मेरा बॉस पागल, मुझे जूते पहनने की मनाही, लेकिन कुत्ते से करवाता...'; महिला कर्मचारी का दावा
अधिकतर पेशेवरों को अपने करियर में कभी न कभी जहरीले और अजीब बॉस का सामना करना पड़ा होगा, लेकिन एक भारतीय कर्मचारी की यह कहानी शायद सबसे अनोखी है. इस कर्मचारी ने रेडिट पर एक पोस्ट साझा कर अपनी बॉस के अजीबोगरीब व्यवहार के बारे में बताया, जिसे उसने 'बिल्कुल सनकी' बताया. इस कर्मचारी ने रेडिट पर 'मेरी बॉस पागल है - मैं कहां से शुरू करूं?' फिर लिख डाली लंबी चौड़ी पोस्ट.

अधिकतर पेशेवरों को अपने करियर में कभी न कभी जहरीले और अजीब बॉस का सामना करना पड़ा होगा, लेकिन एक भारतीय कर्मचारी की यह कहानी शायद सबसे अनोखी है. इस कर्मचारी ने रेडिट पर एक पोस्ट साझा कर अपनी बॉस के अजीबोगरीब व्यवहार के बारे में बताया, जिसे उसने 'बिल्कुल सनकी' बताया. इस कर्मचारी ने रेडिट पर 'मेरी बॉस पागल है - मैं कहां से शुरू करूं?' फिर लिख डाली लंबी चौड़ी पोस्ट.
अजीब नियम और अजीब व्यवहार
पोस्ट में उसने बताया कि वह एक ऐसी महिला के लिए काम कर रही है जो एक कंपनी की मालिक तो है, लेकिन बॉस के तौर पर उसका व्यवहार बेहद अजीब है. शुरुआत में उसने बताया कि काम का अत्यधिक बोझ होने के बावजूद बॉस का असंवेदनशील रवैया और छुट्टियों के सख्त नियम उसे परेशान करते हैं. लेकिन असली हैरानी तब हुई जब उसने अपनी बॉस के 'पागलपन भरे' नियमों के बारे में बताया.
1. ऑफिस की CCTV निगरानी-
उसने कहा, 'मेरी बॉस अपने फोन से हर समय ऑफिस की सीसीटीवी फीड देखती रहती है. हमें यह इसलिए पता है क्योंकि जैसे ही कोई कर्मचारी उठकर किसी से बात करता है, तुरंत ग्रुप चैट में मैसेज आ जाता है कि हम क्या कर रहे हैं.' अब तो ऑफिस में किसी भी कर्मचारी को आपस में बात करने की अनुमति नहीं है.
2. जूते पहनने की मनाही, लेकिन आवारा कुत्तों की एंट्री-
उसने बताया कि उसकी बॉस ने कर्मचारियों के लिए ऑफिस में जूते पहनना प्रतिबंधित कर दिया है, लेकिन आवारा कुत्तों को अंदर आने की पूरी छूट है. 'कुत्तों को ऑफिस के अंदर बैठने, खाने, पेशाब करने, मल त्याग करने और उल्टी करने की पूरी अनुमति है. लेकिन हमें जूते पहनने की इजाजत नहीं, क्योंकि वह इसे 'अस्वच्छ' मानती हैं. एक बार तो मैं सीधे कुत्ते की पेशाब पर कदम रख बैठी.'
3. बिना कारण चिल्लाना और वेतन में कटौती-
इसके अलावा, कर्मचारी ने बताया कि बॉस बिना किसी कारण कर्मचारियों पर चिल्लाती हैं, कभी-कभी तो सिर्फ बिजली का बिल ज्यादा आने पर भी. साथ ही, बेतरतीब वेतन कटौती और कानूनी नोटिस देना भी आम बात है. 'यह ऑफिस कम, अजीबोगरीब सामाजिक प्रयोग ज्यादा लगता है.' इस पूरे अनुभव से तंग आकर कर्मचारी ने रेडिट पर सवाल किया, "क्या किसी और ने कभी ऐसे अजीब बॉस के तहत काम किया है? मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं कब तक यह सहन कर पाऊंगी.'
सोशल मीडिया पर चौंकाने वाली प्रतिक्रियाएं
इस पोस्ट को देखकर रेडिट यूजर्स भी हैरान रह गए. एक यूजर ने लिखा, 'हाहा, यह क्लासिक छोटे कंपनियों का तानाशाही मॉडल है. ऐसे कई मामलों को मैंने देखा है। संस्थापक इसे अपने साम्राज्य की तरह चलाते हैं, बिना किसी पेशेवर रवैये के. एक और यूजर ने कहा, "बुरे बॉस और खराब कार्यस्थल तो बहुत देखे हैं, लेकिन यह तो हद ही है। मुझे लगता है कि तुम्हें कोई सलाह देने की जरूरत नहीं है – बस वहां से भाग जाओ!'