US, अबू धाबी और अब अफ्रीका, दुनिया में सबसे बड़े हिंदू मंदिर बनवाने वाले BAPS को कितना जानते हैं आप?
दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में बीएपीएस स्वामीनारायण हिंदू मंदिर और सांस्कृतिक परिसर का उद्घाटन हुआ. यह मंदिर दक्षिणी गोलार्ध का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है, जो 14.5 एकड़ भूमि पर फैला है. मंदिर में 34,000 वर्ग मीटर का सांस्कृतिक केंद्र, सभागार, बैंक्वेट हॉल और अन्य सुविधाएं हैं. यह स्थल कला, संस्कृति और आध्यात्मिकता का संगम है, जो हिंदू परंपराओं का प्रतिनिधित्व करता है.

दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग स्थित नॉर्थ राइडिंग में बीएपीएस श्री स्वामीनारायण हिंदू मंदिर और सांस्कृतिक परिसर का उद्घाटन हो गया है. इस ऐतिहासिक घटना में बीएपीएस के वैश्विक आध्यात्मिक गुरु, परम पूज्य महंत स्वामी महाराज के नेतृत्व में प्राण प्रतिष्ठा समारोह हुआ. यह मंदिर दक्षिणी गोलार्ध का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर और सांस्कृतिक केंद्र बन गया है.
यह मंदिर 14.5 एकड़ भूमि पर स्थित है, जिसमें 34,000 वर्ग मीटर का सांस्कृतिक केंद्र और विभिन्न अत्याधुनिक सुविधाएं हैं. यहां 3000 सीटों वाला सभागार, 2000 सीटों वाला बैंक्वेट हॉल, एक शोध संस्थान, कक्षाएं, प्रदर्शनी, और मनोरंजन केंद्र शामिल हैं. इस भव्य मंदिर में कला, संस्कृति और आध्यात्मिकता का अद्भुत समावेश किया गया है, जो हिंदू परंपराओं की समृद्ध विरासत और शिल्पकला को प्रदर्शित करता है.
BAPS क्या है?
BAPS यानी बोचासनवासी श्री अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था एक हिंदू धार्मिक और सामाजिक संगठन है, जिसकी स्थापना 1907 में गुजरात, भारत में हुई थी. यह स्वामीनारायण संप्रदाय का एक प्रमुख हिस्सा है और दुनिया भर में हिंदू संस्कृति, आध्यात्मिकता, सेवा और शिक्षा को बढ़ावा देने का कार्य करता है. BAPS संस्था अपने भव्य और शिल्पकला से युक्त हिंदू मंदिरों के लिए जानी जाती है. हाल ही में इसने अबू धाबी (यूएई) में पहला पारंपरिक हिंदू मंदिर बनवाया, जिसका उद्घाटन 14 फरवरी 2024 को हुआ था. यह मंदिर धार्मिक सहिष्णुता और संस्कृति के प्रचार का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है.
कहां कहां हैं मंदिर?
BAPS के कुछ प्रसिद्ध मंदिरों में अक्षरधाम मंदिर (दिल्ली और गुजरात), अटलांटा, शिकागो, लंदन, नैरोबी, टोरंटो, और ह्यूस्टन में बने मंदिर शामिल हैं. इन मंदिरों की अद्भुत वास्तुकला और आध्यात्मिक शांति दुनियाभर के भक्तों को आकर्षित करती है. BAPS सिर्फ मंदिर निर्माण तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह शिक्षा, स्वास्थ्य, आपदा राहत और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में भी सक्रिय रूप से योगदान देता है. यह संस्था दुनियाभर में हिंदू धर्म और संस्कृति के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.
BAPS द्वारा निर्मित प्रमुख मंदिर
- अक्षरधाम मंदिर, दिल्ली (भारत): 2005 में निर्मित, यह दुनिया के सबसे भव्य हिंदू मंदिरों में से एक है
- BAPS मंदिर, ह्यूस्टन (अमेरिका): यह अमेरिका में हिंदू संस्कृति और वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण है
- BAPS मंदिर, लंदन (यूके): इसे 1995 में बनाया गया और यह यूरोप का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर माना जाता है
- BAPS मंदिर, अबू धाबी (यूएई): यह मंदिर 2024 में बनकर तैयार हुआ और खाड़ी देशों में पहला पारंपरिक हिंदू मंदिर है
- BAPS मंदिर, जोहान्सबर्ग (दक्षिण अफ्रीका): इस मंदिर का उद्घाटन हुआ है, जो अफ्रीका में हिंदू संस्कृति के विस्तार का प्रतीक है
क्यों करती है मंदिरों का निर्माण?
BAPS मंदिरों का निर्माण इसलिए कर रही है क्योंकि उनका मानना है कि ये स्थान लोगों के व्यक्तिगत विकास में मददगार होते हैं. इन मंदिरों में एक ऐसा शांतिपूर्ण वातावरण होता है, जो मन को स्थिर और शांति प्रदान करता है. यह वो जगह होती है, जहां लाखों श्रद्धालु घर से दूर रहकर अपने दिल और आत्मा की शांति प्राप्त करते हैं. स्वामीनारायण संस्था मंदिरों को सिर्फ धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि विकास के केंद्र के रूप में देखती है. इनके द्वारा बनाए गए मंदिरों में नियमित रूप से विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जाती हैं. बच्चों के लिए आध्यात्मिक मंच, भाषाई पाठ्यक्रम और संगीत जैसी गतिविधियां यहां आयोजित होती हैं, जो न केवल धार्मिक शिक्षा देती हैं, बल्कि बच्चों और युवाओं के सामाजिक और सांस्कृतिक विकास में भी मदद करती हैं.