जो किया वो सही था! 'कोई गलती नहीं', खालिस्तानियों का समर्थन करने वाले अधिकारी को मिली क्लीन चिट
कनाडा में हुए हिंदू मंदिर के बाहर हमले को लेकर पील पुलिस की प्रतिक्रिया सामने आई है. इस मामले में खालिस्तानियों का समर्थन करने वाले अधिकारी को पुलिस ने क्लीन चिट दे दी है. साथ ही उसका सस्पेंशन भी कैंसल कर दिया है.

कनाडा में हुए हिंदू हमले को लेकर पील पुलिस ने गुरुवार को प्रतिक्रिया देते हुए यह साफ किया कि इस विवाद में पुलिसकर्मी की कोई गलती नहीं थी. उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मी ने अपनी ड्यूटी और कर्तव्यों का पालन किया है. हालांकि सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में देखा गया कि प्रदर्शनाकारी और अधिकारी के बीच हाथापाई हुई थी. जिसमें अधिकारी प्रदर्शनकारी को रोकने के लिए मुक्के मारता हुआ दिखाई दिया था. इसके बाद से ही कनाडा पुलिस पर भी सवाल उठना शुरू हुए. लेकिन अब पुलिस ने अधिकारी को क्लीन चिट दे दी है.
दरअसल पुलिस अधिकारी हरिंदर सोही पर खालीस्तानी समर्थकों का साथ देने का आरोप लगा था. वहीं सोशल मीडिया पर हाथापाई के वीडियो भी वायरल हुए इसपर हिंदू संगठनों का गुस्सा फूटा था. हालांकि इस मामले में दबाव पड़ने के बाद अधिकारी को उसके पद से निलंबित भी किया गया था. लेकिन अब उसी अधिकारी को जांच के बाद क्लीन चिट दे दी गई है.
पील पुलिस ने दी क्लीन चिट
पील पुलिस ने इसे लेकर एक बयान भी जारी किया है. पुलिस के मुताबिक 12 बजे गोरे रोड पर मंदिर से अवैध घुसपैठ की शिकायत मिली थी. इस प्रदर्शन में कुछ लोगों के द्वारा हथियार इस्तेमाल करने का शक भी जताया गया था. बताया गया कि पुलिस ने इन हथियारों को जब्त कर लिया था. हालांकि इस हमले की कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो और पीएम मोदी ने भी निंदा की थी.
वीडियो के कारण पैदा हुआ तनाव
सोशल मीडिया पर अधिकारी के मारपीट का वीडियो वायरल हुआ था. इसके कारण हिंदू समुदाय में चिंता का माहौल बना था. हालांकि पील पुलिस ने इस मालमे की जांच की और प्रतिक्रिया दी है. पुलिस का कहना है कि अधिकारी ने अपने कर्तव्य का पालन किया है, और स्थिति को कंट्रोल करने के लिए संभव प्रयास किए. बताया गया कि हमले के दौरान व्यक्ति ने हथियार को सौंपने से इनकार किया था. उस दौरान व्यक्ति आक्रमक हो गया था. पुलिस का कहना है कि ऐसी स्थिति को संभालने के लिए अधिकारी ने उचित कदम उठाए.
असली वीडियो किया शेयर
वहीं पुलिस ने इस मामले पर तनाव बढ़ने के बाद पुलिस अधिकारी के बॉडी पर लगे कैमरे का फुटेज साझा किया है. वहीं इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए पुलिस ने टीम का गठन किया है. यह टीम उस दौरान हुई आपराधिक गतिविधियों की निष्पक्ष जांच करेगी. साथ ही पुलिस ने जनता से भी अपील की कि जांच में पुलिस की मदद करें.