क्या खत्म होने वाली है इजरायल और हमास की जंग? कितना कारगर साबित होगा कतर पर अमेरिकी दबाव
American Pressure to Qatar: कतर ने हमास नेताओं को देश छोड़ने के लिए कहा है. ये सब तब हुआ जब अमेरिका ने कतर के हमास के साथ संबंधों को लेकर नाराजगी जाहिर की है. हालांकि, हमास के अधिकारियों ने कतर छोड़ने के लिए औपचारिक अनुरोध प्राप्त करने से इनकार किया है.

America Pressure to Qatar: इजरायल और हमास युद्ध के बीच खबर आ रही है कि अमेरिका ने अमेरिका ने कतर पर दबाव बनाया है. रॉयटर्स के मुताबिक, अमेरिका की ओर से दबाव के बाद कतर ने हमास के नेताओं को देश छोड़ने का आदेश दिया है. अमेरिका हमास के युद्धविराम और बंधक डील वाले प्रस्ताव को ठुकराने के बाद बौखला गया है. USA का कहना है कि अमेरिका के किसी भी पार्टनर देश में हमास के नेता नहीं रह सकते हैं.
अमेरिकी सरकार ने कतर ये कहा कि हाल ही में संघर्ष विराम और बंधक डिल को अस्वीकार करने के बाद आतंकवादी समूह हमास की दोहा में उपस्थिति अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इससे अब उम्मीद है कि इजरायल और हमास के बीच चल रहे जंग को खत्म करने की पहला कदम है और इसके लिए अमेरिका कतर जैसे देशों पर दबाव बना रहा है.
बंधक डिल खारिज करने के बाद गुस्से में अमेरिका
रॉयटर्स के मुताबिक, एक अधिकारी ने अमेरिका के रुख को लेकर बताया, 'बंधकों को रिहा करने के प्रस्तावों को बार-बार खारिज करने के बाद इसके नेताओं का अब किसी भी अमेरिकी पार्टनर की राजधानियों में स्वागत नहीं किया जाना चाहिए. हमने हफ्तों पहले हमास के बंधक डिल को अस्वीकार किए जाने के बाद कतर को यह स्पष्ट कर दिया था.
कतर ने 2012 से हमास के राजनीतिक नेताओं को बातचीत की सुविधा के लिए एक समझौते के तहत अपनी राजधानी में जगह दी है. हाल के महीनों में कतर ने अमेरिका और मिस्र के साथ मिलकर गाजा में हिंसा को समाप्त करने के लिए कई दौर की बातचीत की है. ये सब तब फेल साबित हो गया जब हमास ने अक्टूबर में युद्धविराम के प्रस्ताव को ठुकरा दिया.
रिपब्लिकन सीनेटरों की मांग
मध्यस्थ के रूप में कतर की लंबे समय से चली आ रही भूमिका अमेरिकी सांसदों की आलोचना के घेरे में आ गई है. चौदह रिपब्लिकन सीनेटरों ने हाल ही में विदेश विभाग को एक पत्र लिखा, जिसमें कतर में रहने वाले हमास अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाने, उनके प्रत्यर्पण की मांग करने और कतर से हमास के मेहमाननवाजी बंद करने की मांग की गई.
कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी ने हमास अधिकारियों की मेजबानी करने के देश का बचाव करते हुए कहा कि उनकी उपस्थिति आवश्यक कूटनीतिक वार्ता को सुविधाजनक बनाती है. हालांकि, अमेरिका में हुए चुनाव और रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रम्प की जीत औस सत्ता परिवर्तन के बीच इस मामले में प्रभाव देखा गया है.
इज़राइल के जवाबी हमलों ने गाजा को तबाह कर दिया है, जिसमें अनुमानित 43,000 फ़िलिस्तीनी मारे गए हैं और इसमें काफी नुकसान हुआ. हमले के बाद से हमास बदले की कार्रवाई कर रहा है.