मिलिए भारतवंशी काश पटेल से, जिन्हें ट्रंप ने बनाया FBI डायरेक्टर; ISIS से लेकर बगदादी तक का बने काल!
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक और भारतीय-अमेरिकी नागरिक, काश पटेल, पर विश्वास जताते हुए उन्हें एक महत्वपूर्ण पद सौंपने का ऐलान किया है. ट्रंप ने काश पटेल को संघीय जांच ब्यूरो (FBI) के निदेशक के रूप में नियुक्त करने की बात की है.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक और भारतीय-अमेरिकी नागरिक, काश पटेल, पर विश्वास जताते हुए उन्हें एक महत्वपूर्ण पद सौंपने का ऐलान किया है. ट्रंप ने काश पटेल को संघीय जांच ब्यूरो (FBI) के निदेशक के रूप में नियुक्त करने की बात की है. यह कदम ट्रंप की सरकार में बड़े बदलाव लाने और विशेष रूप से उन व्यक्तियों को हटाने की मंशा को दर्शाता है, जिन्हें वह सरकार में कथित रूप से षड्यंत्रकारी मानते हैं.
काश पटेल की FBI के निदेशक के रूप में नियुक्ति से वाशिंगटन में हलचल मच गई है, क्योंकि यह ट्रंप प्रशासन की कानून प्रवर्तन एजेंसियों में महत्वपूर्ण परिवर्तन की दिशा में एक बड़ा कदम है. पटेल का नाम कुछ समय से सुर्खियों में था और उनकी कार्यशैली को लेकर काफी चर्चा हो रही थी. यह नियुक्ति अमेरिकी राजनीति और प्रशासन में आने वाले दिनों में और अधिक विवादों और चर्चाओं का कारण बन सकती है.
ISIS से लेकर बगदादी तक का बने काल!
काश पटेल डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों में शामिल थे. उन्होंने ISIS, अल-बगदादी और अल-कायदा के प्रमुख नेताओं जैसे कासिम अल-रिमी को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई, जिससे वे ट्रंप की नजरों में आए. इसके अलावा, काश पटेल ने अमेरिकी बंधकों को सुरक्षित रूप से स्वदेश लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. काश पटेल ने इंटेलिजेंस और राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों में भी कार्य किया, जिसमें हाउस पर्मानेंट सेलेक्ट कमेटी के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और वरिष्ठ वकील के रूप में योगदान शामिल है.
'अमेरिकी फर्स्ट फाइटर'
शनिवार की रात ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर लिखा, मैं गर्व के साथ घोषणा करता हूं कि काश पटेल संघीय जांच ब्यूरो के अगले निदेशक होंगे. काश एक शानदार वकील जांचकर्ता और अमेरिका फर्स्ट फाइटर हैं. उन्होंने भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया. न्याय का बचाव किया और अमेरिकी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की है.