मेटा ने रूस पर चलाया चाबुक, भ्रामक सूचना देने के आरोप में मीडिया नेटवर्क पर लगाया प्रतिबंध
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने दावा किया है कि META ने रूसी मीडिया प्लेटफॉर्म पर भ्रामक जानकारी देने का आरोप लगा कर प्रतिबंध लगाया है. इनका आरोप है कि अपनी पहचान को जाहिर करने से बचने के लिए ऐसा किया गया है. रूस ने इस प्रतिबंध पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है.

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, META ने रूस की RT(Rossiya Segodnya)और अन्य रूसी मीडिया नेटवर्क पर प्रतिबंध लगा दिया है. मेटा के अनुसार रूसी मीडिया प्लेटफॉर्म ने अपनी पहचान से बचने के लिए मेटा में भ्रामक सूचना का प्रयोग किया है.
सोशल मीडिया कंपनी ने अपने बयान में कहा कि, पूरी तरह से विचार करने के बाद, हमने रूसी सरकारी मीडिया आउटलेट्स के खिलाफ चल रहे प्रवर्तन का विस्तार किया है. विदेशी हस्तक्षेप गतिविधि के लिए RT और अन्य संबंधित संस्थाओं को अब वैश्विक स्तर पर हमारे ऐप से प्रतिबंधित कर दिया गया है." साथ ही ये भी बताया गया कि प्रतिबंध का प्रवर्तन आने वाले दिनों में शुरू हो जाएगा. फेसबुक के अलावा, मेटा के ऐप में इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और थ्रेड्स शामिल हैं.
रूस द्वारा इस पर कड़ी आपत्ति जताई गई है. सरकारी प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि "मेटा इन कार्रवाइयों से खुद को बदनाम कर रहा है. रूसी मीडिया के खिलाफ इस तरह की चुनिंदा कार्रवाई अस्वीकार्य है. यह मेटा के साथ हमारे संबंधों को सामान्य बनाने की संभावनाओं को जटिल बनाता है".
मॉस्को की कार्रवाई
मॉस्को ने 2022 में मेटा को एक "चरमपंथी" संगठन करार दिया और इंस्टाग्राम और फेसबुक को ब्लॉक कर दिया था. मेटा की भाषा नीति में बदलावों पर आपत्ति जताते हुए मॉस्को ने ये आरोप लगाया था कि मेटा ने यूजर्स को यूक्रेन पर रूस के हमले पर अपना गुस्सा निकालने की अनुमति देने के लिए ही डिजाइन किया गया था.
साथ ही रूस ने मेटा द्वारा मीडिया की पहुंच को सीमित करने के पिछले प्रयासों की भी आलोचना की है और रूस में ऐसी पोस्ट को न हटाने के लिए कंपनी पर कई बार जुर्माना लगाया है.
व्हाट्सएप पर नहीं है कोई प्रतिबंध
इंस्टाग्राम और फेसबुक पर पहले से मौजूद बैन, रूस के राज्य की मीडिया की जवाब देने की क्षमता को सीमित कर सकते हैं, लेकिन व्हाट्सएप जिसका इस्तेमाल लाखों लोग करते हैं, इस पर रूस ने अब तक प्रतिबंध लगाने से परहेज किया है.
बता दें कि टेलीग्राम के संस्थापक पावेल डुरोव जो कि रूसी नागरिक है, उनपर पिछले महीने फ्रांस में औपचारिक जांच भी की गई थी.
अमेरिका ने टिप्पणी करने से किया इंकार
व्हाइट हाउस ने मेटा के इस कदम पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, जो संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा RT के दो कर्मचारियों के खिलाफ मनी-लॉन्ड्रिंग के आरोप दायर करने के बाद आया था, जिसके बारे में अधिकारियों ने कहा था कि यह 2024 के चुनाव को प्रभावित करने की नीति से ये अमेरिका में कार्य कर रहे थे. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शुक्रवार को कहा कि देशों को रूसी सरकारी प्रसारक आरटी की गतिविधियों को उसी तरह से देखना चाहिए, जैसे वे खुफिया अभियानों को देखते हैं.