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कौन हैं Mike Waltz? डोनाल्ड ट्रम्प ने बनाया अपना सलाहकार, पहले निभा चुके हैं ये जिम्मेदारी

डोनाल्ड्र ट्रम्प ने फ्लोरिडा के प्रतिनिधि माइक वाल्ट्ज को अपना राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाने की घोषणा की है. वाल्ट्ज भारत कॉकस के प्रमुख हैं. वाल्ट्ज एक सेवानिवृत्त आर्मी नेशनल गार्ड अधिकारी और युद्ध के अनुभवी हैं. ट्रम्प सरकार को उम्मीद है कि वाल्ट्ज राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति एक आक्रामक दृष्टिकोण अपनाएंगे और उचित फैसला लेंगे.

कौन हैं Mike Waltz? डोनाल्ड ट्रम्प ने बनाया अपना सलाहकार, पहले निभा चुके हैं ये जिम्मेदारी
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( Image Source:  @nicksortor )

Trump 2.0: अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी की सरकार का फिर से गठन होने जा रहा है. राष्ट्रपति पद के चुनाव में डोनाल्ड्र ट्रम्प (Donald Trump) को जीत मिली है. अब ट्रम्प कैबिनेट में शामिल होने वाले नामों पर थी मंथन किया जा रहा है. जिसमें एक नाम माइक वाल्ट्ज (Mike Waltz) का जुड़ गया है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक डोनाल्ड्र ट्रम्प ने फ्लोरिडा के प्रतिनिधि माइक वाल्ट्ज को अपना राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाने की घोषणा की है. वाल्ट्ज भारत कॉकस के प्रमुख हैं. रिपोर्ट में दावा किया गया कि इस पद पर रहते हुए वाल्ट्ज को जियोपॉलिटिक्स से जुड़े कई पेचीदा मामलों को देखना होगा जिसमें रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास युद्ध शामिल हैं.

कौन हैं माइक वाल्ट्ज?

जानकारी के अनुसार माइक वाल्ट्ज एक सेवानिवृत्त आर्मी नेशनल गार्ड अधिकारी और युद्ध के अनुभवी हैं. ट्रम्प सरकार को उम्मीद है कि वाल्ट्ज राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति एक आक्रामक दृष्टिकोण अपनाएंगे और उचित फैसला लेंगे. वह पहले पूर्व-मध्य फ्लोरिडा से तीन बार रिपब्लिकन पार्टी के प्रतिनिधि रहे हैं. वाल्ट्ज़ अमेरिकी सदन के लिए चुने गए पहले ग्रीन बेरेट थे, और पिछले सप्ताह उन्हें पुनः निर्वाचित किया गया. वाल्ट्ज सदन की सशस्त्र सेवा तत्परता उपसमिति के अध्यक्ष और सदन की विदेश मामलों की समिति तथा खुफिया मामलों की स्थायी चयन समिति के सदस्य भी रहे हैं.

रक्षा रणनीतियों पर रहती है नजर

रक्षा रणनीतियों को लेकर माइक वाल्ट्ज का रुख बिल्कुल साफ रहता है. वाल्ट्ज ने भारत के साथ संबंधों और चीन का मुकाबला करने करने में भी अहम भूमिका निभाई. वह एक अनुभवी विदेश नीति विशेषज्ञ हैं. साथ ही अमेरिका-भारत गठबंधन के प्रबल समर्थक हैं. रक्षा और सुरक्षा सहयोग के मामले में उन्होंने भारत के साथ संबंधों को और मजबूत करने की वकालत की है. भारत और भारतीय अमेरिकियों पर द्विदलीय कांग्रेसनल कॉकस के सह-अध्यक्ष के रूप में, माइक वाल्ट्ज ने 2023 में अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान कैपिटल हिल में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की व्यवस्था करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. बता दें कि सीनेट का इंडिया कॉकस एक द्विदलीय समूह है जिसमें वर्तमान में सीनेट के 40 सदस्य शामिल हैं.

चीन लेकर वाल्ट्ज का रुख

माइक वाल्ट्ज चीन के प्रति आक्रामक रहे हैं और उन्होंने कोविड-19 की उत्पत्ति में चीन की शामिल और उइगर मुसलमानों के साथ कथित दुर्व्यवहार के कारण बीजिंग में 2022 के शीतकालीन ओलंपिक का अमेरिका से बहिष्कार करने का आह्वान किया था. साथ ही वह जो बाइडेन प्रशासन के अफगानिस्तान से सैनिकों को वापस बुलाने के फैसले की आलोचना की थी.

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