कौन है नईम कासिम? हिजबुल्लाह को मिला नया चीफ, जो हसन नसरल्लाह की लेगा जगह
Hezbollah new chief, Naeem Qassim: नईम कासिम को 1991 में हिजबुल्लाह के उप प्रमुख के रूप में आतंकवादी समूह के तत्कालीन महासचिव अब्बास अल-मुसावी ने नियुक्त किया था, जो पिछले साल एक इजरायली हेलीकॉप्टर हमले में मारा गया था. अब नईम कासिम आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह के चीफ का पद संभालेंगे.

Hezbollah new chief, Naeem Qassim: हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह का नया चीफ कौन होगा? इसे लेकर खूब चर्चा हो रही थी. हालांकि, अब हिजबुल्लाह को उसका नया चीफ मिल गया है. हिजबुल्लाह ने ईरान समर्थित लेबनानी आतंकवादी समूह के उप महासचिव नईम कासिम को पूर्व प्रमुख हसन नसरल्लाह का स्थान लेने के लिए चुना है , जो 27 सितंबर को बेरूत में इजरायली हवाई हमले में मारे गए थे .
एक बयान में आतंकवादी समूह ने कहा कि हिजबुल्लाह की शूरा परिषद ने 71 वर्षीय कासिम को महासचिव चुनने के लिए अपनी स्थापित प्रणाली के अनुसार चुना है. कासिम ने नसरल्लाह की हत्या के बाद से तीन भाषण दिए हैं- एक बेरूत से और दो तेहरान से. उन्हें 1991 में पहली बार हिजबुल्लाह का उप महासचिव हैं.
ईरान के शीर्ष नेताओं को इजरायल का डर
यूएई की एरेम न्यूज वेबसाइट के मुताबिक, कासिम 5 अक्टूबर को लेबनान और सीरिया की राजकीय यात्रा के लिए ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची के इस्तेमाल किए गए विमान से बेरूत से रवाना हुए थे. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि इजरायल के डर से ईरान के शीर्ष नेताओं ने उनके स्थानांतरण का आदेश दिया था.
कौन है नईम कासिम?
1991 में समूह के तत्कालीन महासचिव अब्बास अल-मुसावी के उप प्रमुख नियुक्त किए जाने के बाद से 30 से अधिक सालों से नईम कासिम ने हिज़्बुल्लाह के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत किया है.
उनकी राजनीतिक सक्रियता लेबनानी शिया अमल मूवमेंट से शुरू हुई. ईरान की इस्लामी क्रांति के बाद 1979 में उन्होंने इस समूह को छोड़ दिया था. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने उन बैठकों में भाग लिया जिनके कारण हिजबुल्लाह का गठन हुआ, जिसकी स्थापना 1982 में लेबनान पर इजरायल के आक्रमण के बाद ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के समर्थन से हुई थी.
नईम कासिम 1992 में हिजबुल्लाह के संसदीय चुनाव अभियान के महासचिव रहे हैं, जब इस आतंकवादी समूह ने पहली बार चुनाव लड़ा था. नसरल्लाह के नेता बनने के बाद भी कासिम अपनी भूमिका में बने रहे और लंबे समय से हिजबुल्लाह के प्रमुख प्रवक्ताओं में से एक रहे हैं. विदेशी मीडिया के साथ इंटरव्यू करते रहे, जिनमें पिछले साल इजरायल के साथ सीमा पार शत्रुता के दौरान इंटरव्यू भी शामिल हैं.