इजराइली हमले का जवाब देने की तैयारी कर रहा ईरान! 1000 मिसाइलें दागने का है प्लान
इजराइल और ईरान के बीच युद्ध पर विराम लगता नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में इजराइल द्वारा किए जा रहे हमले का जवाब देने की तैयारी ईरान कर रहा है. इसी क्रम में ईरान के सुप्रीम लीडर आयातुल्लाह ने अपनी सेना को जवाबी हमले को लेकर निर्देश जारी किए हैं.

ईरान के सुप्रीम लीडर आयातुल्लाह ने इजराइल द्वारा ईरान पर किए जा रहे हमले का जवाब देने के लिए तैयार रहने को कहा है. इस संबंध में ईरानी सेना को उन्होंने कहा कि जिस तरह इजराइल ईरान पर हमला करेगा. हमे उसी के हिसाब से प्रतिक्रिया देनी है. इजराइल को जवाब देने की तैयारी भी शुरू की जा चुकी है. बताया गया कि एक हजार मिसाइल तैयार रखी गई हैं.
इस तैयारी का खुलासा भी इजराइल में प्रकाशित होने वाले अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है. जानकारी के अनुसार इस बार ईरान इजराइल के हमले का जवाब हमले की सीमा पर निर्धारित करेगा.
क्या ये है ईरान का प्लान?
उम्मीद की जा रही है कि अगर इजराइल ईरान पर किए गए हमले में सिर्फ और सिर्फ गोदाम और सैन्य के गोदाम को अपना टारगेट बनाता है. साथ ही इसी को अपना लक्ष्य रखता है, तो ईरान इस पर प्रतिक्रिया देने के फैसले को एक ऑप्शन की तरह ले सकता है. उम्मीद की जा रही है. इस विकल्प से किसी भी तरह की युद्ध की स्थिती न उत्पन्न हो. लेकिन हमले के दौरान ईरान को बड़ी क्षति जैसे इजराइल के परमाणु,तेल ऊर्जा बुनियादी ढांचे को निशाना बनाता है, तो इसका जवाब देने की तैयारी ईरान जरुर करेगा. साथ ही इससे होने वाला विनाश काफी बड़ा भी होने की उम्मीद की जा रही है.
इजाइल पर ईरान दागेगा हजार मिसाइल
रिपोर्ट के अनुसा इजराइल अगर ईरान के ऑयल फैसिलिटी या न्यूक्लियर साइट पर हमला करता है तो इसका जवाब काफी भारी पड़ सकताहै. ऐसा इसलिए क्योंकी सेना से बात करते हुए ईरान लीडर ने हजार बैलिस्टिक मिसाइल तैयार करने के निर्देश दिए हैं. इसकी तैयारी भी पूरी कर रखी है. इसके अलावा ईरान के प्रॉक्सी मिलिशिया गुट भी इजरायल पर हमले करेंगे और फारस की खाड़ी मे शिपिंग में भी हस्तक्षेप हो सकता है.
वहीं ईरान ने इस साल इजराइल पर हमला किया था. जिसके जवाब में अब तक कई बार इजराइल ने ईरान पर हमला किया है. इसके बाद लेबनान में हसन नसरल्ला पर हमले की प्रतिक्रिया में ईरान ने 1 अक्टूबर को इजरायल पर 180 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं. हालांकि दोनों देशों के बीच जारी तनाव अभी भी खत्म नहीं हुआ है.
क्यों दिखा रहा ईरान आक्रमक तेवर?
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 1 अक्टूबर को हुए हमले पर कहा था कि इसका बदला लिया जाएगा. हालांकि कई बार ईरान के नेता ये कहते रहते हैं कि हम क्षेत्र में जंग और अस्थिरता नहीं चाहते हैं. इसे कई बार ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची कह चुके हैं. लेकिन एक ओर अस्थिरता नहीं चाहने का बयान देते हैं, तो दूसरी ओर ये संदेश भी नहीं देना चाहते हैं कि बैकफुट पर है इजराइल के हमले के मुकाबले बैकफुट पर हैं. ऐसा संदेश न जाए इसलिए कहा जा रहा है कि ईरान ऐसे आक्रमक तेवर दिखा रहा है.