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साल 2026 में युद्ध का खतरा? कश्मीर बन सकता है भारत-पाक टकराव की वजह, अमेरिकी थिंक टैंक की चेतावनी

भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान को लेकर एक बार फिर गंभीर भू-राजनीतिक चेतावनी सामने आई है. अमेरिका के थिंक टैंक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस (CFR) ने आशंका जताई है कि साल 2026 में दक्षिण एशिया में युद्ध दोबारा हो सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि कश्मीर में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियां भारत और पाकिस्तान के बीच टकराव की बड़ी वजह बन सकती हैं.

साल 2026 में युद्ध का खतरा? कश्मीर बन सकता है भारत-पाक टकराव की वजह, अमेरिकी थिंक टैंक की चेतावनी
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( Image Source:  AI: Sora )
विशाल पुंडीर
Edited By: विशाल पुंडीर

Published on: 30 Dec 2025 6:35 PM

भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान को लेकर एक बार फिर युद्ध की चेतावनी सामने आई है. अमेरिका के थिंक टैंक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस (CFR) ने आशंका जताई है कि साल 2026 में दक्षिण एशिया में युद्ध दोबारा हो सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि कश्मीर में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियां भारत और पाकिस्तान के बीच टकराव की बड़ी वजह बन सकती हैं.

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सीएफआर की यह चेतावनी ऐसे समय में आई है, जब क्षेत्र पहले से ही अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है. अमेरिकी विदेश नीति विशेषज्ञों के सर्वे के आधार पर तैयार इस रिपोर्ट में कहा गया है कि हालात यदि काबू से बाहर हुए तो इसका असर न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा बल्कि अमेरिकी हितों पर भी पड़ सकता है.

CFR रिपोर्ट में क्या कहा गया है?

काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस ने अपनी रिपोर्ट ‘कॉन्फ्लिक्ट्स टू वॉच इन 2026’ में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की आशंका को मध्यम संभावना की श्रेणी में रखा है. रिपोर्ट के अनुसार, यदि कश्मीर में आतंकवादी घटनाएं बढ़ती हैं, तो दोनों देशों के बीच तनाव एक बार फिर सैन्य टकराव में बदल सकता है. सीएफआर का मानना है कि इस तरह का संघर्ष अमेरिकी हितों पर भी थोड़ा प्रभाव डाल सकता है, क्योंकि दक्षिण एशिया वैश्विक सुरक्षा और कूटनीति के लिहाज से बेहद अहम क्षेत्र है.

आतंकी गतिविधियां बन सकती हैं टकराव की वजह

रिपोर्ट में विशेष तौर पर इस बात पर जोर दिया गया है कि कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि भारत-पाकिस्तान संबंधों को और अधिक बिगाड़ सकती है. CFR के अनुसार, यही घटनाएं भविष्य में दोनों देशों के बीच सशस्त्र संघर्ष की चिंगारी बन सकती हैं.

हालिया भारत-पाकिस्तान सैन्य टकराव का जिक्र

CFR रिपोर्ट में मई महीने में हुए भारत-पाकिस्तान के बीच चार दिवसीय सैन्य संघर्ष का भी उल्लेख किया गया है. इस दौरान ड्रोन और मिसाइल हमलों के साथ जवाबी कार्रवाई देखने को मिली थी. यह टकराव उस समय हुआ था, जब पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने पहलगाम में 22 नागरिकों की हत्या कर दी थी. इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में आतंकी ढांचे को निशाना बनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था.

2026 पर क्यों है दुनिया की नजर?

CFR की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2026 दक्षिण एशिया के लिए बेहद संवेदनशील साबित हो सकता है. भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से जुड़ी सुरक्षा चुनौतियां यदि एक साथ उभरती हैं, तो क्षेत्र में व्यापक अस्थिरता पैदा हो सकती है.

कौन है अमेरिका का थिंक टैंक?

अमेरिका के प्रमुख और प्रभावशाली थिंक टैंकों में ब्रूकिंग्स इंस्टीट्यूशन, कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस, सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज (CSIS), द हेरिटेज फाउंडेशन और *रैंड कॉर्पोरेशन (RAND Corporation) शामिल हैं. ये संस्थान विदेश नीति, अर्थव्यवस्था, राष्ट्रीय सुरक्षा सहित कई अहम क्षेत्रों पर गहन नीतिगत शोध और विश्लेषण करते हैं. इनके अध्ययन और रिपोर्टें सरकारी नीतियों को दिशा देती हैं.

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