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मेरे दोस्त मोदी को... USAID पर ट्रंप के आरोप नहीं हो रहे ख़त्म, जानें क्या है इसका काम

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को कथित रूप से मिले 21 मिलियन डॉलर के अनुदान का मुद्दा फिर उठाया, जिससे नया विवाद खड़ा हो गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह धनराशि भारत के लिए नहीं, बल्कि बांग्लादेश को दी गई थी. भारत सरकार ने इस दावे को खारिज करते हुए इसे विदेशी हस्तक्षेप बताया.

मेरे दोस्त मोदी को... USAID पर ट्रंप के आरोप नहीं हो रहे ख़त्म, जानें क्या है इसका काम
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नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 22 Feb 2025 1:35 PM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत को कथित रूप से मिले 21 मिलियन डॉलर के मुद्दे को उठाकर नया विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने लगातार तीसरे दिन इस अनुदान पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारत को मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए यह रकम दी गई. हालांकि, एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि यह धनराशि भारत के लिए नहीं, बल्कि बांग्लादेश के लिए थी.

ट्रंप ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मेरे मित्र प्रधानमंत्री मोदी और भारत को वोटर टर्नआउट बढ़ाने के लिए 21 मिलियन डॉलर मिल रहे हैं. लेकिन हम अमेरिका में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए क्या कर रहे हैं?" इसी दौरान उन्होंने बांग्लादेश को मिले 29 मिलियन डॉलर का भी जिक्र किया और आरोप लगाया कि यह रकम एक अनजान फर्म को दी गई, जिसमें सिर्फ दो लोग काम कर रहे थे.

बीजेपी ने कांग्रेस पर साधा था निशाना

यह विवाद भारत में राजनीतिक बहस का विषय बन गया है. पहले बीजेपी ने इस मुद्दे को उठाकर कांग्रेस पर निशाना साधा, लेकिन जब यह स्पष्ट हुआ कि यह अनुदान बांग्लादेश को दिया गया था, तो विपक्ष ने बीजेपी पर हमला बोल दिया. अब ट्रंप के दोबारा इस मुद्दे को उठाने से मामला फिर गरमा गया है.

विदेश मंत्रालय ने जताई चिंता

भारत सरकार ने ट्रंप के दावे को खारिज करते हुए इसे विदेशी हस्तक्षेप करार दिया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत की कई एजेंसियां और विभाग USAID के साथ काम करते हैं, लेकिन इस तरह की टिप्पणियां अस्वीकार्य हैं और इस पर अब पुनर्विचार किया जा रहा है. इस बीच, ट्रंप ने सरकारी खर्चों में कटौती के लिए एक नया विभाग बनाया है, जिसके प्रमुख टेस्ला के मालिक एलन मस्क होंगे.

USAID क्या करता है?

USAID (यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट) भारत सरकार, गैर-सरकारी संगठनों (NGOs), निजी कंपनियों और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ मिलकर सतत विकास और समृद्धि को बढ़ावा देने का काम करता है. यह एजेंसी लगभग 100 देशों में विभिन्न विकासशील परियोजनाओं के लिए सहायता प्रदान करती है. इसका फोकस वैश्विक स्वास्थ्य, स्थिरता, मानवीय सहायता और महिलाओं के विकास जैसे क्षेत्रों पर होता है.

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