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FBI की वांटेड लिस्‍ट में आने के बाद बचना नामुमकिन! जानिए कैसे काम करती है सुपर पावर की ये जांच एजेंसी

अमेरिका अधिकारियों ने कथित अधिकारी विकास यादव पर खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश का आरोप लगाया. इस मामले की अमेरिका की जांच एजेंसी एफबीआई कर रही है. एफबीआई अपनी कड़ी जांच और सजा के लिए जानी जाता है, एक बार इसके चंगुल आग गए तो बचना मुश्किल हो जाता है.

FBI की वांटेड लिस्‍ट में आने के बाद बचना नामुमकिन! जानिए कैसे काम करती है सुपर पावर की ये जांच एजेंसी
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( Image Source:  Credit- theintercept website )

FBI Action On Vikas Yadav: आपने समाचार-पत्रों और फिल्मों में अक्सर अमेरिका की जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) के बारे में जरूरी सुना होगा. यह एजेंसी एक बार फिर चर्चा में आ गई है. खालिस्तानी आतंकी पन्नू की हत्या की साजिश के आरोप में पूर्व भारतीय जासूस विकास यादव अब एफबीआई के निशाने पर है.

अमेरिका अधिकारियों ने कथित अधिकारी विकास यादव पर खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश का आरोप लगाया. जिसके बाद एफबीआई इस पूरे मामले की जांच कर रही है. एफबीआई अपनी कड़ी जांच और सजा के लिए जानी जाता है, जिसे देखकर विकास यादव का बचना मुश्किल लग रहा है.

विकास यादव वांटेड घोषित

एफबीआई ने जांच के दौरान पूर्व भारतीय जासूस विकास यादव को वांटेड घोषित किया है. अमेरिकी प्रशासन ने इस साल बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान पन्नू की हत्या की साजिश का दावा किया गया है. उस पर अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने 17 अक्टूबर के खिलाफ यह आपराधिक घोषणा की है.

भारत सरकार ने अमेरिका को दिया जवाब

अमेरिका द्वारा विकास यादव को लेकर किए गए आरोपों पर भारत ने जवाब दिया है. गुरुवार को अमेरिकी न्याय विभाग भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल से विकास यादव के बारे में पूछा गया. तब जायसवाल ने बताया कि वह व्यक्ति "अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है". वहीं एफबीआई ने भी उसे को वांटेड की लिस्ट में डाल दिया है.

क्या है FBI?

एफबीआई अमेरिका की एक जांच एजेंसी है. इसकी स्थापना 26 जुलाई, 1908 में हुई थी. जिसका मकसद संघीय अपराधों की जांच करने के लिए न्याय विभाग की इकाई के रूप में की गई थी. यह कई मामलों की जांच करती है. जिनमें आतंकवाद, साइबर क्राइम, किडनैपिंग और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े अपराध शामिल हैं. एफबीआई डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के अंडर काम करती है. बता दें कि अगर विभाग को लगता है कि किसी मामले से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है तो वो इसकी जांच एफबीआई को सौंप सकती है. एफबीआई का मिशन अमेरिकी लोगों की रक्षा करना और संविधान को बनाए रखना है.

FBI की शक्तियां

एफबीआई यूनाइटेड स्टेटस कोड सेक्शन 533 के टाइटल 28 में व्यवस्थित है. जो अटार्नी जनरल को अमेरिका के खिलाफ अपराध का पता लगाने के लिए अधिकार देता है. अन्य संघीय कानून एफबीआई को विशेष अपराधों की जांच करने का अधिकार और जिम्मेदारी मिलती है. संगठित अपराध के खिलाफ एजेंसी रैकेटियर इन्फ्लुएंस्ड एंड करप्ट ऑर्गेनाइजेशन एक्ट के तहत कार्रवाई करती है. साथ ही एजेंसी के पास 1964 के यूएस सिविल राइट्स एक्ट को लागू करने और इस अधिनियम के उल्लंघनों की जाँच व युनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के साथ उन उल्लंघनों पर मुकदमा चलाने की जिम्मेदारी भी है.

घर की तलाशी की शक्तियां

अमेरिका ने पैट्रियट एक्ट वायरटैपिंग और इंटरनेट संबंधी मामले की निगरानी के अधिकार ने एफबीआई की शक्तियों को बढ़ा दिया. इसके तहत एजेंसी विवादास्पद प्रावधानों में किसी व्यक्ति के घर की उसकी गैर-मौजूदगी में तलाशी ले सकती है. इसके लिए उसे संबंधी व्यक्ति को सूचित करने की भी जरूरत नहीं है. एफबीआई को अधिनियम के तहत आतंकवाद के लिए संदिग्ध व्यक्ति के रिकॉर्ड की जांच करने का अधिकार है.

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