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कोरोना के बाद एक और वायरस; अस्पतालों में नहीं है मरीजों के लिए जगह, इन लोगों पर दिखा रहा ज्यादा असर

कोविड-19 महामारी के पांच साल बाद अब चीन एक नए वायरस का सामना कर रहा है. इसके चलते अस्पतालों में भीड़ लग गई है. हालांकि, अभी तक इस बारे में कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट सामने नहीं आई है.

कोरोना के बाद एक और वायरस; अस्पतालों में नहीं है मरीजों के लिए जगह, इन लोगों पर दिखा रहा ज्यादा असर
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( Image Source:  ANI )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 14 Nov 2025 5:23 PM IST

आज से पांच साल पहले कोविड-19 ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया था. इस महामारी के चलते लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. कहा जा रहा है कि अब चीन ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के प्रकोप का सामना कर रहा है. कुछ रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया से पता चलता है कि यह वायरस चीन में तेजी से फैल रहा है.

वहीं, कुछ लोगों का दावा है कि इस बीमारी के कारण अस्पताल और श्मशान घाटों में जगह नहीं है. इसके अलावा, ऑनलाइन कुछ वीडियोज वायरल हो रही हैं, जिनमें अस्पतालों में भीड़ दिखाई दे रही है. इस मामले में कुछ यूजर्स ने कहा कि चीन में इन्फ्लूएंजा ए, HMPV, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और कोविड-19 सहित कई वायरस एक साथ फैल रहे हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं क्या है ये वारयस और इसे फैलने से कैसे रोका जा सकता है.

अधिकारियों ने की सुरक्षित रहने की अपील

हालांकि, इस मामले में ऑफिशियल स्टेटमेंट सामने नहीं आई है, लेकिन यह दावा किया जा रहा है कि चीन ने आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है. HMPV के फ्लू जैसे लक्षण होते हैं और यह कोविड-19 जैसा हो सकता है. इसलिए हेल्थ ऑफिशियल्स द्वारा इस मामले में कड़ी निगरानी रखी जा रही है, क्योंकि यह लगातार फैल रहा है. ऐसे में अधिकारियों ने इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए लोगों से मास्क पहनने और बार-बार हाथ धोने की अपील की है.

ये वायरस भी फैल रहे

'SARS-CoV-2 (कोविड-19)' के नाम से जाने जाने वाले X हैंडल ने शेयर किया कि चीन ने आपातकाल की घोषणा की है क्योंकि महामारी ने अस्पतालों और श्मशानों को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है. इन्फ्लूएंजा ए, एचएमपीवी, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और कोविड-19 सहित कई वायरस चीन में तेजी से फैल रहे हैं.

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस क्या है?

चीन की CDC वेबसाइट के अनुसार ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस एक RNA वायरस है, जो मेटान्यूमोवायरस जीनस में न्यूमोविरिडे फैमिली से जुड़ा है. इसकी पहचान पहली बार 2001 में डच रिसर्चर्स ने की थी, जो रेस्पिरेटरी इंफेक्शन वाले बच्चों के सैंपल की स्टडी कर रहे थे. इन स्टडीज से पता चला है कि यह वायरस कम से कम छह दशकों से मौजूद है. HMPV मुख्य रूप से बच्चों, लो इम्यूनिटी वाले लोगों और बुजुर्गों को अफेक्ट करता है.

HMPV के लक्षण

मानव मेटान्यूमोवायरस में सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण नजर आते हैं. इस बीमारी में खांसी,बुखार और नाक बहने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है. छोटे बच्चे इस बीमारी की चपेट में आसानी से आ सकते हैं. वहीं, 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों, सांस लेने में समस्या या लो इम्यून सिस्टम वाले लोगों को भी गंभीर लक्षण हो सकते हैं.

कैसे फैलती है ये बीमारी?

एचएमपीवी ग्लोबल लेवल पर फैल चुका है और एक आम रेस्पिरेटरी पैथोजन बन गया है. यह वायरस मुख्य रूप से खांसने और छींकने से निकलने वाली बूंदों के जरिए फैलता है. इंफेक्शन वाले लोगों के कॉन्टैक्ट और कंटामिनेटेड एनवायरमेंट से भी इंफेक्शन हो सकता है. वायरस का इन्क्यूबेशन पीरियड तीन से पांच दिन का होता है.

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