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डॉक्टरों से लेकर टीचर तक...वेश्‍यावृत्ति के लिए इस देश में मजबूर हुई कई महिलाएं, सुनाई दर्दनाक दास्तान

Prostitution in Myanmar: यह खबर म्‍यांमार की है जहां पर शिक्षित महिलाएं जो डॉक्‍टर, नर्स, शिक्षा जैसे पेशे में हों और मजबूरन वेश्‍वावृत्ति करने पर मजबूर हों और उन सबका कारण सिर्फ एक हो तो उस देश के हालात कैसे होंगे और उसका भविष्य कैसा होगा तो आइए इस खबर में विस्तार से जानते हैं..

डॉक्टरों से लेकर टीचर तक...वेश्‍यावृत्ति के लिए इस देश में मजबूर हुई कई महिलाएं, सुनाई दर्दनाक दास्तान
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सागर द्विवेदी
Edited By: सागर द्विवेदी

Updated on: 17 Dec 2024 12:17 PM IST

Myanmar Civil War: यह कहानी म्यांमार की एक महिला डॉक्टर की है, जो अपने सपनों को पूरा करने की कीमत एक भयावह सच्चाई के रूप में चुका रही है. महिला बताती है, 'सात साल तक मैंने जमकर पढ़ाई की, मेडिकल परीक्षाएं पास कीं, और आखिरकार डॉक्टर बनने का मेरा सपना पूरा हो गया. लेकिन नौकरी शुरू हुए एक महीना भी नहीं हुआ कि मेरे सारे सपने चकनाचूर हो गए. मुझे मजबूरन कई पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाने पड़े.'

यह शब्द उस महिला के हैं, जो अपना घर चलाने और रोजी-रोटी कमाने की कोशिश में एक घिनौने दलदल में फंस गई. अपनी आपबीती सुनाते हुए उसने कहा कि वह अकेली नहीं है, बल्कि म्यांमार में कई डॉक्टर और नर्सें इसी तरह की पीड़ा झेलने को मजबूर हैं तो आइए इस खबर में विस्तार से जानते हैं कि म्यांमार में ये हालात क्यों हैं और लोगों को किस पीड़ा को झेलना पड़ रहा है?

म्यांमार में तख्तापलट के बाद महिलाएं की कैसे हालात?

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक फरवरी 2021 में म्यांमार में सेना द्वारा तख्तापलट के बाद देश की स्थिति बद से बदतर हो गई. पहले से ही महामारी से जूझ रही अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई. इसके चलते आम लोगों के लिए जीवनयापन मुश्किल हो गया. इसी संकट के बीच 'मे' की कहानी सामने आती है. 'मे' हर महीने करीब 415 डॉलर (लगभग 35,000 रुपये) कमाती थी. लेकिन बढ़ती महंगाई के बीच यह सैलरी इतनी कम पड़ जाती कि उसे पता भी नहीं चलता कि पैसा कब खत्म हो गया.

डॉक्टर महिला ने सुनाई दस्ता

इस पर, उसके पिता की किडनी की बीमारी ने उसकी परेशानियां और बढ़ा दीं. आर्थिक तंगी और पारिवारिक जिम्मेदारियों के दबाव में वह हताश हो चुकी थी. इसी दौरान, उसकी मुलाकात 'डेट गर्ल्स' से हुई. ये महिलाएं कई पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाकर अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए मोटी रकम कमाती थीं.

म्‍यांमार में बैन है वेश्यावृत्ति

रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टर, टीचर, नर्स और अन्य सफेदपोश पेशों से जुड़ी कई महिलाएं आर्थिक संकट के चलते सेक्स वर्कर बनने पर मजबूर हो गई हैं. हालांकि, ऐसी महिलाओं की सटीक संख्या अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन बताया जा रहा है कि सड़कों पर काम की तलाश में महिलाओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. अंग्रेजी अखबारों की रिपोर्ट के मुताबिक, आधा दर्जन से अधिक महिलाओं ने स्वीकार किया है कि शिक्षित महिलाएं जीवनयापन और परिवार चलाने के लिए पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाने को मजबूर हो रही हैं.

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