शनि के चंद्रमा पर जिंदगी! टाइटन को लेकर ये क्या कह रही है नई रिसर्च रिपोर्ट
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नए अध्ययन में दावा किया गया कि शनि के चंद्रमा टाइटन की 9.7 किलोमीटर मोटी परत के नीचे मीथेन गैस फंसी हो सकती है. शोधकर्ता लॉरेन शूरमेयर ने कहा, "हमने महसूस किया कि टाइटन में कुछ अनोखी बात है जो उसे उथला बना रही है और अपेक्षाकृत जल्दी गायब कर रही है."

Moon Titan: दुनिया भर वैज्ञानिक पृथ्वी के अलावा किसी और ग्रह पर जीवन संभव है या नहीं इसकी खोज कर रहे हैं. इस दिशा में पिछले कई सालों में नासा और इसरो ने बहुत से मिशन को लॉन्च किया है. इस बीच एक स्टडी में खुलासा हुआ कि शनि के सबसे बड़े चंद्रमा टाइटन पर जीवन संभव है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नए अध्ययन में दावा किया गया कि शनि के चंद्रमा टाइटन की 9.7 किलोमीटर मोटी परत के नीचे मीथेन गैस फंसी हो सकती है. यह अध्ययन हवाई विश्वविद्यालय के ग्रह वैज्ञानिकों के नेतृत्व में किया गया.
चंद्रमा टाइटन पर पर है जीवन
शोध टीम ने पाया कि टाइटन के प्रभाव क्रेटर अपेक्षा से सैकड़ों मीटर कम गहरे थे और उनमें से केवल 90 की पहचान की गई थी. यह आश्चर्यजनक थे क्योंकि अन्य चंद्रमाओं के डेटा के आधार पर टाइटन की सतह पर अतिरिक्त प्रभाव क्रेटर का होना चाहिए था जो बहुत गहरे हैं. इस संबंध में शोधकर्ता लॉरेन शूरमेयर ने कहा, "हमने महसूस किया कि टाइटन में कुछ अनोखी बात है जो उसे उथला बना रही है और अपेक्षाकृत जल्दी गायब कर रही है."
शोध के लिए कंप्यूटर मॉडलिंग का उपयोग
लॉरेन शूरमेयर ने कहा कि वैज्ञानिकों ने जांच को आगे बढ़ाने के लिए कंप्यूटर मॉडलिंग का सहारा लिया. "इस मॉडलिंग दृष्टिकोण का उपयोग करते हुए, हम मीथेन क्लैथ्रेट क्रस्ट की मोटाई को पांच से दस किलोमीटर तक सीमित करने में सक्षम थे, क्योंकि उस मोटाई का उपयोग करने वाले सिमुलेशन ने क्रेटर की गहराई का उत्पादन किया जो कि देखे गए क्रेटरों से सबसे अच्छी तरह मेल खाता था."
टाइटन पर संभव है जीवन?
वैज्ञानिक का मानना है कि मीथेन क्लैथ्रेट का स्टडी करने से टाइटन के कार्बन चक्र और इसकी बदलती जलवायु को समझने में मदद मिलेगी. बता दें कि मीथेन क्लैथ्रेट या मीथेन हाइड्रेट एक ठोस यौगिक है जिसमें पानी की क्रिस्टलीय संरचना के अंदर मीथेन की एक बड़ी मात्रा फंस जाती है, जिससे बर्फ जैसा ठोस पर्दाथ बनता है.
टाइटन का अंदरूनी भाग अछूता था, जिससे बर्फ खोल बहुत गर्म और लचीला हो गया, जिसका मतलब है कि धीरे-धीरे जुड़ रहा है. पृथ्वी के मीथेन क्लैथ्रेट हाइड्रेट्स साइबेरिया के पर्माफ्रॉस्ट तथा आर्कटिक समुद्रतल के नीचे पाए जाते हैं. पृथ्वी के अलावा यह एकमात्र ऐसी जगह है जहां वायुमंडल है और सतह पर नदियां, झीलें और समुद्र के रूप में तरल पदार्थ मौजूद हैं.