अरेस्ट होने से बचते नजर आए PM Netanyahu! इजरायल से न्यूयॉर्क जाने के लिए बदला हवाई रूट, जानें वजह
Israeli PM Netanyahu News: नेतन्याहू ICC के गिरफ्तारी वारंट से बचने के लिए न्यूयॉर्क यात्रा का रूट बदला. यूरोपीय देशों से गुजरने के की जगह लंबे रास्ते से न्यूयॉर्क पहुंची. फ्लाइट ट्रैकर से पता चला कि नेतन्याहू का विमान उन यूरोपीय देशों के ऊपर से नहीं गुजरा जो ICC के सदस्य हैं.

Israeli PM Netanyahu News: इजरायल प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपनी न्यूयॉर्क की यात्रा को लेकर चर्चा में हैं. इस यात्रा पूरा करने के लिए नेतन्याहू अलग रूट को चुना जो चर्चा में है. उनकी फ्लाइट कई यूरोपीय देशों से गुजरने के की जगह लंबे रास्ते से न्यूयॉर्क पहुंची.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम नेतन्याहू के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) की गिरफ्तारी वारंट है और कई यूरोपीय देशों ने इस वारंट को लागू करने की स्थिति में हैं. इस वजह से उन्होंने ग्रीस और इटली के कुछ हिस्से से होकर, भूमध्य सागर और जिब्राल्टर का रास्ता चुनकर यात्रा की.
नेतन्याहू ने क्यों बदला रूट?
ICC के गिरफ्तारी वारंट से बचने के लिए इजरायली पीएम ने अपनी यात्रा रूट में बदलाव किया. उन्हें डर था कि यूरोपीय देश उनका हवाई मार्ग बंद कर सकते हैं या उन्हें गिरफ्तार कर सकते हैं. क्योंकि कई यूरोपीय देश ICC के सदस्य हैं और उनकी स्थापना से उनका दायित्व बनता है कि वे वारंट को लागू करें.
ICC ने नवंबर 2024 में नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट के खिलाफ आरोप लगाए कि उन्होंने गाजा में युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध किए हैं. इस बदलाव का मतलब ये है कि नेतन्याहू के लिए यात्रा अब सिर्फ उड़ान भरने का मामला नहीं है बल्कि कानूनी और राजनीतिक खतरों का भी ध्यान रखना पड़ रहा है.
फ्लाइट ट्रैकर से सामने आया सच
फ्लाइट ट्रैकर से पता चला कि नेतन्याहू का विमान उन यूरोपीय देशों के ऊपर से नहीं गुजरा जो ICC के सदस्य हैं. इसके बजाय विमान ने दक्षिण की ओर रुख किया. फिर ग्रीस और इटली से होते हुए, भूमध्य सागर पार कर जिब्राल्टर के रास्ते अटलांटिक महासागर में लैंड हुआ. बता दें कि अमेरिका के लिए जाने वाली उड़ानों में फ्रांस और अन्य यूरोपीय देशों के जरिए आसान रूट चुना जाता है, लेकिन इस बार इस घुमावदार रास्ते की वजह से करीब 600 किलोमीटर ज्यादा दूरी तय करनी पड़ी.
पहले भी बदला रूट
इससे पहले नेतन्याहू स्पेनिश हवाई रास्ते से भी बचते नजर आए थे. इजरायल का सरकारी विमान विंग ऑफ जायोन (Wing of Zion) कथित तौर पर स्पेनिश हवाई क्षेत्र से भी बचता नजर आया. क्योंकि स्पेन ने आईसीसी जांच का समर्थन करने का वादा किया है.