लड़ाका समूहों में से एक है जो 20 से ज्यादा सालों से सरकार के खिलाफ लड़ रहे हैं. वे बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों पर अधिक नियंत्रण और व्यापक राजनीतिक स्वतंत्रता चाहते हैं. यह प्रांत खनिजों से समृद्ध है, लेकिन गरीब और अविकसित बना हुआ है. इस क्षेत्र के लोग लंबे समय से अन्यायपूर्ण व्यवहार, लापता लोगों और आर्थिक अवसरों की कमी की शिकायत करते रहे हैं.

ऑपरेशन बाम क्या है?

बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (BLF) द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ चलाया गया एक सुनियोजित सैन्य अभियान का नाम 'ऑपरेशन बाम' है. इस ऑपरेशन के तहत बलूच विद्रोहियों ने पाकिस्तानी सुरक्षा बलों पर पिछले कुछ दिनों के दौरान जोरदार हमला किया है. इस ऑपरेशन का नाम 'बाम' (BAM) रखा गया है, जिसका अर्थ बलूच भाषा में 'तूफान' या 'झटका' होता है. BLF ने इसे पाकिस्तान की सेना और सरकार को झटका देने वाला कदम बताया है.

वर्ल्‍ड न्‍यूज
अगला लेख